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(GMT+08:00) 2007-09-07 09:05:40    
चीन के पश्चिमी भाग के विकास के लिए चीन और कनाडा के सहयोग जोरों पर

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 आप को मालूम हुआ होगा कि इधर के कुछ सालों से चीन अपने पश्चिमी भाग के जोरदार विकास के लिए भरसक कोशिश कर रहा है। ऐतिहासिक और भौगोलिक स्थिति के कारण चीन का पश्चिम भाग देश के अन्य स्थानों से पिछड़ा रहा है । वहां के पिछलपन को मिटाने के लिए चीन सरकार ने पश्चिमी चीन का पुरजोर विकास करने की महान योजना बनायी और केन्द्रीय सरकार और भीतरी इलाके के अन्य प्रांतों ने पश्चिमी चीन को पिछलपन से पिंड छुड़ाने के लिए भारी मदद दी । इस के अवाला पश्चिमी चीन के जोरदार विकास के लिए पश्चिमी चीन के विभिन्न प्रांतों और स्वायत्त प्रदेशों ने विदेशों के साथ आर्थिक , सांस्कृतिक और शैक्षिक क्षेत्रों में सहयोग का विकास भी किया । इस के दौरान पश्चिमी चीन के सिन्चांग उइगुर स्वायत्त प्रदेश ने विदेशों के साथ विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग किए । खास कर चीन और कनाडा के बीच शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग का मुद्दा उल्लेखनीय है ।

चीन और कनाडा के बीच शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग का जो मुद्दा चल रहा है , उस का विषय चीन के पश्चिमी भाग की बुनियादी शिक्षा की क्षमता बढ़ाना है । यह कार्यक्रम वर्ष 2003 से औपचारिक रूप से आरंभ हुआ था । इस साल के अन्त तक वह पूरा होगा । पिछले पांच सालों में चल रहे पश्चिमी चीन की बुनियादी शिक्षा क्षमता बढ़ाने वाले इस कार्यक्रम के परिणामस्वरूप वहां के सिन्चांग उइगुर स्वायत्त प्रदेश की बुनियादी शिक्षा की स्थिति में क्या परिवर्तन आया , शायद आप को इस के बारे में रूचि हुई होगी ।

हमारे संवाददाता को बताया गया है कि चीन और कनाडा के बीच सहयोग की यह परियोजना चलाने में कनाडा ने कुल एक करोड़ 20 लाख केनैडिन डालर की राशि डाली , जो बुनियादी शिक्षा के विकास के लिए विशेष पेशेवर सलाहकार मुहैया करने , तकनीकी प्रशिक्षण चलाने , परियोजना के प्रावधान व प्रबंधन , प्रशासनिक सेवा तथा परियोजना की निगरानी और आकलन के काम में लगाए गए । इस के अलावा इस शिक्षा सहयोग मुद्दे में विदेशों से नयी अध्यापन अवधारणा और अध्यापन के नए तरीकों का आयात करने की भी कोशिश की गयी । विदेशी समुन्नत शिक्षा अवधारणा और पढ़ाने के नए तौर तरीके के आयात के बारे में सिन्चांग के इलेक्ट्रोनिकल व्यवस्था से शिक्षा चलाने वाले विभाग के प्रधान श्री हान च्यान सिन ने कहाः

विदेशों के समुन्नत शिक्षा अवधारणा को चीन के अन्दरूनी शिक्षा व्यवस्था के साथ घनिष्ठ रूप से जोड़ने के लिए हम ने उस का महत्व समझने तथा उसे अपनाने के कई चरण गुजराए हैं । पहले हमें विदेशों की नयी शिक्षा अवधारणा के प्रति कम समझेदारी थी । फिर उसे समझने और उस का महत्व मानने के बाद सिन्चांग में उसे लागू करने का भरपुर प्रयास किया गया और यहां सिन्चांग में उस का स्तर उन्नत करने की कोशिश की गयी । समुन्नत शिक्षा अवधारणा के अन्तर्गत छात्रों को केन्द्र माना जाता है । छात्रों की आवश्यकता के मुद्देनजर शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाता है , शिक्षकों का स्तर उन्नत करने का प्रयत्न किया जाता है , पाठ्यक्रमों और पढ़ाने और पढ़ने की अवश्यक सुविधाओं का विकास किया जाता है और संसाधनों का निर्माण जोरदार से किया जाता है एवं दूर शिक्षा की सुविधा से सहयोग के मुद्दों को आपस में घनिष्ठ रूप से मिलाया जाता है । पिछले पांच सालों की निरंतर कोशिशों के फलस्वरूप दूर दराज और सरहदी क्षेत्रों के अल्पसंख्यक जातियों तथा पश्चिमी भाग के शिक्षकों को यह सिखाया गया है कि किस तरह अध्यापन कार्यक्रम बनाने के दौरान आकलन किया जाए , पढ़ाने और पढ़ने के संबंधों का ठीक निपटारा किया जाए , विविध और विशेष आवश्यकताओं के मुताबिक तकनीकों के जरिए पाठ्यक्रमों का उचित बंदोबस्त किया जाए , छात्रों को केन्द्र बना कर शिक्षा देने के तरीके का विकास किया जाए । फलस्वरूप पिछले पांच सालों में सिन्चांग में दूर शिक्षा सुविधा और नई शिक्षा पद्धति के चलते दूर दराज अल्पसंख्यक जाति बहुल क्षेत्रों में अध्यापकों का अध्यापन स्तर अभूतपूर्व रूप से उन्नत हो गया।

चीन के पश्चिमी भाग तथा सिन्चांग में छात्रों को केन्द्र बना कर शिक्षा देने का तरीका व्यापक रूप से अपनाया जा रहा है । इस नई पद्धति के अन्तर्गत सिन्चांग में अल्पसंख्यक जातियों के प्राइमरी व मीडिल स्कूली छात्र पढ़ाई के विभिन्न विषयों पर श्रेष्ठ हान जातीय अध्यापकों से शिक्षा लेते हैं । अल्पसंख्यक जातीय प्राइमरी व मीडिल स्कूली अध्यापकों को स्कूल के भीतर ही विभिन्न स्तरों का पेशेवर प्रशिक्षण प्राप्त हो सकता है । पिछले पांच सालों के कामों से साबित हुआ है कि विदेशों से आयातित नयी शिक्षा अवधारणा और अध्यापन के नए तौर तरीके का व्यापक शिक्षकों व छात्रों में बड़ा स्वागत किया गया है ।

दोस्तो , चीन और कनाडा के बीच सिन्चांग में चल रही सहयोग परियोजना के बारे में रिपोर्ट का यह भाग यहीं तक , अपले भाग की कहानी अगले दिन , यही पर प्रस्तुत होगी , आशा है कि आप उसे भी पढ़ कर पसंद करेंगे ।