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China Radio International Friday   Jul 4th   2025  
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(GMT+08:00) 2007-09-25 12:01:24    
हिन्दी कार्यक्रमों पर श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं

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देवरिया उत्तर प्रदेश के दीपक कुमार का पत्र अब आप के सामने है । उन्हों ने कहा कि आप के कार्यक्रम रोचक , मनोरंजक , ज्ञानवर्धक एवं प्रेरणा दायक होते हैं । सी .आर .आई दुनिया का एकमात्र रेडियो स्टेशन है , जो कि दिन की चार सभा होती है और बिना टिकट लगाए तीन भेजने हेतु जवाबी लिफाफा मुहैया करता है । जिस से हमें चाइना रेडियो इंटरनेशनल को पत्र भेजने में कोई डाक खर्च अदा नहीं करना पड़ता है । सी .आर .आई के कार्यक्रमों में हमें चीन से अधिक नजदीक से जानने का मौका मिलता है । कार्यक्रम चीन का भ्रमण से हमें चीन के विभिन्न जगहों को अच्छी तरह जानने का शुभअवसर मिलता है ।

हमारे श्रोता मित्र ने एक दूसरे पत्र में कहा कि शाओथांग और शाओयांग जी की आवाज बहुत ही मधुर है . जी चाहता है कि आप दोनों की आवाज सुनता रहूं । मेरे घर के कभी सदस्य बहुत ही शौक से आप का प्रोग्राम सुनते हैं और बहुत ज्ञान प्राप्त करते हैं .

जी चाहता हूं कि हमेशा सी .आर .आई को सुनता हूं , आप का पत्र मिला , आप की पसंद , चीन का भ्रमण आदि कार्यक्रम बहुत ही लोकप्रिय है । और बहुत अच्छा लगता है , माने जैसे अमृत की वर्षा होने लगती है ।

मुट्ठियों में कोई खुशबू कैद है,

दिल में धड़कन की तरह सी .आर .आई कैद है।

हवाओं ने हौले से धुंधरू बजाया ,

मेरे रगरग में सी .आर .आई लहूं बनके कैद है।

सी .आर .आई की मृदु वाणी दिल के गुलशन फूलों सी सजा देती है . हर गम दूर हो जाता . सी .आर .आई को जब दिल से महसूस किया जाता है ।

मैं हमेशा सी .आर.आई को सुनता हूं और हमेशा सुनता रहूंगा ।

यह सुलतानपुर उत्तर प्रदेश के अनिल कुमार द्विवेदी का पत्र , आप हमारे पुराने श्रोता है , और अकसर पत्र लिखते है । अब हम देखिए कि आप के पत्र में हमें क्या क्या बताया गया।

श्री अनिल कुमार द्विवेदी ने इस पत्र में कहा कि आप का चीनी गीत संगीत कार्यक्रम मुझे बहुत अच्छा लगता है . एक बात मैं जो लिख रहा हूं , इस से सभी सहमत होंगे यानी संगीत की कोई भाषा नहीं होती है . अर्थात संगीत सभी समझते हैं , वे कोई भी भाषा बोलते हों । संगीत मन व तन में खुशी भर देता है । वैज्ञानिक शोधों में यह प्रभाषित हो चुका है कि गीत संगीत के द्वारा मरीजों का इलाज संभव है , ऐसे में आप का चीनी गीत संगीत कार्यक्रम हमें जानकारी व मनोरंजन तो कराता ही है , साथ ही यह अप्रत्यक्ष लाभ भी दे रहा है ।

14 अप्रैल 2007 को प्रसारित आप का कार्यक्रम सुना । इस में प्रसिद्ध चीनी गायक फू येची के फिल्मी व एलबम गीत सुनने को मिले . मंगोल जाति के फू येची चरवाहे के घर में पैदा हो कर अपनी मधुर व लहरदार आवाज के कारण सफलता की सीढी चढ़े हैं . सभी गीत मुझे बहुत अच्छे लगे । ओ. नीले रंग वाला पठार , घोड़े की सुन्दर जीन तथा प्रकृति पर आधारित अन्य गीत दिल को छूने वाले थे ।

वास्तव में सफल गायक बनने के लिए अच्छी आवाज व गायन शैली के साथ लहरदार व मीठी आवाज होना चाहिए , तथा कुछ सफलता का कारण गीत के बोल तथा भावार्थ भी सहयोगी होता है । ऐसे अन्य कार्यक्रमोंकी प्रतीक्षा में ।

सी . आर .आई के हिन्दी चीनी गीत संगीत कार्यक्रम पर श्री अनिल कुमार द्विवेदी की इस तरह की समीक्षा हमारे इस कार्यक्रम के आयोजक वनिता और लाकेश के लिए वरदान की भांति है , यदि उन के द्वारा प्रसारित चीनी गीत संगीत का कार्यक्रम श्रोताओं को खुशी , आनंद और मनोरंजन के साथ थोड़ा सा सार्थक लाभ भी दे सकता है , तो वे दोनों तारीफ के शतशत काबिले हैं । सच तो है ही कि गीत संगीत की कोई सीमा नहीं होती है और कोई भाषा नहीं होती है , वह सभी लोगों को फायदा पहुंचा देता है , चाहे वे किसी देश के हों या किसी भाषा के भाषी हों । इतने प्रोत्साहन दायक पत्र के लिए अनिल कुमार द्विवेदी को कोटि कोटि धन्यावाद । आप के इस प्रकार के पत्रों की प्रतीक्षा में ।

आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के अमीर अहमद का पत्र आप के सामने है , उन्हों ने अपने इस पत्र में कहा कि 2008 एकदम करीब आ चुका है , हर कोई की जबान पर 2008 ओलिंपिक है . दुनिया ओलिंपिक 2008 पेइचिंग की बड़ी बेसब्र से प्रतीक्षा कर रही है । उसी प्रकार रेडियो के श्रोता भी बहुत इंतजार कर रहे हैं । ओलिंपिक की तैयारी कहां तक हो चुकी है और क्या क्या तैयारी चल रही है . आप की रिपोर्टों से जानने को मिल जाता है । चन्द्रिमा जी आप जिस प्रोग्राम को बनाती है , प्रोग्राम एक अलग पहचान होता है । आप ने आप की पसंद जब तक बनाया , वाकई में चन्द्रिमा जी श्रोताओं की संख्या बढ़ी और श्रोताओं ने अपने पत्रों से अपनी पसंद को भी लिखा . आज श्रोताओं की धड़कन बन चुका है आप की पसंद, आप ने जब से खेल जगत प्रोग्राम बनाना शुरू किया । मैं यह कहता हूं कि पहले से इस समय काफी बदला है , हर सप्ताह ओलिंपिक पर रिपोर्ट देती है . बहुत ही ज्ञानवर्धक होती है । तो मेरे कहने का मतलब यह है कि 2008 में ओलिंपिक को अच्छी कवरेज करने की तैयारी ले . भारत से जाने वाले खिलाड़ियों के साक्षात्कार जरूर हों ।

अमीर अहमद जी , हमें बड़ी खुशी हुई है कि आप को पहले आप की पसंद और अब खेल जगत कार्यक्रम का आयोजन करने वाले सुश्री चन्द्रिमा के प्रसारण काम पर गर्व है और बहुत पसंद ही नहीं , बल्कि उन की सफलता पर पूरा विश्वास हुआ है । श्रोताओं की इस प्रकार के विश्वास से सी .आर .आई हिन्दी सेवा के सभी सदस्यों का विश्वास भी बढ़ेगा । 2008 पेइचिंग ओलिंपिक को विस्तृत रूप से कवरेज करने के लिए सी .आर .आई के विभिन्न विभाग अच्छी तरह तैयारी कर रहे हैं । हमें विश्वास है कि सी .आर .आई के सभी लोगों की तरह चन्द्रिमा जी भी अच्छी तरह इस कवरेज काम को पूरा कर सकेगी । पत्र लिखने के लिए आप को धन्यावाद ।

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