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(GMT+08:00) 2007-09-26 12:36:40    
भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश में आयोजित नादाम समारोह मंगोल जाति के परम्परागत सांस्कृतिक जीवन की अलग पहचान है

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प्रिय दोस्तो , शायद आप ने उत्तरी चीन के सीमांत क्षेत्र स्थित भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश के बारे में कुछ न कुछ जानकारी प्राप्त की होगी । आज के चीन के भ्रमण कार्यक्रम में हम आप को इसी भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश का दौरा करने ले चलते हैं । आप को इस दौरे में न केवल भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश के अपार घास मैदान का अनौखा प्राकृतिक दृश्य देखने को मिलता है , बल्कि नजदीगी से मंगोल चेहवाहों के जीवन को महसूस भी हो सकता है ।

स्थानीय चरवाहे छिलिनडोर ने कुछ साल पहले कुंगपोलाग घास मैदान क्षेत्र में पांच मंगोल जातीय तंबू खड़े किये हैं । वे अवकाश के समय बाहर से आये पर्यटकों का इन्ही तंबुओं में सत्कार करते हैं । चरवाहे छिलिनडोर ने कहा कि हर साल गर्मियों में बहुत से पर्यटक कुंगपोलाग घास मैदान घूमने आते हैं ।

उन्हों ने कहा कि हमारा विशाल घास मैदान बहुत सुंदर है। पर्यटक हमारे हरे-भरे घास मैदान में अपनी रूचि के साथ जा सकते हैं , दूध दुह सकते हैं और चरवाहों से पनीर बनाने का तरीका सीख सकते हैं । इतना ही नहीं , वे स्थानीय चरवाहों से नाना प्रकार के दुग्ध पकवान , सूखा बीफ व मटन जैसे बहुत से स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ तैयार करने के तरीके भी सीख सकते हैं ।

मंगोल जाति के लोग बहुत मेहमानवाज हैं । जब घर में कोई मेहमान आता है , तो वे अवश्य ही उस के सम्मान में मटन व सफेद शराब पेश करते हैं । साथ ही मक्खन और पनीर जैसे परम्परागत पकवानों के अतिरिक्त वे खुशबूदार भुना हुआ बकरा भी खिलाते हैं । मालिक खुशी में सुरक्षित बढ़िया शराब भी मेहमान के सम्मान में पिलाते हैं । जी , हां यदि कोई मेहमान शराब नहीं पीता है , तो वे उसे दुविधा में नहीं डालते । ऐसे मौकों पर वह मंगोल जाति की तरह अपनी अनामिका ऊंगली से शराब को आकाश और जमीन की ओर छिडक सकता है , मतलब है कि आसमान व भूमि देवों की पूजा की जा रही है ।

नीला आसमान , सफेद बादल , विशाल घास मैदान और घोड़ों के झुंड भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश का पूरा मनमोहक दृश्य नहीं हैं । इस स्वायत्त प्रदेश के पश्चिमी भाग में ऊंट की जन्मभूमि के नाम से प्रसिद्ध अराशान और अरडोस पठार असीमित गोबीस्थान व विशाल रेगिस्तान ने भी अपनी विशेष पहचान बना रखी है । पर्यटक यहां के सुनहरे रेगिस्तान में ऊंट पर सवार होकर शांत व विरान दृश्यों का मज़ा उठा सकते हैं ।

यदि पर्यटक भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश की जातीय संस्कृति के बारे में जानकारी पाना चाहते हैं , तो उन्हें मंगोल जाति के रहस्यमय अंत्येष्टि संस्कार भी देखने चाहिएं । मंगोल जाति के महा वीर चंगेजखान की कब्र की रक्षा मंगोल जाति की दारहूत शाखा के वंशज करते आये हैं । हर वर्ष के वसंत में, और सर्दियों में धूमधाम से विशाल भव्यदार पूजा समारोह आयोजित किये जाते हैं । वैसे आम दिनों में तो अक्सर भव्य पूजा प्रार्थना गतिविधि तो रहती ही है ।

हर वर्ष भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश में आयोजित नादाम समारोह मंगोल जाति के परम्परागत सांस्कृतिक जीवन की अलग पहचान है । मंगोल भाषा में नादाम का अर्थ मनोरंजन है। हर वर्ष गर्मियों व शरद में यह समारोह होता है । मौके पर चरवाहे शानदार जातीय पोशाक में घुड दौड़ , कुश्ती और तीरंदाजी प्रतियोगिता करते हैं । ये गतिविधियां मगोल जाति की हजारों वर्षों से चली आयीं घास मैदान की परम्पराओं से जुड़ी हुई हैं ।

चालू वर्ष की गर्मियों में भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश अपनी स्थापना की 60 वीं वर्षगांठ मना रहा है । इस उपलक्ष्य में इस स्वायत्त प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में 70 से अधिक विविधतापूर्ण रंगारंग दिलचस्प गतिविधियां का आयोजन किया जा रहा है । इन गतिविधियों की चर्चा करते हुए भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश के पर्यटन ब्यूरो के उप प्रधान युन ता फिंग ने कहा कि मौके पर भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश का चौथा अंतर्राष्ट्रीय घास मैदान सांस्कृतिक उत्सव , प्रथम चीनी घास चरागाह समूह गान प्रतियोगिता की जायेगी ।इस के अलावा 25 से 31 जुलाई तक भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश का 18 वां नादाम समारोह , चीनी मंगोल जातीय फैशन शौ उत्सव , अल्टाई पवित्र जल उत्सव और हुंगशान सांस्कृतिक अवशेषों की प्रदर्शनी जैसे सिलसिलेवार विविधतापूर्ण आयोजन भी किये जा रहे हैं । उस समय मेहमानवाज मंगोल जाति के लोग नृत्य नाट्य व खुशबूदार सफेद शराब से पर्यटकों का सत्कार करेंगे ।