उत्तरी चीन के भीतरी मंगोलिया का ईचीनह्वोलो जिला अर्दोस शहर में है। मंगोलियाई भाषा में ईचीनह्वोलो का अर्थ पवित्र राजा का मकबरा है। ईचीनह्वोलो जिले का छनजसीहान मकबरा देश-विदेश में मशहूर है। भीतरी मंगोलियाई स्वायत प्रदेश की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर हमारी संवाददाता ने एक स्थानीय मंगोलियाई जाति के प्राइमरी स्कूल का पता चलाया। हमारी कहानी इस प्राइमरी स्कूल से शुरु होगी।
उसी दिन, जब हमारी संवाददाता की गाड़ी अर्दोस घास मैदान में दौड़ रही थी, हम ने देखा कि सड़कों पर गाय व भेड़ें घास चर रही हैं। जब हमारी संवाददाता अर्दोस की घास, नीले आकाश व सफेद बादलों का आनंद उठा रही थीं, अचानक हमारा ध्यान एक जातीय विशेषता वाले सफेद तबूं की तरफ गया जिन में ईचीनह्वोलो प्राइमरी स्कूल स्थित है।
आप जो गीत सुन रहे हैं, वह कुछ प्यारे मंगोलियाई जाति के छात्र-छात्राएं गा रहे हैं। वे हमारी संवाददाताओं को अपने क्लास-रुम यानी तंबू में ले गए ।तंबू की दीवारों पर हम ने छात्रों द्वारा बनाये गये चित्रों को देखा।
मेरा नाम आस्मा है। मैं तीसरे ग्रेड में पढ़ती हूं। यह चित्र मैंने बनाया है। यह सुन्दर घास मैदान है, जहां हमारा परिवार रहता है।
अध्यापकों व छात्रों से बातचीत करने के बाद हमें पता लगा कि ये बच्चे स्थानीय चरवाहों के बच्चे हैं और स्कूल में रहते हैं। इधर के वर्षों में ईचीनह्वोलो सरकार ने अनिर्वार्य शिक्षा के आधार पर स्थानीय चरवाहों के बच्चों के प्रति उदार नीति अपनाई है, यानी उन की पुस्तकें, पढ़ाई की संबंधित सामग्री, स्कूल में रहने,पढ़ने आदि सभी मुफ्त है ।इतना ही नहीं, अल्पसंख्यक जाति के छात्र स्कूल में खाने-पीने के लिए विशेष भत्ता भी हासिल कर सकते हैं। बच्चों ने कहा कि अब उन के सभी मित्र स्कूल में पढ़ते हैं। स्कूल उन की सब से पसंदीदा जगह है। स्कूल में मिल रहे सुख की चर्चा में बच्चों ने कहा, हमारी क्लास में 15 छात्र हैं। कभी-कभी हम चीनी भाषा में बोलते हैं, कभी-कभी मंगोलियाई भाषा में। हम विज्ञान, संगीत, मंगोलियाई भाषा, चीनी भाषा और खेल आदि के बारे में पढ़ते हैं। यहां हम अच्छी तरह रहते हैं और खाते हैं।
छात्रा आस्मा ने स्वेच्छा से संवाददाताओं के सामने चीनी व मंगोलियाई भाषा में चीनी कविता पढ़ी। उस ने गौरव से संवाददाताओं से कहा कि अब उस की चीनी भाषा मंगोलियाई भाषा के बराबर अच्छी है।
प्राइमरी स्कूल के विद्यार्थियों ने हमें बताया कि स्कूल में बच्चों के रहने के लिए सभी चीजें स्कूल द्वारा दी जाती है। बच्चों के जीवन के बारे में मंगोलियाई जाति की अध्यापिका सुश्री काओ वा ने संवाददाता को बताया,
हमारे प्राइमरी स्कूल के बच्चों को ऐसी अच्छी स्थिति में पढ़ने व जीवन बिताना बहुत आसान नहीं था।अब सरकार ने बच्चों का पढ़ाई खर्च मुफ्त कर दिया है, जिस से अनेक गरीब बच्चे स्कूल जा सकते हैं। अब हमारे स्कूल में पढ़ाई का बहुत अच्छा वातावरण है।
ईचीनह्वोलो प्राइमरी स्कूल के बाद हमारी संवाददाता ईचीनह्वोलो ने एक मीडिल स्कूल की यात्रा भी की। इस स्कूल की मंगोलियाई जाति की दो छात्राओं ने संवाददाता को बताया कि इधर के वर्षों में भीतरी मंगोलिया का तेज़ी से विकास हुआ है। उन के घर के हालात भी दिन ब दिन अच्छे हुए हैं। वे लोग न सिर्फ बिना खर्च के कक्षा में पढ़ रहे हैं, बल्कि स्थानीय सरकार उन्हें भत्ता भी देती है। अब उन के अनेक सहपाठियों के पास मोबाइल फोन व इलेक्ट्रैनिक साइकिलें हैं। ईचीनह्वोलो मीडिल स्कूल में हर एक विद्यार्थी के लिए एक कंप्यूटर है।
हमारे यहां पढ़ाई का वातावरण बहुत अच्छा है, पढ़ाई के सभी उपकरण भी हैं। इस तरह के अच्छे स्कूल में पढ़ने से हम सब को बहुत खुशी हुई है।
ईचीनह्वोलो जिला के प्रधान श्री हाओ योंग याओ ने संवाददाता को बताया कि इधर के कई वर्षों में स्थानीय अर्थतंत्र के तेज़ विकास होने के साथ साथ, ईचीनह्वोलो जिला की स्थानीय सरकार ने शिक्षा में ज्यादा से ज्यादा बड़ी पूंजी लगाई है। उन के अनुसार, हमारी जिला की सरकार जातीय शिक्षा में पूंजी निवेश को विशेष महत्व देती है।वर्ष 2004 से अब तक, शिक्षा क्षेत्र में हम ने 12 करोड़ चीनी य्वान की पूंजी लगाई है। विशेषकर अल्पसंख्यक जाति शिक्षा को विकसित करने में हम ने हर संभव कोशिश की है। हम जातीय संस्कृति व जातीय शिक्षा को विशेष महत्व देते हैं। किन्डरगार्टन से हाई स्कूल तक, अल्पसंख्यक जाति के विद्यार्थी मुफ्त रुप से पढ़ाई कर सकते हैं। हम ने अल्पसंख्यक जाति के विद्यार्थियों को भत्ता देने के अलावा, हर महीने विशेष रुप से कुछ पैसों से भी उनकी सहायता की है। विश्वविद्यालय में दाखिला पाने वाले अल्पसंख्यक जाति के विद्यार्थियों को हम इनाम भी देते हैं। शिक्षा भविष्य है। आर्थिक विकास के बाद हमारा ध्यान इसी शि्क्षा के सवाल पर टिका हुआ है।
हालांकि ईचीनह्वोलो जिला भीतरी मंगोलिया के अनेक जिलों में से एक है, फिर भी हम ने इन मंगोलियाई जाति के युवकों के चेहरों पर भीतरी मंगोलिया का भविष्य व आशा देखी है।
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