• हिन्दी सेवा• चाइना रेडियो इंटरनेशनल
China Radio International Friday   Jul 25th   2025  
चीन की खबरें
विश्व समाचार
  आर्थिक समाचार
  संस्कृति
  विज्ञान व तकनीक
  खेल
  समाज

कारोबार-व्यापार

खेल और खिलाडी

चीन की अल्पसंख्यक जाति

विज्ञान, शिक्षा व स्वास्थ्य

सांस्कृतिक जीवन
(GMT+08:00) 2007-06-26 08:52:41    
सी.आर .आई हिन्दी कार्यक्रमों पर श्रोताओं की रायें

cri

बिलासपुर छत्तीसगढ़ के चुन्नी लाल कैवर्त का पत्र , उन्हों ने अपने पत्र में कहा कि सी .आर .आई का हिन्दी प्रसारण बेहद स्पष्ट सुनाई दे रहा है । तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के संबंध में आप के द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट आकर्षक , शिक्षाप्रद एवं विश्वसनीय लगती है , इस के अन्तर्गत एक रिपोर्ट में चीन के दक्षिण पश्चिमी प्रांत सछवान के केंसल तिब्बत प्रिफेक्चर के तेंपा काऊंटी की शानदार मीनारों की जानकारी ज्ञानवर्धक थी , इस के लिए आप का बहुत बहुत धन्यावाद ।

श्री कैवर्त ने कहा कि आज सिन्चांग का दौरा कार्यक्रम सुना , ऊरूमुची स्थित आतोछ्यो नामक जातीय बाजार की जानकारी बहुत ही रोचक एवं शिक्षप्रद लगी । प्रस्तुति सजीव एवं उत्तम थी , सार्थक एवं उपयुक्त कार्यक्रम के लिए सी . आर .आई परिवार को बहुत बहुत धन्यावाद ।

बड़ी खुशी की बात है कि समाचार , सामायिक रिपोर्ट , परिचयात्मक लेख , समीक्षा आदि तथा सप्ताहिक कार्यक्रमों की उत्तम व सार्थक प्रस्तुति को देखते हुए सी .आर .आई दुनिया का नम्बर एक रोडियो स्टेशन बन चुका है । सी . आर .आई का रिशेप्शन भी उत्तम रहता है । इतनी मेहनत व लगन के साथ कार्यक्रम तैयार करने व श्रोताओं के लिए पत्रिका कार्यक्रम सूची , स्टीकर इत्यादि छपाने के लिए सी . आर .आई परिवार बधाई एवं प्रशंसा का पात्र है । हर वर्ष अपने श्रोताओं के लिए सब से बड़ी प्रतियोगिता आयोजित करना उल्लेखनीय एवं अनुतम है ।

शाओयांग द्वारा सांगरीला की संस्कृति एवं प्राकृतिक सौंदर्य के विषय में सुनाई गई रिपोर्ट मनमोहक लगी । इसी प्रकार आप के द्वारा मकाओ के खुशियाली जीवन की रिपोर्ट भी सार्थक लगी ।

श्री चुन्नी लाल कैवर्त हमारे पुराने और नियमित श्रोता है , वर्षों से सी .आर .आई के हिन्दी कार्यक्रम सुनते रहे और पत्र लिख कर उन के बारे में अपनी रायें विस्तार से बताते रहे , उन की इस लगन और सक्रियता के लिए हम आप के बहुत बहुत अभारी हैं । आप ने पत्र में सी .आर .आई के हिन्दी प्रसारण की जो तारीफ की है , इस ने हमें अपना कार्यक्रम को और अधिक निखारने के लिए प्रेरित किया है । हम जरूर आप के बताए गए लक्ष्य की दिशा में निरंतर और अथक कोशिश करेंगे , ताकि व्यापक श्रोताओं की आशा पर पानी न फिरने दें । आप को कोटि कोटि धन्यावाद।

सुनील केशरी भी हमारे पुराने और सक्रिय श्रोता मित्र हैं , उन के पत्र बड़ी तादादा में लगातार आते रहते हैं । कोआथ बिहार के हमारे श्रोता मित्र सुशील केशरी और उन के कई कुछ साथियों ने अपनी सक्रियता से हमारे हिन्दी प्रसारण का भरपूर समर्थन किया है , इस के लिए हम उन के बहुत बहुत आभारी हैं ।

अब प्रस्तुत है श्री सुशील केशरी के पत्रों के कुछ अंशः उन्हों ने कहा कि मैं सी .आर .आई का बहुत ही पुराना श्रोता हूं , सी .आर .आई से लगभग 15 साल से जुड़ा हूं । सुनइंग दीदी और लोमीन दीदी थी , तब से लेकर अब तक सी .आर .आई से पत्र व्यवहार कर रहा हूं । सी .आर .आई ने इधर के सालों में अनेक सुन्दर और नवीन आकर्षक कार्यक्रम को प्रेसारित किया है , जिस से हमें ज्ञान से परिपूर्ण जानकारी हासिल हुई है । चाहे शाओथांह का रिपोर्ट तेन्पा शहर के बारे में हो , जो हजारों मीनारों के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध माना जाता है और सांस्कृतिक जीवन कार्यक्रम में वंकत रमण द्वारा प्रस्तुत गांव की चित्र कला के बारे में जानकारी काफी महत्वपूर्ण लगा । इतने बेहतर कार्यक्रम से गांव में बसे संगीतकारों को रहने का सुविधाजनक शांत वातावरण मिलता है , वही अपने चित्र कला हुनर को और निखारने का अवसर होता है । कार्यक्रम काफी मजेदार था , सुन कर मन गद गद हो गया । इसके लिए सी .आर .आई परिवार को धन्यावाद।

बिजापुर कर्नाटक के दारालिंग नामदेत चव्हान ने हमें लिख कर कहा कि मैं सी .आर .आई का नियमित श्रोता हूं , और आप का भारतीय समय के अनुसार रात के साढे नौ से साढ़े दस बजे तक के कार्यक्रम नियमित रूप से सुनता हूं । मुझे सी .आर .आई के हिन्दी सेवा के सभी प्रस्तुतकर्ताओं की आवाज सुन कर उन से मेरी दोस्ती हो जाती है और खत लिखने के लिए मुझे मजबूर कर देता है ।

मुझे सी .आर .आई के हिन्दी विभाग से प्रस्तुत कार्यक्रमों से सब से अच्छा कार्यक्रम चीनी गीत संगीत लगा । क्योंकि मेरा पूरा दिन संगीत में ही गुजर जाता है । मैं चाहता हूं कि आप लोग हर महीने में एक चीनी गीत का हिन्दी अनुवाद करके श्रोताओं को भेजे , तो श्रोताओं का लगाव चीनी संगीत के साथ जुड़ा रहेगा ।

विश्व में जो भी होती , उस की जानकारी मुझे सी .आर .आई के द्वारा मिल जाती है । इसलिए मुझे आज का तिब्बत , आप की पसंद , खेल जगत , चीनी बोलना सीखे , समाज और जीवन , स्वास्थ्य , शिक्षा , विज्ञान , सवाल जवाब और चीन की अल्पसंख्यक जाति आदि कार्यक्रम पसंद है ।

श्री दारालिंग ने अपने इस उत्साह से भरे पत्र के साथ जो कुछ उक्तियां दिल से लिखा है , वह पढ़ कर हम भी प्रभावित हुए , ये उक्ति जो यहां प्रस्तुत हैः

मेरा दिल तो मेरे पास ,

लेकिन मेरा मन तो सी .आर .आई के पास .

दिल भेजता हूं ,तो मन डरता है अगर,

मन को जाने से रोकता हूं , तो मेरे दिल को डाटता है ।

लेकिन क्या करे , सी .आर .आई के प्रति जो प्यार है , इसलिए दोनों को प्यार से संभाल कर सकता हूं ।

Post Your Comments

Your Name:

E-mail:

Comments:

© China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040