ललिताः यह चाइना रेडियो इंटरनेशनल है और आप सुन रहे हैं फिल्मी गीतों पर आधारित कार्यक्रम आप की पसंद।
राकेशः हमारे अनेक श्रोताओं को यह शिकायत रहती है कि हम उनके पत्रों को कार्यक्रम में शामिल नहीं करते हैं। जबकि ऐसी बात नहीं है। दरसअल कभी-कभी हम तक आप के पत्र पहुंचने में देर हो जाती है। इसलिए पत्रों के जवाब भी देर से दिए जाते हैं।
ललिताः जी हां। हमारी कोशिश तो यह रहती है कि हम हर एक पत्र को कार्यक्रम में शामिल करें। लेकिन हमेशा ऐसा हो नहीं पाता। इसलिए आप नाराज न हुआ करें। हम जरूर आप के पत्रों को कार्यक्रम में शामिल करने का प्रयास करते रहेंगे।
राकेशः यह अगला पत्र मेरे हाथ में है पंचरूखी सीवान, बिहार से इरफान अहमद का। इन्होंने लिखा है कि आप के कार्यक्रम की रात्रिकालीन सभा का श्रोता हूं। कार्यक्रम आप की पसंद में मेरा पत्र शामिल किया गया तथा मेरा मनपसंद गीत भी सुनाया गया। सुन कर मुझे इतनी खुशी हुई कि बयान नहीं कर सकता।
ललिताः श्री इरफान अहमद जी, आप को खुश पा कर हम भी खुश हैं।
राकेशः और यह पत्र है प्रखंड ठाकुर गंगटी, ग्राम मधुआरा, जिला गोडा, झारखंड से श्री भाई पवन प्रियदर्शी का।
ललिताः क्या लिखते हैं श्री भाई पवन प्रियदर्शी जी?
राकेशः इन्होंने लिखा है कि हम आप की पसंद कार्यक्रम के नियमित श्रोता हैं और आप का कार्यक्रम बहुत पसंद है। आशा है इस पत्र को आप कार्यक्रम में शामिल करेंगे और हमारी पसंद का यह गीत भी सुनाएंगे।
ललिताः पत्र लिखने के लिए आप का बहुत शुक्रिया। लीजिए अपनी पसंद का यह गीत सुनिए।
राकेशः इसी गीत को सुनने की इन श्रोताओं ने भी फरमाइश की है। इस्लाम नगर आर्य बाजार से रत्नदीप आर्य, बिपिन बिहारी बार्ष्णेय, कपिल कुमार आर्य, कुश गोयल, राघव आर्य और अमित कुमार गुप्ता।
ललिताः अभी आप ने सुना आनंद फिल्म का यह गीत और इसे गाया था मुकेश ने।
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