दोस्तो, चीनी भाषा के प्रचार-प्रसार संबंधी चीनी राजकीय नेतृत्वकारी कार्यालय के निमंत्रण पर अमरीका औऱ कोरिया गणराज्य के मीडिल व प्राइमरी स्कूलों के 1000 कुलपतियों और शैक्षणिक अधिकारियों ने गत 26 जून से पहली जुलाई तक चीन की यात्रा की,ताकि चीनी भाषा की शिक्षा के लिए चीनी स्कूलों और अमरीका व कोरिया गणराज्य के स्कूलों के बीच आदान-प्रदान का मंच स्थापित किया जाए। इस गतिविधि को चीनी भाषा का सेतु कहकर पुकारा जाता है। चीन और विदेशों के बीच शैक्षिक आदान-प्रदान में यह अब तक की सब से बड़ी परियोजना है।
26 जून को पेइचिंग के जन बृहद सभा-भवन में चीनी भाषा के प्रचार-प्रसार संबंधी चीनी राजकीय नेतृत्वकारी कार्यालय ने अमरीका और कोरिया गणराज्य के मीडिल व प्राइमरी स्कूलों के 1000 कुलपतियों के स्वागत में एक भव्य रस्म आयोजित की। चीन के शिक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के पदाधिकारियों तथा चीन स्थित अमरीका एवं कोरिया गणराज्य के राजनयिकों के प्रतिनिधियों ने इस में भाग लिया। चीनी शिक्षा मंत्री श्री जो ची ने अपने बधाई संदेश में कहाः
"इधर के कई वर्षों में चीनी भाषा सीखने और चीन की जानकारी लेने की प्रवृति अमरीका और कोरिया गणराज्य में दिखाई दी है। चीनी भाषा की पढाई में हुआ तेज विकास न केवल विदेशों के लिए चीन को अधिक खोलने और उन के साथ चीन के आदान-प्रदान को बढाने के लिए जरूरी है,बल्कि विदेशों को चीन की ज्यादा जानकारी देने और चीन के साथ आर्थिक,सांस्कृतिक व शैक्षणिक सहयोग के सुढृ़ढीकरण के लिए भी आवश्यक है।"
सूत्रों के अनुसार इस गतिविधि का आयोजन चीनी भाषा के प्रचार-प्रसार संबंधी चीनी राजकीय नेतृत्वकारी कार्यालय,अमरीका के कॉलेज बोर्ड और कोरिया गणराज्य के शिक्षा व मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से किया गया है। अमरीका के 45 स्टेटों और कोरिया गणराज्य के 16 केंद्र शासित शहरों एवं प्रांतों के मीडिल व प्राइमरी स्कूलों से आए 1000 कुलपतियों ने एक हफ्ते के दौरान पेइचिंग में चीनी भाषा व संस्कृति संबंधी पाठ्यक्रम-संसाधन प्रदर्शनी देखी और चीनी भाषा की शिक्षा संबंधी सेमिनार में भाग लिया। इस के अलावा उन्हों ने चीन के अन्य 18 प्रांतों व शहरों में जाकर स्थानीय स्कूलों के अधिकारियों के साथ चीनी भाषा की शिक्षा के लिए सहयोग की व्यवस्था की स्थापना पर विचार-विमर्श भी किया।
चीनी सहायक विदेश मंत्री श्री खुंगछ्वान ने कहा कि चीनी भाषा का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रचार-प्रसार न केवल विदेशियों को चीन के बारे में जानकारी देने और चीनी लोगों के साथ विचारों का आदान-प्रदान करने की उन की जरूरतों को पूरा कर सकता है,बल्कि चीन को भी विविध संस्कृतियों वाली दुनिया में योगदान देने का प्रभावशाली उपाय दे सकता है।
चीन स्थित अमरीकी दूतावास के सार्वजनिक संबंध मामला कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी श्री पैट्रिक.कोर्कोरान ने कहाः
"बहुत से अमरीकी युवा लोगों ने समृद्ध चीनी संस्कृति के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए चीनी भाषा सीखनी शुरू की है। चीन औऱ अमरीका के लिए एक दूसरे को जानना अत्यंत महत्वपूर्ण है। अब बहुत से देशों में चीनी भाषा का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। यह देखकर मैं बहुत खुश हूं कि इस गतिविधि में अमरीका के मीडिल व प्राइमरी स्कूलों के इतने कुलपति भाग ले रहे हैं। इस गतिविधि का भारी महत्व है।"
श्री पैट्रिक के अनुसार अमरीकी शिक्षा मंत्रालय चीनी भाषा के प्रचार-प्रसार संबंधी चीनी राजकीय नेतृत्वकारी कार्यालय के साथ इलेक्ट्रोनिक भाषा परियोजना नामक एक शैक्षिक सोफ्टवेयर के विकास पर सहयोग कर रहा है,ताकि चीन और अमरीका के नौजवानों को एक दूसरे की भाषा सीखने में सुविधा मिल सके।आंकड़े बताते हैं कि अमरीका में इस समय 800 से अधिक विश्वश्विद्यालय चीनी भाषा सिखाते हैं और बहुत से मीडिल स्कूलों में भी चीनी कक्षाएं चल रही हैं।पिछले साल जून में अमरीका के मीडिल व प्राइमरी स्कूलों के 400 से ज्यादा कुलपतियों ने चीन की यात्रा की थी। स्वेदश लौटकर उन में से 200 से अधिक कुलपतियों ने अपने स्कूलों में चीनी कक्षाएं शुरू कीं।
अमरीका के कॉलेज-बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री पीटर.नेग्रोनी का कहना हैः
"खुद मैं एक भाषा अध्यापक हूं। इसलिए मैं खूब जानता हूं कि भाषाएं मानव के लिए दुनिया से परिचित होने का प्रबल साधन है। किसी देश की भाषा और संस्कृति सीखना उस के साथ शांतिपूर्ण व स्थाई संबंध कायम करने का एकमात्र माध्यम है। इसलिए स्कूलों को दूसरे देशों की संस्कृतियों व भाषाओं के प्रति विद्यार्थियों में रूचि जगाने की कोशिश करनी चाहिए। "
श्री पीटर नेग्रोनी ने कहा कि इस गतिविधि में भाग लेने आए सभी अमरीकी लोग अमरीकी शिक्षा-जगत के प्रतिनिधि हैं और भाषा के क्षेत्र में सूचनाओं के संवाहक भी हैं। वे अमरीका के मीडिल व प्राइमरी स्कूलों में चीनी भाषा की शिक्षा के लिए जरूर भारी योगदान करेंगे,इस से अमरीकी जनता पीढ़ी-दर-पीढ़ी चीन की जानकारी ले सकेगी।
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