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प्रिय दोस्तो , चीन का भ्रमण साप्ताहिक कार्यक्रम अब आरम्भ होता है । आज के इस कार्यक्रम में दक्षिण पश्चिम चीन स्थित युन्नान प्रांत के शह लिन यानी पत्थर जंगल का दौरा जारी है ।
27 जून 2007 को न्यूजीलैंड के क्रिस्टचुर्च शहर में आयोजित 31 वें विश्व विरासत सम्मेलन में युन्नान प्रांत का शह लिन यानी पत्थर जंगल अंतिम फैसला पारित कर विश्व की प्राकृतिक विरासत की नामसूची में शामिल हो गया। विश्व विरासत विशेषज्ञ प्रोफेसर ल्यांग युंग निंग को पत्थर जंगल पर अनुसंधान किये हुए तीस साल हो गये हैं। उन्हों ने कहा कि युन्नान के शह लिन यानी पत्थर जंगल के विश्व विरासत में शामिल होने से उन की अपनी तमन्ना पूरी हो गयी है ।
उन्हों ने कहा कि जब में 1978 में विश्वविद्यालय से स्नातक होने के बाद शह लिन देखने गया , तो वहां के पत्थर जंगल देख कर मैं एकदम मोहित हो गया , लेकिन उस समय मैं ने सोचा भी नहीं था कि बाद में मैं इसी पत्थर जंगल से जुड़ूंगा और उस पर विशेष अनुसंधान करुंगा।इसलिये मुझे पत्थर जंगल से बहुत लगाव हो गया है । साल भर में मैं न जाने कितनी बार इस पत्थर जंगल क्षेत्र में आ जाता हूं।कुछ चट्टानें मेरी पुराने दोस्त जान पड़ती हैं। जब मैं उन के पास जाता हूं , तो अवश्य ही उन्हें बड़े प्यार से छूता हूं , बड़ा अच्छा लगता है ।
पत्थर जंगल पर्यटन स्थल का प्रबंधक होने के नाते प्रबंधन ब्यूरो के प्रधान श्री ली चंग फिंग का विचार है कि पत्थर जंगल रमणीक पर्यटन क्षेत्र को विश्व विरासत की नामसूची में शामिल करने में जो सफलता मिली है , उस में पत्थर जंगल क्षेत्र में रहने वाले वासियों और पत्थर जंगल के बेशुमार प्रेमियों की अभिलाषा गर्भित है ।
विश्व विरासत की नामसूची में पत्थर जंगल का शामिल होना पत्थर जंगल क्षेत्र का मामला नहीं है और न ही वह सिर्फ खुनमिंग का मामला है , वह समूचे चीन का मामला है और वह चीन की आवाज का प्रतिनिधित्व है । हम चीनी राष्ट्र की संतान होने के नाते इस बात पर गर्व महसूस करते हैं ।
विश्व विरासत में पत्थर जंगल के शामिल होने पर संबंधित चीनी विशेषज्ञों और इस पत्थर जंगल पर्यटन स्थल के प्रबंधकों को बेहद खुशी है, और प्रथम बार पत्थर जंगल के दौरे पर आये पर्यटक भी बहुत प्रसन्न हैं । आस्ट्रेलियाई नागरिकता प्राप्त एक चीनी महिला साती ने कहा कि मुझे पत्थर जंगल यानी शह लिन क्षेत्र बहुत सुंदर लगता है , उसे विश्व विरासत में शामिल करने में जो सफलता मिली है , वह गर्व की बात है । यदि और अधिक विदेशी पर्यटक यहां के दौरे पर आयेंगे और चीन की परम्परागत संस्कृति को बाहर ले जा कर फैलाएंगे , तो बहुत बढ़िया होगा ।
वर्तमान विश्व में कुल 140 देशों में 830 विश्व प्रकृति विरासतें पायी जाती हैं। विश्व विरासत के विशेषज्ञ प्रोफेसर ल्यांग युंग निंग ने कहा कि विश्व संस्कृति विरासतों की तुलना में विश्व प्रकृति विरासतों के चयन मापदंड और अधिक कड़े हैं ।चीनी पत्थर जंगल को विश्व प्रकृति विरासत में शामिल किये जाने का प्रमुख कारण निम्न दो मापदंड रहा है ।
प्रथम मापदंड सौंदर्य का है । पत्थर जंगल विश्व स्तरीय प्राकृतिक दृश्य है और वह प्रकृति द्वारा बना बनाया गया एक विशेष अद्भुत करिश्मा माना जाता है। दूसरा मापदंड है कि पत्थर जंगल का वैज्ञानिक मूल्य एक विशेष भूतत्वीय सूरत की अभिव्यक्ति है , जिस से विशेष कार्स्ट भू सूरत के माध्यम से भूगोल परिवर्तन का इतिहास प्रतिबिंबित होता है ।
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