8 जून को सौ भारतीय युवाओं से गठित एक प्रतिनिधिमंदल ने पेइचिंग स्थित चीन के मशहूर छिंग ह्वा विश्वविद्यालय का दौरा किया। वहां पर मैंने प्रतिनिधिमंडल के कुछ सदस्यों के साथ बातचीत की।
श्री राहुल शर्मा, भारतीय सूचना तकनीक और प्रबंधन संस्थान से आए हैं। छिंग ह्वा विश्वविद्यालय देखने के बाद उन्होंने मुझे अपना अनुभव बताया। लीजिए सुनिए उन के शब्दों में।
सुश्री अंकिता मेहता, दिल्ली विश्वविद्यालय में एम. बी. ए. उपाधि के लिए पढ़ रही हैं। मैंने उन से भी साक्षात्कार किया। सुश्री अंकिता मेहता ने इस साक्षात्कार में बताया कि छिंग ह्वा विश्वविद्यालय से वे बहुत प्रभावित हुई हैं। युवा एक देश का भविष्य होते हैं। अगर हमारे दोनों देशों के युवा आपस में मिलें-जुलें और एक दूसरे के बारे में जानें, तो दोनों देशों के लिए अच्छा होगा। आगे सुनिए इस साक्षात्कार का मुख्य अंश।
सुश्री ऋतु ठाकुर जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में पिछले पांच सालों से चीनी भाषा सीख रही हैं। उन से हुई मुलाकात के दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें चीन और चीनी भाषा बहुत पसंद है। जैसे भारत में वह हिन्दी व अंग्रेजी में आसानी से बातचीत कर सकती हैं, वैसे ही चीन में वह चीनी में आराम से बातचीत कर सकती हैं, तो इस तरह दोनों देश ही उन्हें अपने घर जैसे लगते हैं। लीजिए सुनिए हमारे बीच हुई इस बातचीत का एक अंश।
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