• हिन्दी सेवा• चाइना रेडियो इंटरनेशनल
China Radio International
चीन की खबरें
विश्व समाचार
  आर्थिक समाचार
  संस्कृति
  विज्ञान व तकनीक
  खेल
  समाज

कारोबार-व्यापार

खेल और खिलाडी

चीन की अल्पसंख्यक जाति

विज्ञान, शिक्षा व स्वास्थ्य

सांस्कृतिक जीवन
(GMT+08:00) 2007-08-28 16:36:34    
तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के लिनची प्रिफैक्चर में हुए नये परिवर्तन

cri

दोस्तो, तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के पूर्वी भाग स्थित लिनची प्रिफैक्चर एक रहस्यमय स्थल है, और सुन्दर प्राकृतिक जगह भी है । यहां लोबा और मनबा आदि अल्प जनसंख्या वाली जातियां रहती हैं । भौगोलिक स्थिति बहुत जटिल होने के कारण लिनची प्रिफैक्चर की अनेक जगहों का बाह्य दुनिया के साथ संपर्क मुश्किल रहा है । लेकिन इधर के दस सालों में तिब्बत की दूर संचार कंपनी की लिनची शाखा के कर्मचारियों ने अपनी अथक कोशिशों से लिनची प्रिफैक्चर और बाह्य दुनिया के बीच संपर्क के पुल का निर्माण किया है । आज के इस लेख में इस संदर्भ में एक रिपोर्ट पेश की जाएगी।

तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के लिन ची प्रिफैक्चर में मोथ्वो नामक एक कांउटी है, जहां यातायात की स्थिति बहुत गंभीर है । लिन ची प्रिफैक्चर के दूर संचार नेटवर्क विभाग के निदेशक श्री त्सेरनलोबू ने इस की चर्चा में कहा:

"लिनची प्रिफैक्चर की मोथो कांउटी देश भर में एकमात्र ऐसी कांउटी है, जहां मार्ग नहीं है । मोथो कांउटी में प्रवेश करने के लिए चार दिन चार रातें लगती हैं । रास्ते में पांच हज़ार मीटर ऊंचे तोश्योंग बर्फीले पहाड़, दलदल भूमि और जोंक क्षेत्र को पार करना पड़ता है । इस के साथ ही मोथो कांउटी पहुंचने वाला रास्ता बहुत खतरनाक है ।"

दोस्तो, मो थ्वो कांउटी तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के लिनची प्रिफैक्चर के दक्षिण पूर्व भाग में स्थित है । यह वर्तमान में चीन में एकमात्र ऐसी कांउटी है, जिसे बाहरी दुनिया के साथ जोड़ने वाली कोई पक्की सड़क नहीं है । केवल कांउटी शहर के भीतर सीमेंट की सड़क है और शेष सभी सड़कें मिट्टी की हैं । यह कांउटी देश की सब से गरीब कांउटियों में से एक है । कांउटी के भीतर भारत से लगी दो सौ साठ किलोमीटर लम्बी सीमा है, जिस का चीन में महत्वपूर्ण स्थान है ।

मो थ्वो कांउटी तीनों ओर से पहाड़ों से घिरी हुई है । मानसून और पहाड़ी स्थिति के प्रभाव से यहां अकसर भूस्खलन हुआ करता है । भौगोलिक स्थिति जटिल होने के कारण मो थ्वो कांउटी में मार्ग का निर्माण करना बहुत कठिन है । काउंटी शहर से बाहर 80 किलोमीटर दूर तक बस की कोई सेवा नहीं है । अगर लोग बाहर से मो थ्वो आएं, तो उन्हें इस अस्सी किलोमीटर लम्बे पहाड़ी रास्ते को लगभग पांच दिन पैदल चल कर तय करना पड़ता है । रास्ते में व्यक्तियों को बर्फीले पहाड़ को पार करना पड़ता है । मौसम के कारण बाहर के लोग व सामग्री केवल हर साल के मई से सितम्बर तक की अवधि में ही मो थ्वो कांउटी आ जा सकती है, क्योंकि साल के अन्य समय में बर्फ से ढके पहाड़ रास्तों को इतना दुर्गम बना देते हैं कि बाहर के लोग मोथ्वो कांउटी में प्रवेश नहीं कर सकते। यों मो थ्वो कांउटी वासी भी बाहर नहीं जा सकते ।

मोथो कांउटी की स्थिति इतनी गंभीर है, लेकिन आजकल यहां बाह्य दुनिया के साथ दूर संचार संपर्क उपलब्ध हो गया है ।

वर्ष 2003 में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की सरकार चीनी दूर संचार ग्रुप की तिब्बती शाखा और लिनची प्रिफैक्चर की विभिन्न स्तरीय सरकारों ने एक साथ गांव-गांव में उपग्रह दूर संचार पहुंचाना नामक परियोजना शुरू की । इस का मकसद यह था कि लिनची के विभिन्न क्षेत्रों में उपग्रह दूर संचार को मूर्त रूप दिया जाए । लिनची क्षेत्र के रास्तों की स्थिति बहुत कठिन है और साल में बर्फ गिरने का समय ज्यादा है । इस तरह उपग्रह दूर संचार परियोजना के निर्माण में रत कर्मचारियों ने तरह-तरह की कठिनाइयों को दूर कर समय पर मोथो कांउटी समेत सारे प्रदेश की सभी कांउटियों में टेलिफोन लाइनें बिछाईं । लिनची प्रिफैक्चर के दूर संचार नेटवर्क विभाग के निदेशक श्री स्तेरन लोबू ने कहा:

"एक दिन मोथो कांउटी का उपग्रह दूर संचार टूट गया और इस तरह कांउटी का बाहरी दुनिया के साथ कोई संपर्क नहीं रहा । उस समय बर्फ से ढके पहाड़ के कारण बाह्य दुनिया के लोग भी मोथ्वो कांउटी में प्रवेश नहीं कर सकते थे और यों मो थ्वो कांउटी वासी भी बाहर नहीं जा सकते थे। लेकिन ऐसी स्थिति में हम ने मोथो के दूर संचार के टूटने के सवाल के समाधान के लिए दो श्रेष्ठ कर्मचारियों को वहां भेजा । हमें पता नहीं था कि ये दो कर्मचारी मोथो से वापस लौटेंगे या नहीं । यह सोचते ही मेरी आंखों में आंसू आ गए ।"

सभी कर्मचारियों की समान कोशिशों के परिणामस्वरूप ही मोथो कांउटी के नागरिकों का बाह्य दुनिया के साथ बेरोकटोक संपर्क बना । वर्ष 2004 में मोथो कांउटी के दूर संचार की स्थिति को पूरी तरह बदलने के लिए चीनी दूर संचार ग्रुप की तिब्बत शाखा ने फैसला किया कि उपग्रह दूर संचार का स्थान बिना लाइनों के टैलिफोन लेंगे । कर्मचारियों की अथक कोशिशों के बाद इसी वर्ष की 19 जून की तड़के चार बजकर 50 मिनट पर मोथो कांउटी में बिना लाइन के टेलिफ़ोन व टेलिविज़न-टेलिफ़ोन सम्मेलन प्रणाली पूरी हुई। इस से मोथो कांउटी के दूर संचार में मौजूद कठिनाई पूरी तरह दूर हो गई और मार्ग यातायात न होने वाले पठारीय अकेलेपन में पड़े इस द्वीप का बाह्य दुनिया के साथ दूर संचार संपर्क जुड़ गया ।