चीनी प्रधान मंत्री श्री वन चा पाओ ने हाल ही में हांगकांग विशेष प्रशासनीक क्षेत्र के फन लिंग फांग शू छ्वान प्राइमरी स्कूल के छात्रों के नाम पत्र लिख कर भेजा । प्रधान मंत्री वन ने अपने पत्र में कहा कि बुद्धि की शक्ति भाग्य बदलकर सुख चैन ला सकती है । उन्हें आशा है कि हांगकांग के प्राइमरी स्कूली छात्र बचपन से ही देश , जनता और हांगकांग से प्रेम कर सकते हैं और उन की यह आशा भी है कि छात्र जी जान से पढेंगे और परवान होने के बाद समाज की सेवा करेंगे ।
इस वर्ष में चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा के वार्षिक पूर्णाधिवेशन के दौरान प्रधान मंत्री श्री वन चा पाओ ने अपनी सरकारी कार्य रिपोर्ट में गरीब परिवारों के बाल बच्चों को शिक्षा दिलाने को सुनिश्चित करने के लिये अनेक नीतियां पेश कीं । हांगकांग के उक्त प्राइमरी स्कूली छात्र इस से बहुत प्रभावित हुए , उन में 43 छात्रों ने 26 अप्रैल को प्रधान मंत्री श्री वन चा पाओ के नाम पत्र लिख कर अपना आदर भाव व्यक्त किया , साथ ही विशेष तौर पर उन्हों ने सरकारी कार्य रिपोर्ट में शिक्षा के विकास को महत्व देने के लिये प्रधान मंत्री श्री वन चा पाओ के प्रति आभार प्रकट किया ।
ली श्वे इंग फांग शू छ्वान प्राइमरी स्कूल की पांचवीं कक्षा की छात्रा है , उस के पापा को ज्यादा पढा लिखा न होने की वजह से वेतन काफी कम है । पर हांगकांग की शिक्षा नीति पर निर्भर रहकर छोटी श्वे इंग निश्चिंत रूप से स्कूल में पढ़ सकती है । उस ने चालू वर्ष के 26 अप्रैल को प्रधान मंत्री वन चा पाओ के नाम लिखे पत्र में कहा कि एक अच्छी नीति एक प्रकार की प्रेरणादायक शक्ति है , वह मुझे अच्छी तरह पढ़ने और भविष्य में समाज की सेवा करने को प्रोत्साहन देती है । छोटी श्वे इंग ने उत्साह के साथ प्रधान मंत्री वन चा पाओ को अगली बार हांगकांग आने के बाद अपने घर आने पर भी आमंत्रित किया है ।
चार तारीख को दोपहर के बाद हांगकांग स्थित केंद्रीय सरकार के सम्पर्क आफिस के उप प्रधान ली कांग ने विशेष तौर पर फांग शू छ्वान प्राइमरी स्कूल जाकर प्रधान मंत्री वन चा पाओ द्वारा 25 मई को लिखा गया पत्र ली श्वे इंग और उस के साथियों को पहुचा दिया । ली कांग ने कहा कि इस पत्र से हांगकांग के 8 लाख 90 हजार प्राइमरी और मिडिल स्कूली छात्रों के प्रति प्रधान मंत्री वन चा पाओ की स्नेह और अभिलाषा व्यक्ति की गयी है , साथ ही यह हांगकांग के 33 लाख युवाओं के प्रति उन की अभिलाषा भी है । ली कांग ने इस बात का विशेष उल्लेख किया है कि प्रधान मंत्री वन चा पाओ को चिन्त है कि कहीं हांगकांग के बाल बच्चे उन की लिपी पहचान न करें , अतः उन्हों ने विशेष तौर पर मूल रूपी वाले अक्षर साफ साफ लिखने की कोशिश की ।
हांगकांग के प्रसिद्ध परोपकारी फांग युंन ह्वा ने कहा कि प्रधान मंत्री वन चा पाओ ने अत्यंत व्यस्त होने पर भी अपने हाथों हांगकांग के छात्रों के नाम पत्र लिखा , यह हांगकांग के इतिहास में पहली बार है । इस वर्ष हांगकांग की मातृभूमि की गोद में वापसी की दसवीं वर्षगांठ है , इस का महत्व और अधिक अहम है । प्रधान मंत्री वन चा पाओ की जनता के लिये नम्रता और देशभक्तिपूर्ण भावना प्रशंसनीय है । प्रधान मंत्री वन का जवाबी पत्र सुनकर यह महसूस हुआ है मातृभूमि परिवार की गोद में वापसी से हांगकांग को स्नेह मिल गयी है , यह हांगकांग के किशोरों व युवाओं के लिए एक बड़ी शिक्षा और प्रेरणा है और फांग शू छ्वान प्राइमरी स्कूल के समूचे अध्यपकों व छात्रों के लिये और अधिक बड़ी प्रेरणा भी है । छोटी श्वे इंग ने कहा कि प्रधान मंत्री का असाधारण पत्र प्रेरणादायक है , वह अवश्य समाज की अच्छी सेवा के लिय़ दिलोजान से पढ़ेगी ।
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