चीन में सांस्कृतिक व्यवस्था को सुधारने के प्रायोगिक कार्य को शुरू हुए 4 साल हो चले हैं।विभिन्न प्रायोगिक क्षेत्रों और प्रायोगिक संस्थाओं में सुधार आगे चलने के साथ-साथ सरकारी कर्तव्यों व दायित्वों में परिवर्तन भी हुआ है तथा बाजार-व्यवस्था कायम किया गया।सांस्कृतिक व्यवस्था में आए सुधार ने सांस्कृतिक कार्य और सांस्कृतिक उद्योग में नयी जान फूंक दी है।
सूत्रों के अनुसार प्रायोगिक सुधार-कार्य शुरू किए जाने के बाद देश के विभिन्न स्तरों के सांस्कृतिक विभागों और संबंधित सरकारी संस्थाओं ने अपनी-अपनी वस्तुस्थिति के अनुसार संस्कृतिक से जुड़ी सार्वजनिक सेवा के नए उपाय खोजने व सेवा के दायरे को नया आयाम देने की कोशिश की है।इस तरह कुछ कल्याणकारी सांस्कृतिक संस्थाओं के संसाधनों के लाभ का व्यापक तौर पर बांटा गया।
इस समय चीन में सांस्कृतिक सूचनाओं व इन से जुड़े संसाधनों के समान उपभोग वाली परियोजना से करोडों लोगों को लाभ मिला है।डिजिटल फिल्मों को दिखाने का काम प्रयोग के रूप में देश के अनेक प्रातों व स्वायत्त प्रदेश के गांवों में शुरू किया गया है।
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