ललिताः यह पत्र है अनिल कुमार और मधु द्विवेदी जी का, सैदापुर अमेठी सुलतानपुर यू. पी. से। ये लिखते हैं कि इन्हें आप की पसंद कार्यक्रम बहुत पसंद है विशेष कर पुराने सदाबहार फिल्मी गीत इन्हें बहुत अच्छे लगते हैं। 3 मार्च और 24 मार्च के कार्यक्रम इन्हें बहुत पसंद आए। इन्होंने कई फिल्मों के गीत सुनने की फरमाइश की है। और ये लिखते हैं कि इन्हें इंतजार है कि इन का पत्र भी कार्यक्रम में जरूर शामिल हो।
राकेशः अनिल और मधु जी पत्र लिखने के लिए धन्यवाद और आप को कार्यक्रम पसंद आया यह जान कर हमें बहुत खुशी हुई। हम कोशिश करेंगे कि आप की पसंद के गीत आप को सुना सकें और आप का पत्र कार्यक्रम में शामिल कर लिया गया है। लीजिए सुनिए अपनी पसंद का यह एक गीत।
राकेशः यह गीत था फिल्म "सुबह का तारा" से और इसे गाया था लता और तलत ने और इसे सुनने की फरमाइश की थी पंचरुखी सीवान बिहार से इरफान अहमद। रिकाबगंज फैजाबाद यू. पी. से मो. नाजिम, इकबाल अहमद, गुलरेज़ अहमद, शादाब अहमद, मो. अशरफ और आफताब अहमद।
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