यह है आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के शैलेंद्र कुमा का पत्र । उन्हों ने मैं आप के कार्यक्रम का श्रोता हूं । और आप लोग इस बात पर प्रसन्न होंगे कि जब मैं अपने क्लब का स्टार्ट किया था , तो मेरे क्लब के सिर्फ चार ही सदस्य थे , परन्तु अब हमारे क्लब के मेम्बरों की संख्या तेजी से बढ़ कर 29 हो गयी है । मुझे विश्वास है कि इन सभी सदस्यों के प्रश्न प्रतियोगिता में अवश्य शामिल करेंगे ।
अब मैं पढ़ूंगी कोआत बिहार के अली बदर का पत्रा , जो विशेष तौर पर आप का पत्र मिला कार्यक्रम के लिए भेजा गया है । अली बदर ने कहा कि सी .आर .आई द्वारा प्रसारित सारे कार्यक्रम सुनता हूं , मगर सी .आर .आई के कुछ कार्यक्रम जैसे सवाल जवाब , आप की पसंद , आप का पत्र मिला , चीन का भ्रमण , आज का तिब्बत , चीन का संक्षिप्त इतिहास , खेल जगत और शिक्षा , स्वास्थ्य इत्यादि हमें बहुत पसंद है और मैं इसे सुनता हूं । कृपया इस बात पर ध्यान दें कि किसी कार्यक्रम को आप प्रसारित करते है , उसे कई हफ्ते प्रसारित करते हैं , अच्छी बात नहीं है ।
आगे आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के मोहम्मद शाहिद आजमी का यह पत्र पढ़ने को जो प्रस्तुत है , वह यह हैः
कार्यक्रम आप का पत्र मिला बहुत अच्छा जा रहा है , परन्तु इस में एक कमी है ,जो बराबर महसूस होती है , कुछ समय पूर्व इस कार्यक्रम में श्रोताओं की नाम सूची पढ़ कर सुनायी जाती थी , जिस से हम श्रोताओं को मालूम हो जाता था कि हमारा पत्र आप को मिल गया है , किन्तु आजकल आप ने सूची पढ़ना बन्द कर दिया ,मेरा सुझाव है कि नियमित कार्यक्रम में श्रोताओं की नामसूची पढ़ी जाए , जिस से उन श्रोताओं को भी पता चल जाए , जिन के पत्र कार्यक्रम में पढ़ा नहीं जाएगा । इस पर ध्यान दे ।
उपरोक्त दोनों भाइयों के सुझाव के लिए आभारी हैं , कार्यक्रमों में जो कमी है , उसे सुधारने के लिए हम जरूर कोशिश करेंगे । आप के नए नए सुझाव के इंतजार में हैं ।
मुजफ्फरपुर उत्तर प्रदेश के चौगौरव तोमर ने हमें पत्र भेज कर कहा कि मुझे आप का पत्र प्राप्त हुआ , जिस से मुझे अत्यन्त प्रसन्नता हुई । और यह जान कर तो और भी खुशी हुई कि आप ने मुझे सी .आर .आई परिवार का हिस्सा बना लिया है । इस सब के लिए आप सब का मैं बहुत आभारी हूं ।
आप के पत्र में मुझे श्रोता वाटिका का अंक और जवाबी लिफाफा आदि सामग्री प्राप्त हुए , जो बहुत अच्छे हैं । इस के लिए पुनः आप सब का बार बार धन्यवाद । मुझे आप से यह शिकायत है कि आप ने मुझे प्रतियोगिता की प्रश्नावली और श्रोता वाटिका के पहले पांच अंक नहीं भेजे . मैं आशा करता हूं कि आप अगने पत्र में मुझे यह सब सामग्री भेजने का कष्ट करेंगे । प्रसारण संबंधी बात मैं बस यही कहना चाहूंगा कि रिसेप्सन अति उत्तम है तथा सभी कार्यक्रम एक से बढ़ कर एक है ।
अब आप के सामने है औरेया उत्तर प्रदेश के देशपाल सिंह सेंगर का पत्र । उन्हों ने पत्र में कहा कि सी.आर .आई के कार्यक्रम निरंतर सुन रहा हूं और पसंद भी कर रहा हूं । एक बात जो हमें पसंद नही आ रहा है कि वह है कि इस से पूर्व आप ने हमारा एक भी पत्र कार्यक्रम में शामिल नहीं किया । साथ ही आप की पसंद में तो एक भी पत्र नहीं पत्र शामिल नहीं है ।
अभी चीन की अल्पसंख्यक जाति कार्यक्रम सुना , जिस में सिन्चांग प्रांत में लगाए गए कृत्रिम वन के बारे में पता चला , यह जान कर बहुत अच्छा लगा कि चीन के लोग कितने लगनशील व परिश्रमी है ।
बिहार के संदीप कुमार ने हमें लिखे पत्र में कहा कि मैं सी .आर .आई का नियमित श्रोता हूं , मेरे क्लब के सदस्य के सदस्य आप के कार्यक्रम सुन कर विचार विमर्श करते हैं । आप के द्वारा प्रसारित कार्यक्रमों में भारत और चीन के बीच मैत्रीपूर्ण विचारों , व्यापार संबंधी मुद्दे पर रोचक जानकारी काफी लोकप्रिय था । भारत और चीन के बीच व्यापार को बेहतर बनाने के लिए प्रायः प्रयास एवं दूरसंचार के मुद्दे पर रोचक जानकारी काफी लोकप्रिय था ।
तोसिफ खाइफ ने हमें भेजे पत्र में कहा कि आप का पत्र पाकर मुझे बहुत खुशी हुई कि आप ने मुझे पुनः याद किया , इस के लिए मैं आप सब साथियों को बहुत बहुत धन्यावाद देना चाहता हूं । मैं आप का कार्यक्रम साढे आठ से साढ़े नौ तथा साढ़े नौ से साढ़े दस बजे तक सुनता हूं और किसी कारण वश मैं आप का पलहा कार्यक्रम नहीं सुन रहा हूं । क्यों कि वह वक्त मेने ट्यूशन का समय है । मैं आप लोगों से कुछ मांग रहा हूं कि श्रोता वाटिका के छठा अंक और इस से आगे का भाग है , तथा आप के पास कोई मैगजीन होती है तो कृपया भेज दें । जब आप ने मुझे कुछ भेजा , तो हमारे साथियों का मनोबल बढ़ा है । और वे लोग भी पत्र लिखने के लिए उतावला है , हमारी दुआ है कि हमारे बहुत सारे साथी आप के कार्यक्रम के दिवाने बन जाएंगे । और आगे अगले खत में लिखूंगा , हमारी दोस्ती तो पत्रों के माध्यम से होती रहेगी ।
वह तनहुं नेपाल के कृषण लाल श्रेष्ठ का है ।
उन्हों ने कहा कि मैं एक नेपाली साधारण आदमी हूं , पर मुझे सी .आर.आई हिन्दी सेवा सुनने से बहुत अच्छा ज्ञान प्राप्त हुआ है , मैं शुद्ध हिन्दी लिखना नहीं आता है , फिर भी कुछ शब्द लिख कर भेजता हूं , आशा है कि आप मेरा पत्र स्वीकार करेंगे ।
मैं बारंबार हिन्दी विभाग को पत्र भेज रहा हूं , परंतु एक दुख की बात है कि आप ने विभिन्न कार्यक्रम के लिए प्रश्न पूछ कर उत्तर भेजने का आग्रह करते हैं , मगर हिन्दी लिखने में कमी होने के कारण नहीं उत्तर दे सका । आप न समझे कि मैं कार्यक्रम कम सुनता हूं , मैं पूरा सी .आर .आई का हिन्दी कार्य़क्रम नियमित सुनता हूं।
हम नेपाली श्रोता भाई कृषण लाल श्रेष्ठ को कोटि कोटि धन्यावाद देते हैं कि एक नेपाली होने पर भी आप हमारा हिन्दी कार्यक्रम पसंद करते हैं और समय समय लिख कर भेजते हैं , हम आप को सी .आर .आई का अच्छा श्रोता मानते हैं और प्रतियोगिता में उत्तर देते हों अथवा नहीं , वह कोई खास बात नहीं है , खास बात है कि आप हमारा हिन्दी प्रसारण पसंद करते हैं और हमारी दोस्ती अटूट नहीं है । मैं सी .आर .आई हिन्दी परिवार की ओर से आप को फिर एक बार धन्यावाद देती हूं ।

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