चीनियों की नजर में सामंजस्यपूर्ण समाज ऐसा होना चाहिए,जिस में लोकतंत्र,कानूनी व्यवस्था,न्याय,ईमादारी,मैत्री,जीवन-शक्ति,अमन-चैन,मानव और प्रकृति के बीच सामंजस्य स्थापित हैं।
सामंजस्यपूर्ण समाज का विचार सन् 2004 में आयोजित चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 16वीं राष्ट्रीय कांग्रेस के चौथे पूर्णाधिवेशन में प्रस्तुत किया गया है।इस विचार को मूर्त रूप देना चीनी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा खुशहाल समाज का निर्माण करने और चीनी विशेषता वाले समाजवादी कार्य का नया दौर शुरू करने के दौरान प्रस्तुत एक नया अहम कार्य है,जो व्यापक जनता के मूल हितों और समान अभिलाषा की अभिव्यक्ति करता है।
सामंजस्यपूर्ण समाज के साथ सामंजस्यपूर्ण दुनिया का विचार भी पेश किया गया है,जिस की व्याख्या वर्ष 2005 में संयुक्त राष्ट्र संघ की 60वीं जयंती के अवसर पर आयोजित एक शिखर सम्मेलन में चीन के राष्ट्राध्यक्ष श्री हू चिन-थाओ द्वारा विस्तृत रूप से की गई।उन्हों ने कहा कि सामंजस्यपूर्ण दुनिया के विचार के तहत चीन विदेशों के साथ अपने संबंध निपटने के दौरान बहुपक्षीयवाद पर कायम रहते हुए समान सुरक्षा पाने की कोशिश करेगा,आपसी लाभ वाले सहयोग के आधार पर समान समृद्धि प्राप्त करने का प्रयास करेगा और व्यापक स्वीकार वाली भावना से सामंजस्यपूर्ण दुनिया के निर्माण के लिए विदेशों के साथ मिलकर प्रयत्नशील रहेगा।इस विचार से चीनी राजनय की कोशिशों और वैश्विक रणनीति के प्रमुख विषयों की झलक देखी जा सकती है।
|