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चीन की अल्पसंख्यक जाति

विज्ञान, शिक्षा व स्वास्थ्य

सांस्कृतिक जीवन
(GMT+08:00) 2007-08-21 10:58:07    
हिन्दी प्रसारण पर श्रोता मित्रों के विचार

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कर्नाटक के तोसिफ अहमेद का पत्र , उन्हों ने हमें लिख कर कहा कि मैं आप के प्रत्येक हिन्दी कार्यक्रम बहुत दिलचस्पी के साथ जागरूक हो कर नियमित सुनता हूं । मुझे आप का कार्यक्रम बहुत अधिक पसंद आते हैं । वे उपयोगी , ज्ञानवर्धक , लाभदायक ,रूचिकर , निष्पक्षी , उत्तम और उच्च कोटि के लगते हैं । विशेष कर आप के चीन का भ्रमण , चीन का संक्षिप्त इतिहास , आप से मिले , चीन में निर्माण व सुधार ,आज का तिब्बत , खेल जगत , चीनी बोलना सीखे , सवाल जवाब , विज्ञान शिक्षा व स्वास्थ्य , जीवन और समाज , आप का पत्र मिला , सांस्कृतिक जीवन , चीन की अल्पसंख्यक जाति , तिब्बत बहुल क्षेत्र का दौरा , चीनी गीत संगीत आदि बहुत अच्छे लगते हैं । आप के सी .आर .आई के कार्यक्रम आप के चीन देश की राजनीतिक , आर्थिक , सामाजिक और सांस्कृतिक स्थिति , सभ्यता , ज्ञान विज्ञान , इतिहास , कृषि , भौगोलिक व्यवस्था और चीनी नागरिकता के बारे में विस्तृत जानकारी प्रस्तुत कर रहे हैं ।

मुझे आप के देश के इन विषयों के बारे में विस्तृत जानकारी पाने की बड़ी जिज्ञासा है , कृपा करके आप आप की श्रोता वाटिका और सी .आर .आई की सचित्र पुस्तक आदि रवाना करें । मैं आप के कार्यक्रमों को हमारे क्षेत्र में परिचित करने का प्रयत्न कर रहा हूं । मैं दूसरों से आप के कार्यक्रमों के बारे में राय , सलाह और समालोचक संग्रह कर रहा हूं ।

तोसिफ अहमेद भाई को बहुत बहुत धन्यावाद है कि आप न सिर्फ सी .आर .आई के हिन्दी कार्यक्रमों को नियमित सुनते हैं और बहुत पसंद भी करते हैं , साथ ही उस के बारे में दूसरे लोगों को भी परिचित करने का प्रयास कर रहे हैं । आप का यह बहुत सराहनीय प्रयास है , इस के लिए हम आप के बहुत ही आभारी हैं । आशा है कि आप खुद तो चीन के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी पाएंगे और दूसरों को ज्यादा जानकारी देने की लगातार कोशिश करेंगे , जिस से चीनी और भारतीय लोगों में आपसी समझ और बढ़ सकेगी । इस में आप का योगदान जरूर शामिल है ।

अब है बालाघाट मध्य प्रदेश के डाक्टर प्रदीप मिश्रा का पत्र , वे हमारे पुराने श्रोता मित्र है , और उन के पत्र अनेक बार हमारे कार्यक्रमों में शामिल किए जा चुके हैं , वजह यह है कि उन्हों ने नियमित रूप से पत्र व्यवहार भी किया है ।

अपने इस पत्र में डाक्टर प्रदीप मिश्रा ने लिखा है कि सी .आर .आई से प्रसारित हिन्दी कार्यक्रम अल्पसंख्यक जाति हो या सिन्चांग का दौरा कार्यक्रम हो , वैसे नियमित कार्यक्रमों में तो मुझे क्रमशः आज का तिब्बत , चीनी में निर्माण व सुधार , चीन का भ्रमण , जीवन व समाज , विज्ञान शिक्षा व स्वास्थ्य , सवाल जवाब , आप का पत्र मिला आदि जैसा कार्यक्रम की तरह पसंद आ रहे हैं । देखिए , अभी भी मैं सी .आर .आई हिन्दी विभाग द्वारा कार्यक्रम सुनते हुए यह पत्र लिख रहा हूं । अभी भारत में शाम का समय है , मैं सी .आर .आई के हिन्दी प्रसारण की पहली सभा साढ़े छै से साढ़े सात बजे की सभा सुन रहा हूं । आज बुधवार है और कार्यक्रम विज्ञान , शिक्षा व स्वास्थ्य के अन्तर्गत पानी की बचत एवं जीवन में पानी के महत्व पर एक शिक्षाप्रद कार्यक्रम आ रहा है , साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि चीनी होटलों में पानी का संरक्षण किस प्रकार किया जाता है । कार्यक्रम काफी पसंद आया ।

डाक्टर प्रदीप मिश्रा के पत्र से मालूम हुआ है कि आप कितने लगन और सक्रियता से हमारे कार्यक्रम सुनते हैं और साथ ही लिखते भी हैं । पिछले एक पत्र से हमें यह भी पता चला था कि आप की कलीनिक में इराज कराने आए लोग भी आप के साथ सी .आर .आई के हिन्दी प्रसारण सुनते हैं और इसे पसंद भी करते हैं , आप के इस पत्र से हमें बड़ी प्रेरणा मिली और आप को धन्याव्द देने के लिए हमारे पास शब्द भी नहीं रहा । यहां मैं केवल यह कहना चाहती हूं कि आप का चिकित्सा कार्य फलता फूलता रहे और आप के हाथों से सभी रोगी चंगा हो जाएं ।

यह है नारनौल हरियाणा के उमेष कुमार भाई का पत्र । उन के कई पत्र इस समय मेरे पास हैं , उन में से यह ले कर पढ़ूंगी , जो इस प्रकार हैः

आप ने चीन का भ्रमण के अन्तर्गत शानसी प्रांत के शियांग शहर के विषय में रोचक प्रस्तुति प्रदान की , काओ खानदान के घर के विषय में भी जाना , जानकारी ने हमें शियांग शहर का अच्छा भ्रमण कराया । चीन का संक्षिप्त इतिहास में मांचू जाति व विद्रोही किसान सेना के विषय में जानने का अवसर मिला । आज के जीवन और समाज में श्याओ यांग जी ने पारिवारिक शिक्षा के विषय में रोचक प्रस्तुति पेश की , जानकारी ज्ञानवर्धक लगी । आप का पत्र मिला में आज आप ने श्रोता बंधुओं के पत्रों के प्रत्युत्तर में अपनी प्रतिक्रियाएं व्यक्त की , जिसे सुन कर अच्छा लगा ,इस कार्यक्रम का स्वरूप भी ऐसा ही होना उपयुक्त है ।