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(GMT+08:00) 2007-07-17 18:52:35    
छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग से तिबब्त के लिए फायदा

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तिब्बत और विश्व को जोड़ने वाले पुल के रूप में छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग पर विश्व का ध्यान केंद्रित हुआ है । रेल गाड़ी में सवार होकर सुविधा मिलेगी या नहीं, इस सवाल पर हर यात्री ध्यान देता है । छिंगहाई-तिब्बत रेल गाड़ी में किसी भी यात्री को पठारीय बीमारी होने या अन्य परेशानी होने की हालत में आपात-चिकित्सा का प्रबंध है । उन्हें बचाने के लिए रेडगाड़ी में विशेष चिकित्सा सेवा केंद्र स्थापित है । जहां तक भोजन सेवा का ताल्लुक है, वह भी संतोषजनक है । छिंगहाई-तिब्बत रेलवे पर चलने वाली गाडियों के भोजन-कक्ष तिब्बती शैली में सजाए गए हैं और वहां उम्दा पश्चिमी खाना और शुद्ध तिब्बती खाना मुहैया कराया जाता है । इस के साथ ही रेल गाड़ियों की सेवा को उन्नत करने के लिए रेल-संचालन की देखरेख करने वाली छिंगहाई-तिब्बत रेलवे कंपनी अपने सेवा-स्तर को उन्नत करने की कोशिश कर रही है । उस ने विशेष तौर पर तिब्बती और अंग्रेजी बोलने वाले 12 पेशावरों को प्रशिक्षित कर उन्हें रेलगाड़ियों में दुभाषिये और कंडक्टर का काम सौंपा हैं ।

आवाज़---

"आप लोगों का इस रेल पर सवार होने पर स्वागत। मैं कंडक्टर हूं। यात्रा में मैं आप लोगों की सेवा करूंगी। आशा है आप लोग खुश और स्वस्थ रहें।"

अभी आप ने जो आवाज़ सुनी, वह छिंगहाई-तिब्बत रेल गाड़ी पर रेल कर्मचारियों द्वारा चीनी, अंग्रेज़ी और तिब्बती भाषा का प्रयोग कर यात्रियों को अपना परिचय देने की है । उन की सुरीली आवाज़ से यात्रियों को बहुत अच्छा महसूस होता है ।

छिंगहाई-तिब्बत रेल गाड़ियों के रेडियो कार्यक्रमों को हान भाषा, अंग्रेज़ी और तिब्बती भाषा में प्रसारित किया जाता है । रेडियो कार्यक्रमों में यात्रियों को रेलवे के दोनों किनारों के पर्यटन स्थलों से अवगत कराया जाता है, और तिब्बती पॉप गीत संगीत सुनाया जाता है । इस के साथ ही पर्यावरण संरक्षण से संबंधित कार्यक्रम भी पेश किया जाता है । यात्री छिंगहाई-तिब्बत पठार की पारिस्थितिकी तथा पर्यावरण संरक्षण की जानकारी पा सकते हैं। रेल गाड़ी में सवार होकर यात्री मधुर तिब्बती गीत-संगीत सुनते-सुनते खिड़की के बाहर बर्फीले पहाड़, हरे-भरे घास-मैदान और नीली पठारीय झील देख सकते हैं । वे अन्य रेल गाड़ियों से अलग अनुभव का अहसास करते हैं ।

छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग पर यातायात शुरू होने से तिब्बत और बाह्य दुनिया के बीच दूरी बड़े हद तक कम हो गई है । तिब्बत की यात्रा करना आसान बन गया है । इस के साथ ही तिब्बत से बाहर जाने वाले व्यक्तियों को भी सुविधा मिली है । तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के शिकाज़े प्रिफैक्चर में रहने वाले फिंगत्से लोबू पेइचिंग के केंद्रीय जातीय विश्वविद्यालय के विद्यार्थी हैं । । उन्होंने कहा कि वे पेइचिंग में तीन साल तक पढ़ चुके हैं। । छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग पर यातायात शुरू होने के पूर्व सर्दियों और गर्मियों की छुट्टियों में उन जैसे तिब्बती विद्यार्थियों के लिए घर वापस लौटना मुश्किल था । तिब्बती विद्यार्थी फिंगत्से लोबू ने कहा:

"पहले घर वापस लौटने के लिए हमे पेइचिंग से छिंगहाई प्रांत की राजधानी शीनिंग तक, फिर शीनिंग से गोर्मू तक जाना पड़ता था । इस के बाद हम छिंगहाई और तिब्बत को जोड़ने वाले मार्ग के जरिए ल्हासा तक पहुंच सकते थे । रास्ता बहुत लम्बा है । यह छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग पर यातायात शुरू होने के पूर्व की स्थिति थी । लेकिन आज हम पेइचिंग के पश्चिमी रेलवे स्टेशन से सीधे ल्हासा तक पहुंच सकते हैं । हमें बहुत सुविधा मिली है । इस के साथ ही यात्रा का दाम भी घटा है । पहले हम तीन सौ य्वान खर्च कर घर वापस लौटते थे । लेकिन आज हम विद्यार्थी कार्ड का प्रयोग कर आधे दाम वाली टिकट खरीद सकते हैं । इस तरह हमें बहुत अच्छा लगता है । वर्तमान में मैं और मेरे सहपाठी घर वापस लौटने के लिए छिंगहाई-तिब्बत रेल गाड़ी से ही जाएंगे ।"

वर्तमान में तिब्बत से आने-जाने के कई विकल्प हैं । विमान की तुलना में रेल गाड़ी का प्रयोग करना सस्ता है और सुविधाजनक भी। रास्ते में आप सुन्दर पठारीय दृष्यों का मज़ा भी उठा सकते हैं । इस तरह तिब्बती विद्यार्थी फिंगत्सो लोबू की तरह अनेक लोग तिब्बत आने-जाने के लिए रेल गाड़ी का प्रयोग करते हैं ।

छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग पर यातायात शुरू होने से तिब्बत के आर्थिक विकास को भी फायदा हुआ है, जिस में पर्यटन उद्योग और सेवा व्यवसाय सब से उल्लेखनीय है । तिब्बत की राजधानी ल्हासा में स्थित वाणिज्यिक केंद्र बाखोर सड़क में व्यापार करने वाले नेपाली व्यापारी श्री महेश रत्न तुलाधर ने कहा कि छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग पर यातायात शुरू होने के बाद ल्हासा की यात्रा करने आने वाले व्यक्तियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। बाखोर सड़क पहले से ज्यादा भीड़-भाड़ वाली हो गयी है और हर रोज़ उन की दुकान में चीजें खरीदने आने-वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है । श्री महेश ने कहा

आवाज़---

दोस्तो, छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग पर यातायात शुरू होने के बाद तिब्बत हम से दूर नहीं रह गया है । अगर आप चीन आकर तिब्बत की यात्रा करने के इच्छुक हों, तो वहां पहुंचने के तरीके अनेक हैं, जिन में रेल गाड़ी का प्रयोग करना एक अच्छा विकल्प है ।