दोस्तो, चीन के प्रसिद्ध संगीतकार वांग यो क्वी और उन के गीतों चीन में बहुत प्रसिद्ध हैं।
गीत 1 बड़ा होने के बाद मैं आप की तरह बन गया हूं
दोस्तो, कृपया सुनिए वांग यो क्वी द्वारा संगीतबद्ध एक गीत जिसका शीर्षक है—बड़ा होने के बाद मैं आप की तरह बन गया हूं। इस के बोल बड़े सजीव हैं और लय भी बड़ी मधुर है। इस गीत में लोगों के द्वारा अध्यापक की प्रशंसा की अभिव्यक्ति हुई है। वर्ष 1993 में चीन के सी.सी.टी.वी के द्वारा आयोजित वसंत समारोह में प्रसिद्ध गायिका सुंग चु ईंग ने यह गीत प्रस्तुत किया, जिसे व्यापक प्रशंसा मिली। इस गीत से ही वांग यो क्वी की लोगों में पहचान बनी।
वांग यो क्वी का जन्म 1949 में चीन के हुनान प्रांत के एक गांव में हुआ था। 15 साल की आयु में वे एक कला मंडली में शामिल हो गए, बाद में उन्होंने विश्वविद्यालय के कला विभाग में संगीत सीखने के लिए दाखिला लिया। अध्ययन पूरा करने के बाद उन्होंने उसी विश्वविद्यालय में दस वर्षों तक अध्यापन कार्य किया। बाद में वे चीन के केंद्रीय संगीत विद्यालय में संगीत सीखने लगे और 2000 में चीनी गीत नृत्य दल में काम करना शुरु किया। अब वे इस दल के कार्यक्रम बनाने वाले विभाग के अध्यक्ष हैं।
40 वर्षों में वांग यो क्वी ने प्यानो संगीत और संगीत नाटक में संगीत की कई प्रस्तुतियां दी हैं। लगभग सौ से अधिक गीतों को संगीतबद्ध किया है। इस में से बहुत से गीतों ने अनेक बार विभिन्न प्रतियोगिताओं में अनेक परस्कार जीते हैं। ये गीत लोगों को बहुत पसंद हैं।
गीत 2 वसंत की कहानी
दोस्तो, अब सुनिए एक गीत जिसका शीर्षक है—वसंत की कहानी। इस गीत में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में चीन में सुधार और खुलेपन की नीति और इस के परिणामस्वरूप विशेष कर शनचन शहर और सारे देश में आए तीव्र बदलाव के बारे में वर्णन किया गया है। इस गीत में चीनी लोगों के द्वारा सुधार और खुलेपन की नीति अपनाने वाले उस वक्त के चीन के नेता श्री तंग श्याओ पिंग की प्रशंसा की गई है। यह गीत पिछली शताब्दी के नौवें दशक के गीतों में सबसे प्रसिद्ध और लोकप्रिय रहा है।
गीत 3 मैं चीन का एक हिस्सा हूं
दोस्तो, अब सुनिए एक गीत जिसका शीर्षक है—मैं चीन का एक हिस्सा हूं। यह गीत वांग यो क्वी ने 1995 में हांगकांग के मुख्यभूमि चीन में वापिस आने की खुशी के अवसर पर पेश किया। इस गीत को संगीतबद्ध करते समय वह की बार भावुक हो उठा है। उसने कहा कि एक आम व्यक्ति के रूप में वह अपने देश की हर छोटी से छोटी उपलब्धि की प्रशंसा करना चाहता हैं। इस गीत की लय शांतुग के लोकगीतों की धुन के आधार पर बनाई गई है।
गीत के बोल हैं—तुमने कहा कि मैं आकाश में एक तारा हूं। पुराने समय में आकाश में मेरी रोशनी भी देखी जा सकती थी। तुमने कहा कि तुम देश के बाहर मेरी तरक्की को हमेशा ध्यान से देखते रहे हो। तुमने कहा कि तुम हमेशा मेरे घर के आसपास समुद्र में मछुआरे की नाव में रोशनी देखते रहे हो। तुम ने तरह-तरह से मुझे बताया कि मैं भी तुम्हारी भूमि का हिस्सा हूं।
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