चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता सुश्री च्यांग यू ने 11 तारीक को पेइचिंग में दोहराया कि दलाई लामा धार्मिक झंडे के नीचे मातृभूति को विभाजित करने का इरादा रखने वाला निष्कासित राजनीतिज्ञ है । आशा है कि संबंधित देश इस के प्रति सजग रहेंगे,दलाई लामा और उस के समूह की फूटपरस्त गतिविधियों के लिए स्थल व अन्य सुविधा तैयार नहीं करेंगे ।
खबर है कि दलाई लामा की पुर्तगाल यात्रा 12 तारीख से शुरू होगी । चीनी प्रवक्ता ने इस के प्रति संवाददाताओं के प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि तिब्बत प्राचीन काल से ही चीन की प्रादेशिक भूमि रहा है । तिब्बत का सवाल चीन का अंदरूनी मामला है जिस पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में व्यापक सहमति है । दलाई लामा की पिछले दसियों वर्षों की कथनियों और करनियों से यह साफ दिखाई पड़ रहा है कि वह एक शुद्ध धार्मिक व्यक्ति नहीं है, बल्कि धार्मिक झंडे के नीचे विश्व में मातृभूमि को विभाजित करने की उम्मीद रखने वाला निष्कासित राजनीतिज्ञ है । चाहे वह किसी भी नाम से, किसी भी जगह जाए , वह शुद्ध और व्यक्तिगत कार्यवाही नहीं है । दलाई लामा और उस का समूह मातृभूमि को विभाजित करने और तिब्बत की स्वाधीनता का राग अलापने वाला राजनीतिक दल है । इसलिए चीन इस का डटकर विरोध करता है ।
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