
चीनी सैन्य विशेषज्ञ श्री वांग शीन च्वन ने 21 तारीख को पेइचिंग में कहा कि चीन दुनिया में इंटरनेट के हेकरों द्वारा हमला किये जाने वाला सब से प्रमुख निशाना और सब से बड़े शिकार देशों में से एक है। इंटरनेट के अपराधों की कारगर रुप से रोकथाम करने का एकमात्र रास्ता अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करना है।
चीनी सैन्य विज्ञान अकादमी के युद्ध सिद्धांत व रणनीति अनुसंधान विभाग के शोधकर्ता श्री वांग शीन च्वन ने संवाददाताओं के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि इधर के वर्षों में विभिन्न पश्चिमी देशों से सरकारी व सैन्य पक्षों के इंटरनेट पर हेकरों के हमले की खबरें आती रहती हैं। लेकिन, आश्चर्य की बात है कि हेकरों के हजारों बार के हमलों में चीन से हुए हेकर हमलों की एक दो वेबसाइट होती हैं। पर पश्चिमी देशों की कुछ सरकारों के अधिकारियों व मीडियाओं ने इस बात को लेकर चीन की आलोचना की।
श्री वांग शीन च्वन ने कहा कि वास्तव में चीन सरकार और चीनी सेना भी इधर के वर्षों में अनेक बार हेकरों का निशाने बने हैं। किसी भी एक पश्चिमी देश की तुलना में चीन के सामने आयी सूचना सुरक्षा का खतरा कहीं ज्यादा गंभीर है। लेकिन, चीन सरकार ने किसी भी देश के खिलाफ उंगली नहीं उठाई, जबकि चीन ने अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करके इंटरनेट सूचना की सुरक्षा खतरे का समान रुप से निपटारा करने की अपील की है।
श्री वांग शीन च्वन ने कहा कि विभिन्न देशों में इंटरनेट सूचना की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए संबंधित देशों को संदेह को मिटाकर सहयोग जांच व्यवस्था की स्थापना करनी चाहिए, नयी तकनीक व लोगों के आदान-प्रदान को मजबूत करना चाहिए, ताकि बड़े पैमाने वाले इंटरनेट के आतंकवादी हमलों को रोका जा सके।
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