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(GMT+08:00) 2007-09-06 16:30:57    
दक्षिण पश्चिम चीन के युननान प्रांत का यह अजीब प्राकृतिक दृश्य आखिरकार कैसे पैदा हुआ

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दक्षिण पश्चिम चीन स्थित युन्नान प्रांत में पत्थर के जगलों की भरमार है। पत्थर जंगल के उदय के बारे में स्थानीय लोगों के बीच यह पौराणिक कहानी प्रचलित है कि चीनी अल्पसंख्यक जातियों में से एक सानी जाति में चिन फन लो गा नामी वीर बाढ़ की रोकथाम के लिये बांध बनाना चाहता था ।एक दिन रात को उस ने पर्वत का स्थानांतरण आदेश और पर्वत भगाने वाला चाबुक चुराकर दक्षिण युन्नान प्रांत के लू ल्यांग जैसे क्षेत्रों के पत्थरों को उत्तर युन्नान के ई ल्यांग क्षेत्र में भगाना शुरू कर दिया । लेकिन जब वह पत्थरों को भगाते-भगाते शह लिन यानी पत्थर जंगल नामक कांऊटी पहुंचा , तो पौ फट गयी, मुर्गों की आवाज ने इस वीर के कारनामे को भंग कर दिया । परिणामस्वरूप बेशुमार पत्थर शह लिन यानी पत्थर जंगल क्षेत्र में रूक गये और उन्होंने विशाल पत्थर जंगल का रूप ले लिया ।

प्रिय दोस्तो , आज के इस चीन के भ्रमण कार्यक्रम कार्यक्रम में हम दक्षिण पश्चिम चीन स्थित युन्नान प्रांत के पत्थरों के जंगल का दौरा करने जा रहे हैं । जब पर्यटक विविधतापूर्ण चमत्कृत पत्थरों के जंगल पर मोहित हो जाते हैं , तो फिर उन के मन में यह प्रश्न उठता है कि आखिरकार यह अजीब प्राकृतिक दृश्य कैसे पैदा हुआ । आइये , हम इसी सवाल को लेकर पत्थर जंगल से परिचय करें ।

दक्षिण पश्चिम चीन स्थित युन्नान प्रांत में पत्थर के जगलों की भरमार है। पत्थर जंगल के उदय के बारे में स्थानीय लोगों के बीच यह पौराणिक कहानी प्रचलित है कि चीनी अल्पसंख्यक जातियों में से एक सानी जाति में चिन फन लो गा नामी वीर बाढ़ की रोकथाम के लिये बांध बनाना चाहता था ।एक दिन रात को उस ने पर्वत का स्थानांतरण आदेश और पर्वत भगाने वाला चाबुक चुराकर दक्षिण युन्नान प्रांत के लू ल्यांग जैसे क्षेत्रों के पत्थरों को उत्तर युन्नान के ई ल्यांग क्षेत्र में भगाना शुरू कर दिया । लेकिन जब वह पत्थरों को भगाते-भगाते शह लिन यानी पत्थर जंगल नामक कांऊटी पहुंचा , तो पौ फट गयी, मुर्गों की आवाज ने इस वीर के कारनामे को भंग कर दिया । परिणामस्वरूप बेशुमार पत्थर शह लिन यानी पत्थर जंगल क्षेत्र में रूक गये और उन्होंने विशाल पत्थर जंगल का रूप ले लिया ।

वास्तव में पत्थर जंगल का उदय करीब तीस करोड़ वर्ष पहले हुआ था । विश्व विरासत विशेषज्ञ प्रोफेसर श्री ल्यांग युंग निंग का विचार है कि पत्थर जंगल का उदय एक भूतत्वीय करिश्मा कहा जा सकता है । उन का कहना है

आज जहां पत्थर जंगल हैं , वहां 27 करोड़ साल पहले समुद्र था। बाद में भूगोलीय संरचना में बदलाव आने के साथ-साथ समुद्री क्षेत्र ने स्थलीय क्षेत्र का रूप लिया , जबकि समतल क्षेत्र ऊंचे पर्वत में बदल गया । इस पूरी लम्बी प्रक्रिया के दौरान पत्थर जंगल के पत्थर गहरे समुद्र में धीरे-धीरे पैदा हुए हैं, फिर ये पत्थर समुद्र में ज्वलंत ज्वालामुखी में विविधतापूर्ण आकार प्रकार में बदल गये । भूगोलीय संरचना में बदलाव आने से ये अजीबोगरीब पत्थरों ने ऊपर आकर पत्थर जंगल का रूप लिया ।

संबंधित भूतत्व शास्त्रियों ने चीन के युन्नान प्रांत के पत्थर जंगल क्षेत्रों की सूरत की व्य़ाख्या करते हुए कहा है कि युन्नान क्वेचओ पठार के उदय के साथ-साथ विशेष कार्स्ट की स्थलीय सूरत में भूगोल के परिवर्तन का इतिहास प्रतिबिम्ब होता है । ठीक इसी अहम वैज्ञानिक व विशेष सौंदर्य मूल्यों की वजह से चीन के युन्नान प्रांत का पत्थर जंगल 2004 में युनेस्को ने प्रथम खेप में विश्व भूतत्व पार्कों की सूची में शामिल किया है , साथ ही अभी-अभी समाप्त विश्व विरासत सम्मेलन में उसे विश्व प्राकृतिक विरासत सूची में भी शामिल कर लिया है । देशी-विदेशी पर्यटक युन्नान प्रांत के असाधारण पत्थर जंगल को देख कर चमत्कृत रह जाते हैं । ब्रिटेन से आयी पर्यटक सुश्री सारी आर्चर ने कहा कि यह पत्थर जंगल बहुत अलग ढंग का है , मैं ने ब्रिटेन में कभी नहीं देखा ।

चीन के युन्नान के पत्थर जंगल पर विश्व का ध्यान केंद्रित होने के साथ-साथ सुश्री सारी आर्चर जैसे पर्यटक यहां आने लगे हैं ।