• हिन्दी सेवा• चाइना रेडियो इंटरनेशनल
China Radio International
चीन की खबरें
विश्व समाचार
  आर्थिक समाचार
  संस्कृति
  विज्ञान व तकनीक
  खेल
  समाज

कारोबार-व्यापार

खेल और खिलाडी

चीन की अल्पसंख्यक जाति

विज्ञान, शिक्षा व स्वास्थ्य

सांस्कृतिक जीवन
(GMT+08:00) 2007-08-31 09:58:13    
चीनी भाषा सीखने में उत्पन्न चीन भावना

cri

हाल ही में उत्तर पूर्वी चीन के छांगछ्वन शहर में आयोजित छठवीं 'चीनी भाषा पुल--- विश्व छात्र चीनी भाषा प्रतियोगिता'में कोई 52 देशों के कई सौ विदेशी छात्रों ने भाग लिया। ये सभी छात्र फर्राटे के साथ चीनी भाषा बोलते हैं , और उन्हें चीनी संस्कृति , जाने-माने तीर्थस्थलों और चीनी लिपि , चित्रकला तथा मार्शल कला आदि की भी खूब जानकारी है । 'चीनी भाषा पुल प्रतियोगिता'में भाग लेने से उन्हें न सिर्फ अपनी चीनी भाषा का और सुधार करने का मौका मिला है , बल्कि चीन के प्रति अपनी गहरी भावना भी पैदा हुई है ।

छठवीं'चीनी भाषा पुल प्रतियोगिता'में भाग लेने वाले विदेशी छात्रों में लाओस से आये लड़के ल्यू ड-ह्वा पर लोगों का ध्यान गया, क्योंकि ल्यू ड-ह्वा चीन में सब से मशहूर गायक सितारा है । पर लाओस का यह लड़का अच्छी चीनी बोलने के अलावा देखने में खूबसूरत भी है । अपने चीनी नाम की चर्चा में उन्होंने यह बताया , क्योंकि मेरी मां चीनी गायक ल्यू ड-ह्वा के प्रशंसकों में से एक है । उन्हें ल्यू ड-ह्वा का गाना और फिल्में सब बहुत पसंद हैं । इसलिए उन्हों ने मुझे ल्यू ड-ह्वा का चीनी नाम दिया और मुझे चीनी भाषा सीखने भेजा ।

लड़के ल्यू ड-ह्वा ने किंडरगार्डन से ही चीनी भाषा सीखना शुरू कर दिया था, पर चीनी भाषा सीखना कठिन है , इसलिए उस ने इसे छोड़ना चाहा । लेकिन एक चीनी लड़की निगाह में आने से ल्यू ड-ह्वा का चीन व चीनी भाषा के प्रति रुख बदल गया ।

एक दिन मेरे क्लासरूम में एक चीनी लड़की आयी , उस प्यारी सी लड़की के साथ मैं चीनी भाषा नहीं बोल सका । तब मैं ने सोचा कि अगर मेरी चीनी भाषा अच्छी नहीं होगी, तो मैं उस के साथ बातचीत कैसे कर सकूगां । उस सुन्दर चीनी लड़की के साथ संपर्क करने के लिए मैं ने मेहनत से चीनी भाषा सीखना शुरू किया ।

लेकिन जब ल्यू ड ह्वा की चीनी भाषा में काफी सुधार आ गया , तब वह लड़की दूसरे स्कूल में चली गयी । ल्यू ड-ह्वा उदास हो गया , पर उसे यह एहसास हुआ कि चीनी भाषा और चीनी संस्कृति से उसे गहरा प्यार हो गया है । इस के बाद ल्यू ड ह्वा ने विश्वविद्यालय में चीनी भाषा सीखना शुरु किया । उन्हों ने कहा कि प्रयोग की दृष्टि से चीनी भाषा सीखने का विकल्प सही है ।

उस ने कहा कि चीनी लोग दुनिया के कोने-कोने में रहते हैं। लाओस में भी बहुत से चीनी लोग हैं । चीनी भाषा सीख कर चीन के साथ व्यापार किया जा सकता है , और चीनी भाषा का अनुवादक बन कर अच्छे पैसे कमाए जा सकते हैं । इसलिए ल्यू ड ह्वा आज तक चीनी भाषा के प्रति अपनी रुचि पैदा करने में उस चीनी लड़की का बहुत आभारी है ।

वास्तव में आज विदेशों में चीनी भाषा सीखने वालों की संख्या तीन करोड़ से अधिक हो गई है । लाओस, वियतनाम, थाइलैंड , कोरिया गणराज्य और जापान जैसे चीन के पड़ोसी देशों में सब से अधिक चीनी भाषा के अध्ययनकेंद्र हैं । क्योंकि इन देशों की संस्कृति चीनी संस्कृति से मिलती-जुलती है , इन देशों का चीन के साथ आदान-प्रदान भी अधिक है । इसलिए इन देशों में चीनी भाषा सीखने का रूझान अधिक है ।

पर कुछ विदेशियों ने रोज़गार के लिए नहीं , केवल चीन की भाषा , इतिहास और संस्कृति में रुचि होने के नाते चीनी भाषा सीखना शुरू किया है । जापान से आयी सुश्री टानिगूची हारूना को चीनी भाषा का उच्चारण पसंद है इसलिए इसे सीखने की उसे इच्छा हुई और उस ने अपने अध्ययन के लिए चीनी भाषा को चुना।

उन्हों ने कहा कि जब मैं ने प्रथम बार चीनी भाषा सुनी , तब मैं इस मनोहर आवाज़ से बहुत आकर्षित हुई।और मैं ने भी ऐसी बोली सुनाना चाहा । 'चीनी भाषा पुल प्रतियोगिता'में सुश्री टानिगूची ने गुलदाऊदी के फूलों से चित्रित जापानी परंपरागत कपड़े पहनकर'सह दुनिया में सह स्वप्न'शीर्षक से तीन मिनट का व्याख्यान दिया । उन का उच्चारण सही और एकदम ठीक था , और मंच पर उन का व्यवहार भी बहुत प्रशंसनीय रहा । अंत में सुश्री टानिगूची ने चीनी गाना भी सुनाया ।

सुश्री टानिगूची ने'चीनी भाषा पुल प्रतियोगिता'का खिताब जीता और उन्हें चीन में अल्प समय के लिए अध्ययन करने की छात्रवृत्ति भी मिली । उन्हों ने संवाददाता को बताया कि वे बाद में चीन के सुन्दर पहाड़ों व महानदियों का दौरा करने का मौका पाना चाहती हैं । उन्हों ने कहा कि अब जापान में चीनी भाषा सीखने की लहर उठ रही है । बहुत से मीडिल स्कूलों व कालेज़ों में चीनी भाषा शिक्षण की कक्षाएं खुल गई हैं ।

जापान के सिवा कोरिया गणराज्य में भी 200 विश्वविद्यालयों में चीनी भाषा पाठ्यक्रम चल रहे हैं , और वियतनाम में चीनी भाषा अंग्रेज़ी के बाद दूसरी महत्वपूर्ण विदेशी भाषा बन गई है ।

चीन के खुलेपन की नीति के विस्तार से चीन और बाह्य दुनिया के बीच संपर्क दिन ब दिन बढ़ रहा है । चीनी भाषा भी विदेशियों के लिए चीन की जानकारी पाने का महत्वपूर्ण माध्यम बनी है । यूरोप , अमेरिका और यहां तक कि अफ्रीका में अधिकाधिक लोग चीनी भाषा सीखना पसंद कर रहे हैं ।

अमेरीकी छात्र श्री केंट ने भी प्रथम बार'चीनी भाषा पुल प्रतियोगिता'में भाग लिया । उन्हों ने कहा कि उन्हों ने तीन साल चीनी भाषा सीखी । पहले उन्होंने रुचि होने के कारण चीनी भाषा सीखना शुरु किया , पर बाद में उन्हें चीनी भाषा के अध्ययन में अपनी गहरी दिलचस्पी का पता लगा । उन्हें लगा कि चीनी भाषा में चीनी संस्कृति के तत्व मौजूद हैं , इसलिए उन्हों ने बहुत कम समय में चीनी भाषा सुनने, बोलने और लिखने का कौशल हासिल कर लिया । उन्हों ने गौरव के साथ बताया कि उन्हों ने बहुत से मशहूर प्राचीन चीनी उपन्यास भी पढ़े हैं , जिन्हें बहुत से विदेशी छात्रों ने कभी नहीं सुना और देखा होगा । और अब उन्हों ने स्वार्डसमैन साहित्य का अनुसंधान शुरू किया है ।

अमेरिकी छात्र श्री केंट और जापान की सुश्री टानिगूची जैसे विदेशी छात्र चीनी भाषा सीखने वाले तीन करोड़ विदेशी छात्रों के प्रतिनिधि हैं । चीन के तेज़ आर्थिक विकास और महान संस्कृति से अनगिनत विदेशी आकर्षित हो रहे हैं । वे चीनी भाषा सीख कर चीन की और अधिक जानकारियां प्राप्त करना चाहते हैं ।