• हिन्दी सेवा• चाइना रेडियो इंटरनेशनल
China Radio International
चीन की खबरें
विश्व समाचार
  आर्थिक समाचार
  संस्कृति
  विज्ञान व तकनीक
  खेल
  समाज

कारोबार-व्यापार

खेल और खिलाडी

चीन की अल्पसंख्यक जाति

विज्ञान, शिक्षा व स्वास्थ्य

सांस्कृतिक जीवन
(GMT+08:00) 2007-10-15 14:13:46    
वैज्ञानिक विकास के दृष्टिकोण पर पूर्ण अमल करो : हू चिंग-थाओ

cri

15 तारीख को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 17वीं राष्ट्रीय कांग्रेस का उद्घाटन हुआ।पार्टी के महासचिव श्री हू चिंग-थाओ ने इस में पार्टी की पिछली केंद्रीय कमेटी की ओर से चीनी विशेषता वाले समाजवाद का महान ध्वज बुलंद उठाओ,खुशहाल समाज के निर्माण में नई प्रगति के लिए कोशिश करो ,शीर्षक रिपोर्ट दी।यह रिपार्ट 12 भागों से बनती है,जिस के मुख्य विषय हैं: बीते 5 वर्षों के कार्यों का सिंहावलोकन,चीन में सुधार व खुलेपन कार्य के शुरू होने के बाद के करीब 30 वर्षों में उस के सिद्धांतों की समीक्षा,वैज्ञानिक विकास के दृष्टिकोण व उस के देश के विकास में महत्व पर प्रकाश,देश के अर्थतंत्र ,राजनीति ,संस्कृति तथा  समाज   , रक्षा ,कूटनीति,राष्ट्रीय एकीकरण और पार्टी-निर्माण आदि क्षेत्रों में भावी कार्यों का बंदोबस्त।

श्री हू चिंग-थाओ ने अपनी रिपोर्ट में सर्वप्रथम पार्टी की पिछली राष्ट्रीय काँग्रेस के आयोजन के बाद अब तक पूरे देश की जनता का नेतृत्व करते हुए पार्टी द्वारा प्राप्त  हुई भारी उपलब्धियों का सिन्हावलोकन किया। उन्हों ने कहाः

" बीते 5 वर्षो में देश में सुधार व खुलेपन और खुशहाल समाज के निर्माण के कार्य में भारी प्रगति हुई है।राष्ट्रीय शक्ति बहुत बढी है,जनजीवन बहुत सुधरा है,रोजगार के मौके अधिक हो गए है,सामाजिक प्रतिभूति-व्यवस्था का निर्माण ज्यादा मजबूत हुआ है,सार्वजनिक स्वास्थ्य व बुनियादी चिकित्सा-व्यवस्था परिपूर्ण होती गई है और गांवों में निःशुल्क अनिवार्य शिक्षा पूरी तरह लागू की गई है।"

श्री हूं चिंग-थाओ ने रिपोर्ट में वैज्ञानिक विकास के दृष्टिकोण की विस्तृत व्याख्या की।उन का कहना है कि वैज्ञानिक विकास के दृष्टिकोण की प्रमुख अहमियत है विकास करना और उस का केंद्र है मानव को मोलिक आधार मानना तथा उस की बुनियादी मांग है विकास को समंवयपूर्व व सतत विकास को बनाना और इस लक्ष्य को पूरा करने का मूल तरीका है शहरी व देहाती विकास को,विभिन्न क्षेत्रीय विकास को,आर्थिक व सामाजिक विकास को और मानव व प्रकृति के विकास को सामंजस्यपूर्वक साथ-साथ चलाना तथा घरेलू विकास व विदेशों के प्रति खुलेपन को भी समंवयपूर्वक चलाना।श्री हू चिंग-थाओ ने पार्टी-सदस्यों से वैज्ञानिक विकास के दृष्टिकोण को आर्थिक व सामाजिक विकास के विभिन्न क्षेत्रों में लागू करने की मांग की है।

उन्हों ने रिपोर्ट में वर्ष 2020 तक चीन के विकास के नए लक्ष्य का भी जिक्र किया।आर्थिक नीति की चर्चा करते हुए उन्हों ने बलपूर्वक कहा कि बुनियादी सार्वजनिक सेवा में बराबरी की स्थापना पर जोर दिया जाना चाहिए,सार्वजनिक वित्तीय व्यवस्था को परिपूर्ण बनाई जानी चाहिए और सार्वजनिक सेवा-क्षेत्र में ज्यादा निवेश किया जाना चाहिए।

सांस्कृतिक व सामाजिक निर्माण के बारे में श्री हू चिंग-थाओ ने कहा कि कल्याणकारी सांस्कृतिक कार्य का विकास करने को जनता के बुनियादी सांस्कृतिक अधिकारों व हितों की गारंटी करने वाला मुख्य तरीका बनाने पर कायम रहना चाहिए,निवेश में तेजी लाई जानी चाहिए,गांवों,दूर-दराज क्षेत्रों और शहरों में मजदूरी करने वाले किसानों के आध्यात्मिक व सांस्कृतिक जीवन को समृद्ध बनाया जाना चाहिए,शिक्षा व सार्वजनिक चिकित्सा का परोपकारी स्वरूप पर डटा रहना चाहिए,सरकारी जिम्मेदारियां सशक्त बनाई जानी चाहिए,अधिक वित्तीय सहायता दी जानी चाहिए,गरीब परिवारों के और शहरों में मजदूरी करने वाले किसानों की संतानों को बराबरी से अनिवार्य शिक्षा उपलब्ध कराने की सुनिश्चिता की जानी चाहिए।श्री हू चिंग-थाओ ने यह भी कहा कि शहरी और ग्रामीण इलाकों में श्रमिकों को समानता से रोजगार का मौका मिलने की व्यवस्था बननी चाहिए और कठिनाइयों से जूझ रहे सभी लोगों को सहायतार्थ रोजगार दिलाने वाली व्यवस्था परिपूर्ण बनाई जानी चाहिए।

आय का समुचित आबंटन समाज में न्याय की मुख्य अभियव्यक्ति है।चीन में आय के आबंटन में मौजूत समस्याओं के बारे में श्री हू चिंग-थाओ ने कहा कि कार्यक्षमता और न्याय के बीच रिश्तों का अच्छा निबटारा किया जाना चाहिए और न्याय को खासा महत्व दिया जाना चाहिए।चीन में लोकतांत्रिक राजनीति के निर्माण की चर्चा करते हुए उन्हों ने कहाः

"जनता का लोकतत्र समाजवाद की जिन्दगी है।विभिन्न स्तरों पर और विभिन्न क्षेत्रों में लोगों की राजनीति में क्रमबद्ध हिस्सेदारी को विस्तृत की जानी चाहिए,लोगों में समाजावादी लोकतात्रिक कानून-व्यवस्था,स्वतंत्रता व समानता और न्याय व इंसाफ के विचार स्थापित किये जाने चाहिए तथा ज्यादा श्रेष्ठ गैर कम्युनिस्टों को नेतृत्वकारी पदों पर निर्वाचित किया जाना चाहिए। "

श्री हू चिंग-थाओ ने रिपोर्ट में थाइवान-सवाल पर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के हमेशा से चले सैद्धांतिक रूख को दोहराया और चीनी कम्युनिस्टों की ओर से गंभीरतापूर्वक अपील की कि एक ही चीन के सिद्धांत पर आधारित होकर सलाह-मशविरे के तरीके से थाइवान जलडमरूमध्य के दोनों तटों के बीच शत्रुतापूर्ण स्थिति के औपचारिक खात्मे पर शांति-समझौता संपन्न करे।

विदेशों के साथ संबंधों के बारे में श्री हू चिंग-थाओ ने कहा कि चीन हमेशा से शांति व विकास की राह पर डटा रहा है और आपसी लाभ व उभय जीत की खुली रणनीति अपनाता रहा है।चीन खुद अपना विकास करने के साथ-साथ विदेशों खासकर विकासशील देशों की समुचित चिन्ताओं को भी ध्यान में रखता है।

श्री हू चिंग-थाओ ने रिपोर्ट के अंत में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के अन्दरूनी निर्माण पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पार्टी के भीतर लोकतंत्र के निर्माण को सकारात्मक रूप से आगे चलाया जाना चाहिए और पार्टी के बुनियादी निकायों के नेतृत्वकारी समूहों के सीधे चुनाव का दायरा बड़ा किया जाना चाहिए।उन्हों ने इस बात पर जोर दिया कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी अनुशासन व कानूनों का उल्लंघन करने वाले मामलों का सख्त जांच के जरिए पूरी तरह निबटान करेगी और किसी भी भ्रष्ट सदस्य को कानूनों के अनुसार कड़ा दंड देगी तथा इस क्षेत्र में बचाव की कोई भी गुंजाइश होने नहीं देगी।

वर्तमान कांग्रेस 7 दिनों तक चलगी।कार्यसूची के अनुसार इस में उपस्थित प्रतिनिधि महासचिव श्री हू चिंगथाओ की रिपोर्ट,चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के चार्टर के संशोधित मसौदे,पार्टी की पिछली केंद्रीय अनुशासन निरीक्षण कमेटी की कार्य-रिपोर्ट पर विचार-विमर्श करेंगे और पार्टी की नई केंट्रीय कमेटी व केंद्रीय अनुशासन निरीक्षण कमेटी का चुनाव करेंगे।