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(GMT+08:00) 2007-06-14 08:38:08    
चीन के शहरों में वन पट्टी निर्माण जोरों पर है

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आम तौर पर वनप्रदेश शहरों से दूर दराज पहाड़ी क्षेत्रों में स्थित है और शहरों में बहुत कम वनप्रदेश देखने को मिलता है। लेकिन इधर वर्षों में मानवी आवास का वातावरण सुधारने के लिये चीन के बहुत से शहरों में वन पट्टियों का निर्माण किया जा रहा है। संबंधित जानकर सूत्रों ने कहा कि यह रूझान चीन में शहरों के निरंतर विकास के लिये मददगार सिद्ध होगा।

पिछले हफ्ते में 4वां चीनी शहरी वन मंच दक्षिण-पश्चिमी चीन के सछ्वान प्रांत की राजधानी छङतू में आयोजित हुआ। छङतू समेत 4 शहर मंच में राष्ट्रीय वन्य शहर के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। अब तक चीन में कुल 7 शहरों ने यह पुरस्कार मिला है , जो चीन के शहरी वनपट्टी निर्माण के आदर्श मिसाल बने हैं। संयुक्त राष्ट्र वन मंच के सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारी श्री मेहन्द्र .जोशी ने मंच में चीन के वन निर्माण कार्यों का उच्च मुल्यांकन किया।

उन्हों ने कहा कि चीन की स्थानीय सरकारों और केन्द्रीय सरकार द्वारा शहरी हरियाली के निर्माण के लिये की गयी कोशिश ने मुझ पर गहरी छाप छोड़ी है।

उन के मुल्यांकन से कल्पना की जा सकती है कि छङ तू शहर में वन निर्माण में बड़ी उलेखनीय उपलब्धि प्राप्त हुई है। चीन के राष्ट्रीय वन शहर के आकलन मापदंड के अनुसार राष्ट्रीय स्तर के वन शहर का नाम जीतने के लिये दक्षिणी चीन के शहर की वन आवरण दर 35 प्रतिशत पहुंचना चाहिये और उत्तरी चीन के शहर के लिए यह दर 25 प्रतिशत होती है।

सूत्रों के अनुसार छङतू शहर वन्य पारिस्थितिकी व्यवस्था की रक्षा व सुधार की कोशिश करता रहता है और बीते 20 सालों के भीतर शहर की वन आवरण दर 23 से बढ़ कर 36 प्रतिशत हो गयी है, यह दर चीन के सभी शहरों में सर्वाधिक है । अनुमान है कि छङतू शहर में लगाए गए वन हर साल नागरिकों को बड़ी मात्रा में ताजा फल प्रदान कर सकता है और ऊर्जा के प्रयोग को 10 से 15 प्रतिशत तक कम करता है।

चीन में बहुत से शहर राष्ट्र स्तरीय वन शहर का नाम प्राप्त करना चाहते हैं। 124 शहरों के मेयरों या प्रतिनिधियों ने मौजूदा शहरी वन निर्माण मंच में भाग लिया। उन्होंने शहरी वन निर्माण पर बड़ा ध्यान दिया। चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ल्हासा के मेयर श्री तोचीशिजु ने संवाददाताओं को बताया कि इस मंच में भाग लेने का उद्देश्य छङतू का नगरी निर्माण संबंधी अनुभव सीखकर ल्हासा में हरियाली बिछाने तथा आवास के लिए पर्यावरण सुधारने की गति तेज करना है। उन्होंने कहाः

देश के महत्वपूर्ण पारिस्थितिकी सुरक्षा पट्टी के रूप में ल्हासा अब स्पष्ट जातिय शैली वाला पठारी पर्यटन शहर का निर्माण कर रहा है। छङतू के अनुभव सीख कर ल्हासा को अपने को राष्ट्र स्तरीय वन शहर के रूप में निर्मित करने के लिये पुख्ता आधार मिल गया है । हम ल्हासा का आकाश को और नीला, बादल को और सफेद, पानी को और स्वच्छ , घास पौधे को और हरा तथा फूल को और सुदर बनाने की कोशिश करेंगे ।

चीन के पूर्वी समुद्रतटीय शहर शामेन के वन ब्यूरो के अधिकारी श्री ली ची च्यान ने कहा कि चीन के शहरी निर्माण के तेज विकास और भूमि के बढ़ते अभाव की स्थिति में छङतू ने फिर भी बड़े रकबे की भूमि निकाल कर पारिस्थितिकी का जोगदार निर्माण किया है, विकास के इस प्रकार के सोच ने शामेन को अच्छी शिक्षा दी है ।

श्री ली ने संवाददाता से कहा कि इधर वर्षों में बहुत अंतर्राष्ट्रीय प्रसिद्ध प्राप्त बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने अपने मुख्यालय शामेन शहर में स्थापित किये, जिस से शामेन के आर्थिक विकास के लिये सुनहरा मौका लाया गया है। उन्होंने कहा कि विदेशी कंपनियों के विकल्प का कारण यह है कि शामेन में समुद्रतटीय भौगोलिक श्रेष्ठता प्राप्त होने के अलावा वहां अच्छा आवास वातावरण भी उपलब्ध होता है। उन्हों ने कहा भौगोलिक श्रेष्ठता के अलावा, सुदर वातावरण एक प्रभावकारी तत्व है। डेल और अमरीका के कोडाक जैसे विदेशी कंपनियों ने इधर वर्षों में शामेन में प्रवेश किया और उन का उत्पादन मुल्य शहर की जी डी पी की वृद्धि को बढ़ाने में बड़ा काम आया है।

विशेषज्ञों का कहना है कि पारिस्थितिकी के लाभांष के अलावा शहरी वन निर्माण से स्पष्ट आर्थिक लाभ भी मिलता है, क्योंकि वह आवास वातावरण को सुधार सकता, जिस से बड़ी संख्या में पूंजीनिवेशक आकर्षित होते हैं और शहर के निरंतर विकास को बढ़ाया जा सकता है। छङतू शहर के मेयर श्री ग होंग लिन के विचार में शहरी वन निर्माण से छङतू का आर्थिक विकास बढ़ाया गया है। उन्हों ने कहा क्योंकि छङतू चीन के पश्चिमी क्षेत्र में स्थित है, इसलिए अतीत में अंतर्राष्ट्रीय शक्तिशाली कंपनियों समेत बहुत से विदेशी पूंजीनिवेशकों के विचार में यहां की आर्थिक स्थिति पिछड़ी है। पश्चिमी क्षेत्र का नाम सुनते ही उन के दिमाग में ऐसा दृश्य उभरा कि पहाड़ नंगे हो , नदी का पानी पीला हो और रेतीली हवा चल रही हो । लेकिन जब वे छङतू आये, तो उन की आंखों के सामने नजारा बिलकुल अलग है। वास्तव में छङतू की पारिस्थितिकी वातावरण चीन में सब से अच्छे शहरों में से एक है।

जैसा कि मेयर ग का कहना है कि छङतू का प्राकृतिक पर्यावरण बहुत अच्छा है और यहां किस्म किस्म की वनस्पतियां ढंकी हुई है । चीनी वन आकादमी के प्रथम वैज्ञानिक श्री पेंग जेन ह्वा ने कहा कि अलग शहर की विशेषता भी अलग है और शहरी वन निर्माण परियोजना शहर की विशेषता के अनुसार बनायी जानी चाहिये।

संयुक्त राष्ट्र अनाज व कृषि संगठन के वन सुरक्षा कार्यालय के अधिकारी सुश्री कोटिएर का विचार प्रोफेसर पेंग के बारबर है। उन का विचार है कि चीन द्वारा शहरों में वनपट्टी निर्माण का विकास करना सही है, लेकिन अलग विशेषता वाला शहर के लिए अलग शहरी वन व्यवस्था का विकास किया जाना चाहिये। उन्होंने कहा क्योंकि अलग अलग शहर की स्थिति अलग अलग है, इसलिये विभिन्न शहरों को अपनी स्थिति के आधार पर समाधान के उपाय खोजना चाहिये और अपनी अपनी विशेषता बनाए रखना भी चाहिये।

मौजूदा चीनी शहरी वन निर्माण मंच में उपस्थित प्रतिनिधियों ने सभा के अंत में एक घोषणापत्र पारित कि और कहा कि परियोजना, निर्माण, प्रबंधन के आधार पर तकनीक व वैज्ञान व कानून के अनुसार क्षेत्रीय विशेषता वाले शहरी वन निर्माण को तेज किया जाना चाहिए । हमें विश्वास है कि चीन का शहरी वन निर्माण जोरों पर चलता रहेगा।