ललिताः हमारे एक और श्रोता हैं विशाल रेडियो श्रोता संघ के श्री एस. के. जिंदादिल। इन्होंने अपने भेजे पत्र में लिखा है कि अप्रैल 28 को इन के दोस्त श्री सीताराम केसरी जी का विवाह था। और इस मौके पर विवाह का कोई गीत सुना कर ये अपने दोस्तों को खुश करना चाहते थे।
राकेशः एस. के. जिंदादिल जी हमें अफसोस है कि विवाह के मौके पर हम आप की फरमाइश पूरी नहीं कर पाए। बहराल, आप के दोस्त श्री सीताराम केसरी जी को विवाह की शुभ कामनाएं। आशा है उन का यह नया जीवन सुखमय हो।
ललिताः जी हां, हमारी ओर से सीताराम जी को शुभकामनाएं। लीजिए पेश है आप के लिए यह गीत फिल्म "लगान" से, जिसे गाया है अल्का याज्ञनिक, आशा और उदित नारायण ने, और संगीत दिया है ए. आर. रहमान ने और जिसे हमारे इन श्रोताओं ने भी सुनना चाहा है रॉयल श्रोता संघ ढोली सकरा मुजफ्फरपुर बिहार से श्री जसीम अहमद, जुवैदा अहमद, सवा सुलताना।
राकेशः इसी गीत को सुनना चाहा था दिलकश रेडियो श्रोता संघ खगड़िया बिहार से दिलावर हुसैन दिलकश, बेगम सेरुन निशा दिलकश, अख्तर हुसैन दिलकश, रानी फातमा दिलकश, मो. फिरोज आलम दिलकश, बेगम सहीदा दिलकश, आसी आसना दिलकश, अरवाज़ दिलकश, बाबु फरदीन खान दिलकश। और मानसी ठाठा से जवाहर गुप्ता, हीना गुप्ता और गौरव गुप्ता।
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