वर्ष दो हज़ार छै के नवम्बर में चीनी राष्ट्राध्यक्ष श्री हू चिन थाओ ने भारत की यात्रा के दौरान भारतीय राष्ट्रपति कलाम के साथ हुई वार्ता में आने वाले पांच सालों के भीतर दोनों देशों के बीच पांच पांच सौ युवा प्रतिनिधियों को एक दूसरे देश की यात्रा के लिए भेजने का आह्वान किया । इसी सुझाव के मुताबिक सौ भारतीय युवा अखिल चीन युवा संघ के निमंत्रण पर चीन आए ।
चीनी कम्युनिस्ट नौजवान संघ के केंद्रीय सचिवालय के प्रथम सचिव श्री हू छुन ह्वा ने भारतीय युवाओं से भेंट की और उन के स्वागत के लिए एक भव्य सत्कार समारोह आयोजित किया । चीन स्थित भारतीय राजदूत सुश्री निरुपमा राय तथा दोनों देशों के संबंधित अधिकारियों ने सत्कार समारोह में भाग लिया । मौके पर श्री हू छ्वुन ह्वा ने भाषण देते हुए कहा
"युवा पीढ़ी हमेशा समाज की सब से सक्रिय शक्ति होती है और वे एक देश और एक राष्ट्र के आशा व भविष्य भी हैं । दोनों देशों के युवा लोग चीन भारत मैत्री को आगे बढ़ाने का ऐतिहासित मिशन निभाते हैं । चीन और भारत की दोस्ती एशिया की शांति व विकास के लिए, यहां तक कि विश्व की शांति व विकास के लिए भी भारी महत्व रखती है । मुझे आशा है कि दोनों देशों के युवा लोग एक दूसरे से सीखते हुए चीन भारत मैत्री की परम्परा को बरकरार रखेंगे और द्विपक्षीय संबंधों के स्थिर विकास की स्थिति को मूल्यवान समझकर चीनी हिन्दी भाई-भाई के नारे को सदासदैव बनाए रखने की कोशिश करेंगे ।"
भारतीय युवा व खेल मंत्री श्री मनी शंकर एय्यल ने अपने भाषण में कहा कि भारत और चीन के बीच मैत्रीपूर्ण आवाजाही का इतिहास बहुत लम्बा पुराना है । अब हम दोनों देश द्विपक्षीय संबंधों के सर्वांगीण विकास और पारस्परिक समझ को आगे बढ़ा रहे हैं । दोनों देशों के युवाओं के बीच आवाजाही की चर्चा में श्री एय्यल ने कहा
"हमारा समान लक्ष्य 21वीं सदी को एशिया की सदी बनाना है । इस लक्ष्य को मूर्त रूप देने के लिए भारत और चीन को हाथ में हाथ डाल कर सहयोग करना चाहिए । मुझे विश्वास है कि हमारे युवा लोग इसी लक्ष्य को साकार करने के कटिबद्ध हैं । दोनों देशों के युवा लोग कंधे से कंधा मिलाकर उभय प्रयासों से 21वीं सदी को एशिया की सदी ही नही, युवाओं की सदी को भी बना सकेंगे । अगर हम युवाओं के लिए शिक्षा, कार्यकौशल व मौका प्रदान करेंगे , तो भविष्य के पचास सालों में भारत चीन का सब से घनिष्ठ सहयोग साझेदार बन जाएगा ।"
दोस्तो, सौ भारतीय युवा प्रतिनिधि दूर से चीन आएं, उन के स्वागत के लिए चीन स्थित भारतीय दूतावास ने भी सत्कार समारोह आयोजित किया । मौके पर भारतीय युवाओं और चीनी युवा अभिनेता-अभिनेत्रियों ने मधुर भारतीय गीत गाये और सुन्दर नृत्य प्रस्तुत किये । दोनों देशों के युवाओं ने नाचगान के जरिए एक दूसरे के प्रति गहरी दोस्ती की भावना का आदान प्रदान किया और एक साथ अविस्मरनीय समय बिताया । भारतीय राजदूत सुश्री निरुपमा राय ने सत्कार समारोह में भाषण देते हुए कहा
"यहां आने के एक सौ भारतीय युवा भारत के भविष्य हैं । आप लोग चीनी युवाओं के साथ एशिया के सब से बड़े दो प्राचीन सभ्यता वाले देशों का प्रतिनिधित्व करते हैं । दोनों देशों के युवा लोगों के बीच विचारों के आदान प्रदान की बढोतरी और युवाओं की बुद्धिमता और विवेकता के प्रयोग से भारत चीन संबंधों के सतत विकास को जरूर आगे बढ़ाया जाएगा । मुझे आशा है कि भारतीय युवा लोग भारत चीन संबंध को और घनिष्ठ बनाएंगे । मौजूदा चीन यात्रा आप और चीनी युवाओं के बीच मैत्री का आरंभ है । मुझे विश्वास है कि आप सब लोग भारत चीन संबंध को आगे बढ़ाने की महत्वपूर्ण शक्ति बन जाएंगे ।"
भारतीय युवा व खेल मंत्री श्री मनी शंकर एय्यल ने अपने भाषण में चीन भारत की मैत्रीपूर्ण आवाजाही के इतिहास का सिंहावलोकन किया । वे द्विपक्षीय संबंध के विकास पर आशावान हैं ।
पेइचिंग यात्रा के दौरान सौ भारतीय युवा प्रतिनिधियों ने पेइचिंग आर्थिक व तकनीकी विकास क्षेत्र, विश्वविख्यात छिंगह्वा युनिवर्सिटी, थ्येन आनमन चौक और मशहूर लम्बी दीवार का दौरा किया । इस के साथ ही उन्होंने चीनी विद्यार्थियों व समाज के विभिन्न जगतों के व्यक्तियों के साथ विचारों का व्यापक आदान प्रादन किया । प्रतिनिधि मंडल के अधिकांश सदस्य प्रथम बार चीन यात्रा पर आए हैं । वे चीन के बारे में ज्यादा जानकारी लेने के तत्पर हैं और मौजूदा चीन यात्रा पर बड़ी उम्मीद रखते हैं । अपनी चीन यात्रा के अनुभव की चर्चा करते हुए भारतीय युवाओं को बहुत खुशी हुई । उन्होंने कहा कि खुद चीन आकर यहां की स्थिति देखने का मौका मिलना एक सौभाग्य बात है ।
भारतीय युवती सुश्री अंकिता मेहता दिल्ली विश्वविद्यालय में एम.बी.ए. पढ़ने वाली विद्यार्थी है । उन्होंने कहा कि युवा लोग हर देश के भविष्य का द्यातक है । अगर चीनी और भारतीय युवाओं के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध बरकरार रहेंगे, बातचीत, पारस्परिक समझ और विचारों का आदान प्रदान मज़बूत रहेंगे, तो हमारे दोनों देश जरूर एक साथ मिल कर आगे विकास करेंगे।
राहुल शर्मा भारतीय सूचना व तकनीक प्रबंधन कॉलेज के एक विद्यार्थी है । अपनी चीन यात्रा की चर्चा छिड़ते ही उन्हें बड़ा खुश नजर आया । उन्होंने कहा कि यहां आकर चीन की ज्यादा जानकारी लेने के अलावा वे पेइचिंग में काम करने वाले अपने भाई से भी मिल सकेंगे । राहुल शर्मा ने कहा कि उन्होंने विश्वविख्यात छिंग ह्वा युनिवर्सिटि के विद्यार्थियों के साथ बातचीत की । उन्हें लगा कि चीनी विद्यार्थी मैत्रीपूर्ण और मिलनसार हैं और उन के विचार दृष्टिकोण बहुत विशाल और खुले हैं । आशा है कि चीनी और भारतीय युवाओं के बीच इस प्रकार की आवाजाही चिरस्थाई तौर पर कायम रहेगी, ताकि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को इस से लाभ मिल सके ।
भारतीय युवक ऋतु ठाकर जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के चीनी विभाग के विद्यार्थी हैं, जो पांच साल तक चीनी भाषा सीख चुके हैं । उन्होंने कहा कि उन्हें चीनी भाषा सीखना बहुत पसंद है और चीनी संस्कृति के प्रति गहरा प्यार है ।
दस दिवसीय चीन यात्रा के दौरान सौ भारतीय युवा प्रतिनिधि मंडल ने चीन की राजधानी पेइचिंग के अलावा, दक्षिण पश्चिमी चीन के यूननान प्रांत की राजधानी खुनमिन शहर, दक्षिण पूर्वी चीन के च्यांगसू प्रांत की राजधानी नान चिंग शहर तथा दक्षिण चीन के शांगहाई शहर का दौरा किया । दस दिन की यात्रा अल्पसमय की है, लेकिन विश्वास है कि दोनों देशों के युवाओं के बीच आदान प्रदान के हर क्षण हर व्यक्ति के दिलोदिमाग में हमेशा हमेशा याद रहेगा।
युवा लोग चीन और भारत तथा द्विपक्षीय संबंध के भविष्य से जुड़े हुए हैं । दोनों देशों के युवाओं के बीच आवाजाही तथा दोनों देशों की जनता के बीच पारस्परिक समझ की बढ़ोतरी से चीन भारत मैत्री जरूर पीढ़ी दर पीढ़ी बढ़ती जाएगी ।
सूत्रों के अनुसार भारतीय युवा व खेल मंत्रालय के निमंत्रण पर सौ चीनी युवा प्रतिनिधि इस वर्ष के उत्तरार्द्ध में भारत की यात्रा करेंगे , मौके पर दोनों देशों की युवा पीढ़ी की आवाजाही के इतिहास में और एक नया अध्याय जरूर जुड़ेगा।
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