दोस्तो,चीनी फिल्म-जगत में थाओ-हुंग नाम की दो फिल्म अभिनेत्रियां हैं।लोग उन्हें अलगाने के लिए "बड़ी थाओ-हुंग "और "छोटी थाआ-हुंग " कहकर पुकारते हैं।यहां आज चर्चा में हैं- बड़ी थाओ-हुंग।कुछ समय पहले चीन भर में प्रसारित टी.वी धारावाहिक 《याद में बारिश 》काफी लोकप्रिय रहा।इस में बड़ी थाओ-हुंग ने हीरोइन की भूमिका अदा की थी। इस धारावाहिक में चीन के अंतिम सामंती राजवंश छिंग-राजवंश की एक राजकुमारी पाओ-लिंग की कहानी दिखाई गयी है।बड़ी थाओ-हुंग ने इस में पाओ-लिंग की भूमिका निभाई।
इस में उन्हों ने पाओ-लिंग के रुप में 10 से 30 वर्ष से अधिक उम्र तक की एक अमीर चटकीली लड़की से समाज के निचले तबके की एक महिला बन जाने के अनुभवों को जीते-जागते अभिनय के माध्यम से दर्शकों के सामने प्रस्तुत किया। इस से उन्हें कलाकारों और आम लोगों की व्यापक प्रशंसा मिली।
बड़ी थाओ-हुंग का जन्म 35 साल पहले दक्षिण पश्चिमी चीन के छुंगछिंग शहर में हुआ था।बचपन से ही वह नाच-गाने में दूसरी लड़कियों से आगे रहतीं ।मां-बाप और अध्यापक कहा करते थे कि उन में अभिनेत्री बनने की जन्मजात गुण है, और वह बड़ी होने के बाद अभिनेत्री बन सकती हैं।11 साल की आयु में वह स्थानीय कला-स्कूल में भर्ती हुई।वहां 8 सालों तक नृत्यकला की शिक्षा पाने के बाद उन्हें परीक्षा में आए श्रेष्ठ अंकों के आधार पर पेइचिंग के प्रसिद्ध केंद्रीय नाटक-कला प्रतिष्ठान में दाखिला मिला।1998 में टी.वी धारावाहिक《नहर के किनारे परिवार》में अपने सशक्त अभिनय के कारण उन्होंने पेइचिंग के टी.वी जगत का सर्वोच्च पुरस्कार जीता।इस के बाद《काला-छेद》नामक एक टी.वी धारावाहिक में उन्होंने अंडरवर्ड के सरगने की पत्नी की भूमिका अदा की।इस धारावाहिक में वह एक मनोविकृत और तिकड़मी स्त्री के रूप में दर्शकों के सामने दिखीं।यह भूमिका लोगों को अखरती है,पर बड़ी थाओ-हुंग के सटीक अभियन की सराहना किए बिना वे नहीं रह सके।
《जीवन शो》नामक फिल्म बड़ी थाओ-हुंग की पहली फिल्म है।इस में उन्हों ने हीरोइन के रूप में चीन के एक बड़े शहर के एक रेस्तरां की मालकिन लाई श्वांग-यांग की भूमिका अदा की।
लाई श्वांग-यांग अंतर्विरोध वाले स्वभाव की है।वह जहां एक ओर हिम्मती,दयालु,उत्साहपूर्ण और परंपरागत है,वहीं दूसरी ओर कमजोर,चालाक,उदासीन और खुली भी है।बड़ी थाओ-हुंग ने अपने निखरे अभिनय से जीवन और कार्य के प्रति उस के मनोभाव की गतिविधियां जीते-जागते रूप से दर्शकों के सामने प्रस्तुत कीं।
इस फिल्म की चर्चा करते हुए बड़ी थाओ-हुंग ने कहा :
"इस फिल्म में मेरी भूमिका शुरू से अंत तक है।बीच में पल-भर के लिए भी मैं आंखो से ओझल नहीं होती।यह किसी भी अभिनेता या अभिनेत्री के लिए बड़ी चुनौती है।इस का मतलब है कि फिल्म की सफलता पूरी तरह एक ही अभिनेता या अभिनेत्री पर निर्भर करती है।अन्य अभिनेता और अभिनेत्रियां सब के सब मात्र उस की सेवा करते हैं।《जीवन शो》फिल्म की शूटिंग से पहले मैं ने चार महीनों तक पटकथा का अध्ययन किया।अच्छी तरह से तैयारियां पूरी करने के बाद मैं तनावमुक्त हो गयी और जब मैं कैमरे के सामने खड़ी हुई,तो मुझे लगा कि मैं लाइ श्वांग-यांग में तब्दील हो गयी हूं"
इस फिल्म में श्रेष्ठ-प्रदर्शन से बड़ी थाओ-हुंग ने वर्ष 2002 में लगातार फिल्म जगत का चीन सरकार का सर्वोच्च पुरस्कार,विशेषज्ञों का पुरस्कार और शांघाई अंतर्राष्ट्रीय फिल्मोत्सव का सर्वोच्च पुरस्कार भी प्राप्त किया।इतने सम्मान पाने के बाद बड़ी थाओ-हुंग को फिल्म-शूटिंग के अधिक अवसर मिले और उन्होंने तरह-तरह की भूमिकाएं निभाने के प्रयोग शुरू किए।उन्हों ने बताया :
"बहुत से निर्देशकों ने मुझे अपनी फिल्मों में भाग लेने के ऑफर दिए।मैं लाई श्वांग-यांग से बिल्कुल भिन्न स्वभाव की महिला का रोल करना चाहती थी।सो मैंने 《कुश्ती थाईक्वानताओ》नामक एक फिल्म चुनी।"
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