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(GMT+08:00) 2007-08-17 20:10:39    
सिन्चांग का हुयांग गायन दल

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दोस्तो , सिन्चांग चीन का एक ऐसा इलाका है , जहां बहुत सी जातियां एक साथ रहती हैं और विभिन्न जातियों में नाच गान की लम्बी पुरानी परम्परा हो रही है और बड़ी संख्या में नाच गान के क्षेत्र में नाम कमाए हुए कलाकार व्यक्तिगत रूप से रंग मंच पर सक्रिय रहे हैं और सामुहिक रूप में नाच गान के क्षेत्र में काम कर रहे हैं । इधर के सालों में सिन्चांग में ऐसे बहुत से सामुहिक गायन दल कायम हुए है , उन के सदस्य अपने अपने श्रेष्ठ गायन से लोगों को मनमोहित करते हैं । ऐसे लोगों में पेशेवर कलाकारों के अलावा बहुत से शौकिया गायक गायिकाएं भी प्रकाश में आए हैं और जल्द ही वे सिन्चांग के जन समुदाय में काफी लोकप्रिय हो गए और बहुत सी असाधारण उपलब्धियां प्राप्त हुई है । इन सालों में सिन्चांग उइगुर स्वायत्त प्रदेश में हुयांग नामक एक गायन दल भी रंग मंच पर सक्रिय रहा है । इस गायन दल के चार सदस्य हैं , चारों लोग शौकिन गायक हैं , किन्तु उन के गाना सिन्चांग में अत्यन्त लोकप्रिय है । अब प्रस्तुत होगी उन की कहानी ।

सिन्चांग के लोकप्रिय लोक गीत थ्येन शान चरवाहों का गीत बहुत मशहूर है , इसे आवाज भी दी है हुयांग गायन दल ने । दरअसल हुयांग गायन दल उरूमुची शहर में गठित हुआ है , चार गायकों में से एक यो छिंग ल सेना के नम्बर 474 अस्पताल में काम करते हैं , दूसरा गायक ची शिनसङ उरूमुची के रेल ब्यूरो के कर्मचारी है और अन्य दो गायक न्यू मिंग और वांग छिन लिन उरूमुची चीनी चिकित्सालय और चीनी कृषि बैंक की सिन्चांग शाखे में काम करते हैं । चार लोग चार संस्थाओं से आए और संगीत से प्रेम होने के कारण इकट्ठे हुए और चारों का एक गायन दल स्थापित हुआ । आज से दस साल पहले इस दल की स्थापना की यादा करते हुए श्री ची शिनसङ ने भावविभोर हो कर कहाः

हम चार लोग संगीत के प्रेमी हैं , दस साल पहले एक छांगयन गायन दल से प्रभावित हो कर हम चार लोग एक साथ आए और बातचीत के दौरान यह पता चला था कि हम चारों एक गायन दल गठित करने के इच्छुक हैं , बस जल्दी ही हम ने इस इच्छे को मूर्त रूप दिया , चार गायकों का एक दल प्रकाश में आया । हम ने कुछ पसंदीदा गीत गाने की आजमाइश की , बहुत अच्छा लगा , जिस से हमारा संकल्प और पक्का हो गया ।

गायन दल तो कायम हुआ, पर इस का क्या नाम रखा जाए । इस के लिए भी चार लोगों ने काफी दिमाग खपाया । वे सोचते थे कि सिन्चांग के रेगिस्तानों में हुयांग नाम का पेड़ यानी रेगिस्तानी पॉपलर उगता है , सूखी व बंजर मरूभूमि में उगने के कारण हुयांग का पेड़ सिन्चांग में वीर वृक्ष माना जाता है । कहते हैं कि हुयांग पेड़ हजार साल तक जीवित रह सकता है , मर जाने के बाद वह हजार साल तक जमीन पर खड़ा रह सकता है और फिर हजार साल तक वह नहीं सड़ता है । जीवन के लिए इस प्रकार की दृढता और अद्मय शक्ति सीखने के काबिला है . इस तरह चारों ने अपने गायन दल का नाम हुयांग पर रखा । श्री ची शिन सङ ने कहाः

हुयांग गायन दल के नाम में अनेक अर्थ गर्भित है , हुयांग सिन्चांग की श्रेष्ठता का प्रतिनिधित्व करता है , हुयांग की चर्चा से सिन्चांग की याद आती है । हुयांग की बहादुरी और अद्मय भावना हमें बड़ी प्रेरणा देती है ।

गायन दल कायम हुआ, लेकिन रिहर्सल के लिए स्थल नहीं था और ढंग का ओडियो उपकरण भी नहीं था । वे काम से अवकाश के समय तेलीफोन से तय करते थे कि चारों में से किस किस की दफ्तर में रिहर्सल के लिए जाएं । स्थान निश्चिक होने के बाद अन्य तीन लोग तुरंत अपनी अपनी जगह से वहां जाएंगे , कितना दूर भी हो , कभी नहीं छूट गये , इस के दौरान खाना नहीं मिलना साधारण बात थी , वे अकसर रिहर्सल स्थल में मोटा सादा आहार खाते थे , वे रिहर्सल के लिए समय निकालने की हर संभव कोशिश करते थे । इस की याद करते हुए श्री न्यू मिंग ने कहाः

शुरू के कुछ सालों में हमारा काम बहुत कठोर था , श्री वांग छिनलिन अपनी कार से हमें ले कर जगह ढूंढते थे और जगह मिलते ही तुरंत अभ्यास करने लगते थे । बारहों माह हम इस प्रकार की कोशिश करते रहते थे , किसी भी कठिन स्थिति में भी कोशिश नहीं रूकी ।

वर्ष 2002 में हुयांग गायन दल औपचारिक रूप से रंग मंच पर आया , सिन्चांग की फुखांग काऊंटी की एक रात्रि महफिल में हुयांग गायन दल ने लगातार थ्येन शान चरवाहों का गीत और बंदरगाह की रात आदि अनेक गीत पेश किए , जिन का दर्शकों ने खूब स्वागत किया । तब से हुयांग गायन दल स्थानीय लोगों के दिल में घर कर गया । चार लोगों के परिवारजन भी उन की इस सफलता पर बहुत आश्चर्यचकित हुए । ची शिनसङ ने एक बात की याद करते हुए कहाः

एक बार की बात थी कि हमारी रिकार्टिंग की आवाज श्री यो छिंगल की पत्नी के कान में पड़ी , उस ने बड़े उत्साह के साथ पति से कहाः भैया , अगर तुम लोग भी इस कदर तक पहुंचे ,तो मान लो , तुम कामयाब हो गये हो । उस समय वे नहीं जानती थी कि वही रिकार्टिंग हमारे गायन दल की ही है ।

ऊपर सिन्चांग के मशहूर गायन दल हुयांग द्वारा रंग मंच में स्थान पाने के लिए किए गए अथक प्रयासों की कहानी । अगले भाग में आप आगे सुनेंगे , उन्हों ने संगीत क्षेत्र में क्या क्या सफलताएं प्राप्त की है ।

वर्ष 2002 में हुयांग गायन दल औपचारिक रूप से रंग मंच पर आया , सिन्चांग की फुखांग काऊंटी की एक रात्रि महफिल में हुयांग गायन दल ने लगातार थ्येन शान चरवाहों का गीत और बंदरगाह की रात आदि अनेक गीत पेश किए , जिन का दर्शकों ने खूब स्वागत किया । तब से हुयांग गायन दल स्थानीय लोगों के दिल में घर कर गया । चार लोगों के परिवारजन भी उन की इस सफलता पर बहुत आश्चर्यचकित हुए । ची शिनसङ ने एक बात की याद करते हुए कहाः

एक बार की बात थी कि हमारी रिकार्टिंग की आवाज श्री यो छिंगल की पत्नी के कान में पड़ी , उस ने बड़े उत्साह के साथ पति से कहाः भैया , अगर तुम लोग भी इस कदर तक पहुंचे ,तो मान लो , तुम कामयाब हो गये हो । उस समय वे नहीं जानती थी कि वही रिकार्टिंग हमारे गायन दल की ही है ।

अथक प्रयासों से चार शौकिन गायकों में घनिष्ठ तालमेल बिठा । वर्ष 2004 में उन्हों ने सिन्चांग के प्रथम जातीय संगीत समारोह में भाग लिया । वर्ष 2005 में सिन्चांग नृत्य नाटक थिएटर का आपेरा बर्फीली पहाड़ से आया मेहमान प्रस्तुत हुआ , इस में सभी पुरूष पाश्य गाने हुयांग गायन दल ने गाये । सफलता मिलने के बाद हुयांग गायन दल में केन्द्रीय टीवी की स्टार चैनल पर कार्यक्रम पेश करने की तमन्ना पैदा हुई । उन्हों ने अपनी संबद्ध सामग्री स्टार चैनल को भेजी । निमंत्रण मिलने पर चार व्यक्तियों को बहुत खुशी हुई , पर साथ साथ थोड़ा दबाव भी महसूस हुआ , श्री यो छिंग ल ने कहाः

जब हमें निमंत्रण मिला , तो हमारे दिमाग पर दबाव भी पड़ा था , हम हमेशा पुरस्कार जीतने की सोच करते हैं , यदि स्टार चैनल में पुरस्कार नहीं मिल सका , तो कैसे मुंह लिए लौटे । परन्तु फिर ख्याल आया कि हम सिन्चांग की ओर से वहां जाएंगे , इस का यह तात्पर्य हुआ है कि हमें मान्यता मिली है , यही काफी है ।

वर्ष 2005 के नवम्बर में हुयांग गायन दल पेइचिंग में स्टार चैनल पर आया , उस ने अरताओ च्योची नामक गीत से श्रोताओं को दूर सिन्चांग की ओर खींचा , फिर कारवान का गीत गा कर श्रोताओं का दिल जीता । गायन दल को सफलता मिली , पूरी रात में चारों पुरूषों को नींद नहीं

आयी । उन्हें पहली बार सफलता की खुशी महसूस हुई । श्री ची शिनसङ ने कहाः

हम सी सी टी वी के माध्यम से देश में मसहूर हो गए , लोग कहते हैं कि हुयांग गायन दल बहुत अच्छा है , उस ने सिन्चांग की जनता को शोभा दिया है । यह प्रशंसा हमारे लिए कई महीनों के बोनस से भी ज्यादा कीमती है ।

हुयांग गायन दल की सफलता उन के परिवारों , दोस्तों और संस्थाओं के नेताओं के पुरजोर समर्थन से नहीं अलग हो सकती है । उन के लिए अब गीत गाना महज शौक नहीं है , बल्कि एक जिम्मेदारी भी है , सिन्चांग के लिए गाना गाने की जिम्मेदारी अब उन के कंधे पर आयी , वे चाहते हैं कि जल्द ही उन का एलबम प्रकाशित हो जाए ।

फिलहाल , हुयांग गायन दल के चार सदस्य हर दिन संगीत कार्यक्रम बनाने और कार्यक्रमों को और बेहतर बनाने में संलग्न रहते हैं . वे समय समय पर इक्टठे हो कर पूर्वाभ्यास करते हैं , और अपने के फंशों को खुश बनाने में कोई कसूर नहीं करते हैं । चीन में यदि कोई गायक या गायिका गीत संगीत या सिनेमा क्षेत्र में नामी हो गए , तो तुरंत उन के ईर्द गिर्द बड़ी संख्या में दीवाने यानी फंश एकत्र हो जाते हैं । हुयांग गायन दल के नामी गिरामी होने के बाद , विशेष कर टीवी चैनलों ,खास कर चीनी केन्द्रीय टीवी चैनल यानी सी सी टी वी पर कार्यक्रम पेश करने के बाद वे जल्द ही लोगों के ध्यान में आए और देश भर में मशहूर हो गए . उन के पास बहुत से दीवाने हो गए । इन फंशों ने हुयांग दल का जोरदार समर्थन किया और समर्थन करते रहेंगे । इसलिए वर्तमान चीन में गीत संगीत क्षेत्र के कलाकार हों या शौकिय गायक गायिकाएं हों , सभी उन फंशों को खुश करने की कोशिश करते हैं . इसलिए उन्हें अच्छे अच्छे एल्बम जारी करना चाहिए और संगीत समारोह में श्रेष्ठ प्रोग्राम ला कर पेश करना चाहिए । हुयांग गायदल इस के लिए भरसक कोशिश कर रहा है । हमें उम्मीद है कि वे जरूर अपनी मधुर आवाज से लोगों को निराशा नहीं बनाएंगे और उन का अच्छा एल्बम निकलेगा ।