फिल्म 《कुश्ती थाईक्वानताओ》में बड़ी थाओ-हुंग ने एक थाईक्वानताओ खिलाड़िन की भूमिका अदा की।फिल्म-शूटिंग से पहले वे संबंधिक कौशल सीखने और अनुभव अर्जित करने के लिए चीनी राष्ट्रीय थाईक्वानताओ खिलाड़िन टीम में अस्थाई रूप से भर्ती हुईं।कई महीनों तक वे खिलाड़िनों के साथ रहीं और कड़ा प्रशिक्षण भी लिया।इस बीच उन्हें शरीर पर अनेक जगह चोटें लगीं,पर उन्हों ने हिम्मत नहीं हारी। इसी कारण फिल्म-शूटिंग के समय वह किसी पेशेवर थाईक्वानताओ खिलाड़िन की तरह सहजता से हीरोइन की भूमिका अदा कर सकीं।बहुत से चीनी दर्शकों ने फिल्म देखने के बाद उन के अभिनय की खूब प्रशंसा की।
इस के पश्चात उन्हों ने फिल्म 《38 डिग्री》में एक रोमांटिक और स्वच्छंद विमान-सेविका की भूमिका निभाई। इस फिल्म में उन का आकर्षक स्वभाव पूरी तरह से उभर कर दर्शकों के सोमने आया।इस से यह फिल्म चीनी युवाओं के मन-मस्तिष्क पर छा गईं।
2004 के अंत मे बड़ी थाओ-हुंग ने टी.वी धारावाहिक《मुहब्बत का गीत》में हीरोइन की भूमिका अदा की। यह धारावाहिक दक्षिण-पश्चिमी चीन के खांगतिंग क्षेत्र में उत्पन्न हुई एक मुहब्बत की कहानी दिखाता है।बड़ी थाओ-हुंग ने इस में एक तिब्बती लड़की खांग-चू और उस की मां चो-मा दो पात्रों की भूमिकाएं निभाईं।उन्हों ने अपने सुन्दर रंग-रूप और विशेष पौशाक से ज्यादा भाषा,अंग-भंगिमा और मुद्रा-भाव के जरिए ही इन दो मुश्किल भूमिकाओं को सफलतापूर्वक निभाया।यह धारावाहिक उन के अभिनय के इतिहास में एक नया अध्याय है,जिस में उन के अभिनय में आया नया निखार दिखाई देता है।
बड़ी थाओ-हुंग को अभिनय-कैरियर शुरू किए करीब 10 साल हो गए हैं,पर अन्य कुछ अभिनेत्रियों की तुलना में उन की रचनाएं ज्यादा नहीं हैं।ऐसा क्यों? चीनी फिल्म-जगत में बड़ी थाओ-हुंग का गंभीर-स्वभाव खासा नामी है।फिल्म या टी.वी धारावाहिक चुनने में वह बेहद गंभीर हैं।घिसी-पिटी भूमिका और उन की नैतिकता पर खरी उतर न सकने वाली भूमिकाएं उन्हों ने कभी नहीं स्वाकारीं है।जब भी उन्हों ने अपनी पसंद की भूमिका स्वीकार की,तो वे पूरे तन-मन से उसे सफल बनाने में सलग्न हो गयीं।उन के लिए क्वांटिटी से ज्यादा क्वॉलिटी महत्वपूर्ण है।अगर उन के पास मन प्रभावित करने वाली भूमिका का ऑफर नहीं है,तो वह धन कमाने के लिए किसी दूसरी फिल्म में भाग लेने की बजाए घर पर बैठी किताबें पढती हैं या फिर विश्व स्तर की देशी व विदेशी अभिनेत्रियों के अभिनय की विशेषताओं का अध्ययन करती हैं।अनेक लोगों को यह समझ में नहीं आया कि चीन की सर्वोच्च अभिनेत्रियों में से एक हो जाने के बाद भी बड़ी थाओ-हुंग क्यों सार्वजनिक नजर से दूर रहकर अपनी ही दुनिया में सीमित रहती है ?उन के दीवानों को चिन्ता है कि इस से उन की ख्याति फीकी पड़ जाएगी और उन्हें अच्छे मौकों से हाथ धोना पड़ेगा।इस पर बड़ी थाओ-हुंग ने अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा :
"इस तेज रफ़तार वाली दुनिया में सब कुछ इंस्टेंट हैं और ज्यादातर नई चीजें मनोरंजन के रूप में उभरी हैं। मैं अंतर्मुखी स्वभाव की हूं। यें चीजें किसी हद तक मेरे स्वभाव से मेल नहीं खाती हैं।मैं क्यों अपनी स्वभाव से जोर-आजमाइश कर इन चीजों को स्वीकार करूं ?ऐसे मै थक जाऊंगी और मैं समझती हूं कि स्वभाव से विपरीत काम करना बेवकूफी है।मेरा विचार सरल है कि लोग चाहे जो भी हों,अपना मिशन पूरा करना चाहिए। काम करने के तरीके में बस उन की पसंद होना ठीक है। "
इस समय बड़ी थाओ-हुंग टी.वी धारावाहिक《मम्मी का रेस्तरां》की शूटिंग में व्यस्त हैं।इस में वह एक कोरियाई नृत्यकार की भूमिका अदा कर रही हैं।यह भूमिका उन की काबलियत पूरी तरह उजागर कर सकती है।याद रहे कि उन्हों ने फिल्म जगत में कदम रखने से पूर्व आठ सालों तक नृत्य-शिक्षा प्राप्त की थी।विश्वास है कि इस धारावाहिक में उन के नृत्य आकर्षण का केंद्र बनेंगे।
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