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(GMT+08:00) 2007-09-12 09:00:45    
2006 में चीन के दक्षिण पश्चिम चीन के युननान प्रांत के शह लिन पत्थर जंगल पर्यटन क्षेत्र ने 24 लाख से अधिक देशी विदेशी पर्यटकों का सत्कार किया

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अब इतने अधिक पर्यटकों के लिये बढ़िया सुविधाजनक सेवाएं किस तरह उपलब्ध करायी जाएं और पत्थर जंगल का संरक्षण कैसे किया जाये , यह इस पत्थर जंगल पर्यटन क्षेत्र के प्रबंधकों के सामने मौजूद सब से बड़ी चुनौती है । पत्थर जंगल पर्यटन क्षेत्र के प्रबंधन ब्यूरो के प्रधान श्री ली चंग फींग ने कहा कि हमारा पत्थर जंगल अब विश्व प्राकृतिक विरासत और विश्व भूतत्व पार्को में शामिल हो गया है ।इस का तकाजा है कि इस पत्थर जंगल का प्रबंध व संरक्षण भी विश्व स्तर का हो । विश्व स्तर का कोई मापदंड तो नहीं है , पर यह मापदंड निश्चित है-- मानवीय संस्कृति व प्रकृति । मानवीय संस्कृति का मतलब है कि पर्यटकों को सुविधाजनक सेवाएं उपलब्ध करायी जाएं ।

2006 में चीन के दक्षिण पश्चिम चीन के युननान प्रांत के शह लिन पत्थर जंगल पर्यटन क्षेत्र ने 24 लाख से अधिक देशी विदेशी पर्यटकों का सत्कार किया , औसतन हर रोज करीब बीस हजार पर्यटक यहां आते हैं । अब इतने अधिक पर्यटकों के लिये बढ़िया सुविधाजनक सेवाएं किस तरह उपलब्ध करायी जाएं और पत्थर जंगल का संरक्षण कैसे किया जाये , यह इस पत्थर जंगल पर्यटन क्षेत्र के प्रबंधकों के सामने मौजूद सब से बड़ी चुनौती है । पत्थर जंगल पर्यटन क्षेत्र के प्रबंधन ब्यूरो के प्रधान श्री ली चंग फींग ने कहा कि हमारा पत्थर जंगल अब विश्व प्राकृतिक विरासत और विश्व भूतत्व पार्को में शामिल हो गया है ।इस का तकाजा है कि इस पत्थर जंगल का प्रबंध व संरक्षण भी विश्व स्तर का हो । विश्व स्तर का कोई मापदंड तो नहीं है , पर यह मापदंड निश्चित है-- मानवीय संस्कृति व प्रकृति । मानवीय संस्कृति का मतलब है कि पर्यटकों को सुविधाजनक सेवाएं उपलब्ध करायी जाएं ।

फरवरी 2004 में पत्थर जंगल प्रथम खेप में विश्व भूतत्व पार्क के बनने के बाद पत्थर जंगल प्रबंधन ब्यूरो ने 20 करोड़ चीनी य्वान की धन राशि लगाकर पत्थर जंगल की आदिम पारिस्थितिकी की बहाली के लिये पर्यावरण का सुधार किया है और खेतों की जगहों पर जंगल उगाये हैं ।इसी बीच पत्थर जंगल क्षेत्र के पर्यटन सन्साधनों का वैज्ञानिक प्रबंध व संरक्षण किया है । वर्तमान में पत्थर जंगल पर्यटन क्षेत्र ने 60 हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल वाली भूमि पर विभिन्न प्रकार के एक लाख 30 हजार पेड़ उगाये हैं ।साथ ही चीनी , अंग्रेजी , फ्रांसीसी , जापानी और कोरियाई इन पांच भाषाओं में 180 गाईड बोर्ड भी लगाये हैं । प्रधान ली चंग फींग ने कहा कि पत्थर जंगल पर्यटन क्षेत्र ने 1985 में पत्थर जंगल रमणीक स्थल की समग्र योजना तैयार करना शुरू कर दिया था। यह समूचे चीन में बहुत कम देखने को मिलता है । 1987 में राज्य परिषद ने विधिवत रूप से पत्थर जंगल रमणीक स्थल की समग्र योजना लागू करने का अनुमोदन किया है । 1991 में शह लिन कांऊटी यानी तत्कालीन लू ल्यांग ई जातीय स्वशासन कांऊटी ने लू ल्यांग ई जातीय स्वशासन कांऊटी के रमणीक स्थल की संरक्षित नियमावली निर्धारित की । राज्य परिषद के अनुमोदन और स्थालीय संरक्षण नियमावली ने हमारे पत्थर जंगल के संरक्षण के लिये मजबूत नीवं डाल दी है ।

इधर के सालों में पत्थर जंगल रमणीक स्थल ने कुछ विशेषज्ञों को पत्थर जंगल रमणीक स्थल के विकास के लिये आमंत्रित किया है । विश्व विरासत के विशेषज्ञ प्रोफेसर श्री ल्यांग यूंग निंग ने कहा कि पत्थर जंगल रमणीक स्थल का कड़ाई से प्रबंधन किये जाने से अब इस रमणीक स्थल का संरक्षण व योजना और अधिक वैज्ञानिक है ।

बहुत सी परियोजनाओं के निर्माण से पहले इन परियोजनाओं की बारंबार समीक्षा करना और विशेषज्ञों से परामर्श करना जरूरी है । इधर के सालों में पत्थर जंगल रमणीक स्थल ने शह लिन कांऊटी के विकास के लिये वैज्ञानिक सलाहकार के रूप में विभिन्न क्षेत्रों के बीस से अधिक विद्वानों को आमंत्रित किया है । जब कोई महत्वपूर्ण फैसला करना होता है , तो इस से पहले अवश्य ही संबंधित कामों पर बारंबार विचार विमर्श किया जाना और संबंधित कार्यसू्ची की कड़ाई से जांच पड़ताल की जानी चहिए , ताकि इस रमणीक स्थल के वैज्ञानिक विकास को सुनिश्चित किया जा सके ।

इस के अतिरिक्त स्थानीय पर्यावरण विभाग रमणीक स्थल की वायु गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिये नियमित रूप से पत्थर जंगल रमणीक स्थल के जलवायु का पर्यवेक्षण करता है । साथ ही हर वर्ष कर्मचारियों को रमणीक स्थल के आसपास के गांवों में पर्यावरण व सन्साधनों के संरक्षण अभियान चलाने भेजता है , ताकि इस रमणीक स्थल के लोगों में सन्साधनों के संरक्षण की चेतना उन्नत की जा सके ।