कोआथ बिहार के रजियो गुप्ता ने हमें पत्र लिख कर कहा कि सी .आर .आई द्वारा प्रस्तुत सभी कार्यक्रम को मैं ध्यान दे कर हर दिन लगातार सुन रहा हूं । मैं विशाल रेडियो का एक सदस्य हूं । मुझे सी .आर .आई से गुजारिश है कि सी .आर .आई हमें चीन भारत मैत्री के बारे में प्रतियोगिता में पुरस्तकार भेजे , मैं ने लगातार दो साल से प्रतियोगिता में भाग ले रहा हूं , पर आज तक देखने को एक पुरस्कार नहीं मिला , मैं सी . आर .आई का दो साल पुराना श्रोता हूं , बीच में परीक्षा के कारण सी .आर .आई को तीन मास से एक भी पत्र नहां लिखा । मेरे क्लब को एक भी लिफाफा व सामग्री नहीं भेजा जा रहा है , इसलिए पत्र लिखने में हमें कठिनाई आ रही है । आप जरूर लिफाफा के साथ श्रोता वाटिका भेज रहें ।
रजियो गुप्ता का पत्र पढ़ कर मुझे भी परेशानी आयी है कि आप ने कहा कि आप को लगातार लिफाफा , श्रोता वाटिका और पुरस्कार नहीं मिले । इस बार हम ने आप को लिफाफा व श्रोता वाटिका भेजा है , आशा है कि आप को मिला होगा । प्रतियोगिता के पुरस्कार का सवाल है , आप आगे भी सी .आर .आई की भावी प्रतियोगिता में भाग लें और अपना भाग्य आजमाए , तो मिलने की संभावना भी होगी ।
आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के युसुफ जमील ने हमें लिखे पत्र में कहा कि मैं सी. आर .आई के श्रोताओं में से एक हूं , मैं सी .आर .आई हिन्दी प्रोग्रामों को प्रति दिन बहुत दिल लगा कर सुनता हूं । और आप के हिन्दी कार्यक्रम में पत्र बारबार लिखता आ रहा हूं । मुझे आप का उत्तर नहीं मिलने के कारण बहुत ही दुख है । लेकिन फिर भी पत्र लिखने में कोई कमी नहीं । मुझे आशा है कि आप लोग हमारे पत्र का उत्तर अवश्य देंगे । क्यों कि सी .आर .आई एक ऐसा कार्य़क्रम में जो विश्व के कोने कोने में फैला हुआ है । जो पूरे विश्व के लोग अपना उत्तर भेजता है । मेरी पूरी आशा है कि आप हमारे क्लब के श्रोताओं का उत्तर जरूर देंगे ।
युसुफ जमील जी , आप का पत्र अभी हमारे पास आया है , कार्यक्रम में उत्तर देने में जो देर हुई , इस के लिए क्षमा करे , हमें आशा है कि यह कार्यक्रम सुनने के बाद आप का दुख मिट होगा । और आगे हमें लिख कर संपर्क कायम करें । आप के नए पत्रों के इंतजार में हैं ।
चमेली उत्तरांचल के प्रकाश कठैत का पत्र , उन्हों ने अपने पत्र में कहा कि आप के कार्यक्रम अच्छे चल रहे हैं , विशेष कर चीन का भ्रमण , चीनी गीत संगीत , समाचार , सामायिक वार्ता । लेकिन इस में सुधार भी आवश्यक है , आप एक हफ्ते में जो कार्यक्रम प्रस्तुत कर चुके है , दूसरे हफ्ते में दोबारा न दोहराये । आज का तिब्बत कार्यक्रम पसंद कर रहा हूं , क्यों कि आज का तिब्बत कार्यक्रम अच्छे हो रहे हैं । आप एक कार्यक्रम कड़ी कई बार कर रहे हैं , इस से श्रोताओं को निराशा न करें । अच्छे दिलचस्प , अधिक रोचक कार्य़क्रम सुनाएं ।
हम श्री प्रकाश कठैत को बहुत बहुत धन्यावाद देते हैं कि उन्हों ने खुल कर कार्यक्रमों में मौजूद कमी बतायी है , हम उन की राय पर जरूर ध्यान देंगे ।
आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के मुहम्मद असलम का पत्र , उन्हों ने कहा कि मुझे सी . आर .आई के सभी कार्यक्रम सुन्दर एवं ज्ञानवर्धक लगते हैं । आप के समाचार ठोक और सही होते हैं । साप्ताहिक कार्यक्रम हमारे लिए लाभदायक एवं मालूमाती हुआ करते हैं । शाओ थांग जी पत्रों का जवाब ठीक और रोचक तरीके से दिया करती हैं । इन मित्रों को धन्यावाद देता हूं । मेरा क्लब एक पुराना क्लब है , जो आप को बराबर पत्र लिखा करता है । मझे जो कार्यक्रम सब से अधिक अच्छे लगते हैं , वह यह है चीन का भ्रमण , आज का तिब्बत , खेल जगत , जीवन और समाज , आप का पत्र मिला , चीनी बोलना सीखे , और आप की पसंद । आशा करता हूं कि इन कार्यक्रमों को इसी तरह पेश करते रहेंगे ।
हिमाचल प्रदेश से जो पवन कुमार का पत्र आया है, उस में यो लिखा गयाः मैं आप का आभारी हूं कि आप ने बिना इस की चिंता किए कि मैं ने कई महीनों से पत्र नहीं लिखा , आप ने मुझे नववर्ष का ग्रीटिंग कार्ड , श्रोता वाटिका आदि भेजे । सी .आर .आर की वेबसाइट की जानकारी वाली कार्ड भी भेजा , इन के लिए बहुत बहुत धन्यावाद . आप के आफिस नए सदस्यों का आगमन हुआ है , जिन के नाम शायद पवन , रूपा , वंकत जी । मैं ने सुना है उन की बड़ी मीठी आवाज है । आशा है कि कार्यक्रमों को नया रूप मिलेगा ।
मऊ उत्तर प्रदेश के रजिउल हसन जाफरी ने हमें लिखे पत्र में कहा कि चाइना रेडियो इंटरनेशनल का कार्यक्रम आज का तिब्बत सुनने से हमें तिब्बत के बारे में अधिक से अधिक जानकारी मिलती है , और आप की पसंद कार्य़क्रम में आप नए पुराने हिन्दी गाने सुनाते है । इन हिन्दी कार्यक्रमों को प्रसारित करने वाले सभी संचालकों एवं कार्यक्रम सुनने वाले श्रोताओं को मेरी ओर से प्रेम भरा प्रणाम स्वीकार करें ।
और मधुबानी बिहार के राजीव कुमार देवगन ने अपने पत्र में कहा कि मैं और मेरे क्लब के सभी सदस्य बड़ी दिलचस्पी से आप के कार्यक्रम सुनते हैं , रंग और नुर की इन खुबसूरत बहार में जब भी मैं रेडियो सेट पर बैठता हूं , तब मुझे चीन और तिब्ब्त की खुबसूरत हसिन बादिया में खो जाने को जी चाहता हूं । तिब्बत की प्रगति को देख कर तिबब्ती वासी जरूर अपने आप को धन्य महसूस करते होंगे ।

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