
छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग पर यातायात शुरू होने के बाद के एक वर्ष से ज्यादा समय में तिब्बत की यात्रा करने आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है , इस से स्थानीय विकास में नयी शक्ति का संचार हुआ है । हाल ही में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के उपाध्यक्ष श्री तङ श्याओकांग ने संवाददाता के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि स्वर्ग मार्ग के खुलने से तिब्बती संस्कृति के विकास तथा इस संस्कृति को विश्व संस्कृति का एक विशेष अंग बनाने का सुअवसर मिला है।
श्री तङ श्याओकांग ने कहा कि रेल मार्ग पठार में प्रवेश कर गया है। यह तिब्बत संस्कृति और विश्व की विभिन्न संस्कृतियों के बीच आवाजाही के लिए प्रेरणादायक है । एक तरफ़ सुविधापूर्ण यातायात के कारण तिब्बती संस्कृति छिंगहाई-तिब्बत पठार से बाहर जा सकती है,वहीं दूसरी तरफ़ विश्व में तिब्बती संस्कृति को पसंद करने वाले लोग और आसानी से तिब्बत आ-जा सकते हैं । इस से तिब्बती संस्कृति प्रेमी और नज़दीक से इस पवित्र स्थल का दौरा कर ज्यादा अनुभव प्राप्त कर सकेंगे ।
रेल मार्ग पर यातायात शुरू होने और पर्यटन उद्योग के विकास के जरिए तिब्बती जाति की परम्परागत संस्कृति के विकास में नयी जीवन शक्ति का संचार हुआ है । इस से स्थानीय नागरिकों के सांस्कृतिक जीवन तथा सांस्कृतिक प्रसार-प्रचार के तरीकों में विविधतापूर्ण परिवर्तन आएगा ।
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