चीन प्राचीन रेशम मार्ग को विश्व विरासतों की सूची में शामिल करने के लिए अंतरदेशीय आवेदन-अभियान में भाग लेने की सकारात्मक तैयारी कर रहा है। 17तारीख को चीनी राजकीय सांस्कृतिक अवशेष ब्यूरो, चीनी विज्ञान अकादमी और चीन के उन 7 प्रांतों और स्वायत्त प्रदेशों, जहां से प्राचीन रेशम मार्ग गुजरता था के सरकारी अधिकारियों एवं विद्वानों ने पश्चिमोत्तर चीन के सिनच्यांग वेवूर स्वायत्त प्रदेश की राजधानी उरूमूची में इस आवेदन-अभियान के लिए अपनी संबद्ध नामसूची और टाइम टेबल पर विचार-विमर्श किया।
इस दौरान शानशी और सिनच्यांग आदि 7 प्रांतों और स्वायत्त प्रदेशों ने प्राचीन रेशम मार्ग को विश्व विरासत का दर्जा दिलाने के बारे में अपने विचारों, दलीलों और महत्व की व्याख्या की तथा इस काम के लिए अपने अन्दर के बर्बादी के कगार पर खड़े सांस्कृतिक अवशेषों के जीर्णाद्धार और आसपास के पर्यावरण में सुधार के लिए होने वाली कोशिशें बताईं।
गत अगस्त में प्राचीन रेशममार्ग के किनारे स्थित चीन, कज़ाकिस्तान, गिरगिरजिस्तान, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान आदि देशों ने रेशम मार्ग को विश्व सांस्कृतिक विरासतों की सूची में शामिल कराने का आवेदन संयुक्त रूप से करने का निर्णय लिया।
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