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(GMT+08:00) 2007-08-08 17:02:57    
चीन में भूकंप की पूर्व चेतावनी देने वाली तकनीक का विकास

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प्राकृतिक विपदाओं में से भूकंप सब से भयंकर माना जाता है , क्योंकि भूकंप आने से भारी जान माल का नुकसान पहुंच सकता है । इसलिए चीन समेत बहुत से देशों ने भूकंप का पूर्वानुमान करने वाली तकनीकों के अनुसंधान को महत्वपूर्ण स्थान दिया है । प्राप्त जानकारियों के अनुसार चीन की भूकंप पूर्वानुमान तकनीक विश्व में उन्नतिशील है। चीनी विशेषज्ञों ने विश्व में आए भूकंपों की सही पूर्व चेतावनी दी है ।

चीन विश्व में सब से अधिक भूकंप झेलने वाले देशों में से एक है । चीनी भूकंप ब्यूरो के अनुसार विश्व के महाद्वीपों में आए भयंकर भूकंपों का एक तिहाई भाग चीन में आया है । चीन के सभी प्रांतों में रिक्टर पैमाने पर 5 तीव्रता का भारी भूकंप आ चुका है । इसलिए चीन सरकार ने भूकंप की पूर्व सूचना तकनीक के विकास को हमेशा महत्व दिया है और देश के अनेक क्षेत्रों में भूकंप-पर्यवेक्षण स्टेशन स्थापित किये हैं ।

रिपोर्ट है कि चीनी विशेषज्ञों ने अभी तक बीसेक बार भूकंप की सफलता से पूर्व चेतावनी दी है , जिससे होने वाले नुकसान को कम किया गया है । मिसाल के तौर पर वर्ष 1975 में जब उत्तर पूर्वी चीन के ल्याओनींग प्रांत के हाई-छंग शहर में भारी भूकंप आया , तब चीनी विशेषज्ञों ने इस का सफलता से पूर्वानुमान कर लिया था । यह मानव के इतिहास में प्रथम बार है । चीनी भूकंप ब्यूरो के प्रधान श्री चेन चैन मिन ने बात का सिंहावलोकन करते हुए कहा ,हम ने भूकंप आने से एकदम सही सूचना दी । हमारी चेतावनी से जान माल के नुकसान को बहुत कम किया जा सका है । नहीं तो इस भूकंप से एक लाख आदमियों के मरने की संभावना भी मौजूद थी । पर हमारी पूर्व सूचना से भूकंप से सिर्फ 1300 व्यक्तियों की मृत्यु हुई और घायलों की संख्या भी कम रही ।

लेकिन भूकंप की सही पूर्व सूचना पाना इतना आसान काम नहीं है । हाई-छंग भूकंप के एक साल बाद ही चीन में आश्चर्यजनक थांगशान भूकंप आया , जिससे 2 लाख 40 हजार लोग मारे गये । पर भूकंप आने से पहले इस की पूर्व जानकारी हासिल नहीं की जा सकी ।

श्री चेन ने कहा कि थांगशान भूंकप से विशेषज्ञों को महसूस हुआ कि भूकंप की समय पूर्व सूचना देना मुश्किल और जटिल काम है । क्योंकि भूकंप का स्रोत आम तौर पर दर्जनों किलोमीटर गहरे भूमिगत क्षेत्र में स्थित होता है । आज मानव दूरबीन के जरिये लाखों-करोड़ों प्रकाश वर्ष सुदूर चीज़ों का सर्वेक्षण कर सकता है , पर पृथ्वी की सतह के नीचे दर्जनों किलोमीटर गहरी जगहों में क्या-क्या मौजूद है , हमें बिल्कुल पता नहीं है । अभी तक मानव चोटी वाली तकनीकों के सहारे सिर्फ पृथ्वी की सतह के नीचे 12 किलोमीटर गहरे तक खुदाई कर सकता है । भूकंप क्यों आता है , भूकंप पैदा होने वाली जगहों में क्या दिखाई देता है , इस सब के बारे में हमें जानकारी नहीं है ।

लेकिन चीनी तकनीशियनों ने सामने खड़ी बाधाओं का सामना करते समय कदम ब कदम प्रगति हासिल की है । अनेक सालों के लिए निर्माण और तकनीकी प्रगति के जरिये चीन में कुल 1200 भूकंप सर्वेक्षण केंद्रों का निर्माण किया गया है और स्वयंसेवकों ने भी देश के कोने-कोने में दस हजार से अधिक सर्वेक्षण केंद्र बनाए हैं। इन के आधार पर चीनी विशेषज्ञ स्थल मंडल में हुए परिवर्तन, भूमिगत पानी के स्तर में उतार चढ़ाव तथा गुरुत्वाकर्षण के कमजोर होने आदि के जरिये भूकंप का विश्लेषण करते हैं । चीनी भूकंप ब्यूरो के भूकंप पूर्व सूचना प्रतिष्ठान के अनुसंधानक्रता श्री चांग क्वो मिन ने कहा है कि अभी तक चीन की अल्प समय के लिए भूकंप पूर्व सूचना की सही दर 10 प्रतिशत है , जो विश्व स्तर में अग्रिम पंक्ति पर है ।

वर्ष 1996 के सिंच्यांग प्रदेश के गा-शी शहर में जब भूकंप आया , तब हम ने स्थानीय सरकार को इस की पूर्व सूचना दे दी थी । सरकार ने भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में से एक लाख पचार हजार लोगों का स्थानांतरण किया ।

यही नहीं , चीनी विशेषज्ञों ने दीर्घकाल तक जमा की गयी सूचनाओं के आधार पर चार बार चीनी भूकंप कक्षाएं प्रकाशित कीं हैं, जिस से औद्योगिक व नागरिक उपयोगी मकानों के निर्माण, तथा खासकर चीन के त्रिघाटी जलाशय, छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग और वर्ष 2008 पेइचिंग ऑलंपियाड के स्टेडियमों के निर्माण के लिए भूकंप-विरोधी संदर्भ तैयार किए गए हैं ।

लेकिन चीनी राजकीय भूकंप ब्यूरो के प्रधान श्री चेन च्यैन मिन का कहना है कि चीन का भूकंप पूर्व सूचना कार्य, दूसरे देशों की ही तरह काफी परिपक्व नहीं है । उन का भूकंप पूर्व सूचना कार्य प्रारंभिक स्तर का है । इस में गलतियां होना अनिवार्य है ।

श्री चेन की और एक चिन्ता है कि चीन के ग्रामीण क्षेत्रों में निर्मित मकान भूकंप का मुकाबला करने के लिए कमजोर हैं । आंकड़े बताते हैं कि भूकंप से हुए हताहतों का 60 प्रतिशत भाग ग्रामीण क्षेत्रों में ही रहता है , यह उन के मकानों के काफी मजबूत न होने का परिणाम है । इसीलिए चीन सरकार ने इधर के वर्षों में ग्रामीण क्षेत्रों में भूकंप का मुकाबला करने वाले मकानों का निर्माण करने की योजना लागू की है । मिसाल है कि सिंच्यांग प्रदेश के ह-थिएन क्षेत्र में किसानों के मकान आम तौर पर मिट्टी से निर्मित होते थे । आज कई लाख किसानों को भूकंप-विरोधी मजबूत मकानों में स्थानांतरित किया गया है । इस परियोजना के जिम्मेदार सुश्री गू-लि-स्था ने कहा , किसानों के नये मकान सीमेंट बोर्डों से निर्मित हैं , अभी तक छह लाख किसानों को ऐसे नये मकानों में स्थानांतरित किया गया है । योजनानुसार वर्ष 2008 में सिंच्यांग के सभी किसानों व चरवाहों को भूकंप विरोधी मकानों में स्थानांतरित किया जाएगा , तब इस योजना को देश के दूसरे क्षेत्रों में भी विस्तृत किया जाएगा ।

मकानों को मजबूत बनाने की तुलना में भूंकप की पूर्व सूचना हासिल करना और महत्वपूर्ण है। इस के लिए चीन के मौजूदा भूकंप निरीक्षण केंद्रों के जाल को सुव्यवहारिक बनाया जाएगा , उन के स्तर को भी उन्नत किया जाएगा । और भूकंप डेटा बैंक व्यवस्था का सुधार किया जाएगा । और चीन विश्व स्तरीय भूकंप विरोधी अनुसंधान केंद्र का निर्माण करने में प्रयत्न करेगा ।

भूकंप की पूर्व सूचना पाना कोई आसान काम नहीं है । पर चीनी राजकीय भूकंप ब्यूरो के प्रधान श्री चेन च्यैन मिन भविष्य के प्रति काफी विश्वस्त हैं । उन्हों ने कहा कि चीनी राजकीय भूकंप ब्यूरो के कुल सात हजार से अधिक तकनीशियन हैं , जिन में सात चीनी अकादमिशन भी शामिल हैं । विशेषज्ञों के समान प्रयासों के जरिये भूकंप की समय पूर्व सही सूचना पाने का काम अंततः समाप्त किया जा सकेगा ।

हालांकि अभी तक हम सिर्फ दस प्रतिशत सही पूर्व सूचना कर सकते हैं , पर हमें भविष्य में इसे हासिल करने का काफी विश्वास है । भूकंप की पूर्व सूचना पाना विश्व स्तर के वैज्ञानिक के सामने एक बहुत कठिन समस्या है , पर विशेषज्ञों की कोशिशों से इस का अंतिम समाधान जरूर किया जा सकेगा ।