चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता सुश्री च्यांग य्वी ने सात तारीख को बयान देते हुए कहा कि अमरीकी प्रतिनिधि सदन ने सूडान के दारफ़ुर सवाल पर चीन से संबंधित प्रस्ताव पर विचार-विमर्श कर इसे पारित किया, इस बात को लेकर अमरीका के साथ गम्भीर मामला उठाया है ।
उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव ने दारफुर सवाल के समाधान के लिए चीन द्वारा की गई कोशिशों की अवहेलना न कर चीन पर मनमाने ढंग से आरोप लगाया और इस सवाल को दो हजार आठ ऑलंपिक खेल समारोह से जोड़ने की कुचेष्टा कर के चीन के अंदरूनी मामलों में धृष्ठतापूर्वक हस्तक्षेप किया है ।
सुश्री च्यांग य्वी ने कहा कि यह सर्वविदित है कि चीन सरकार दारफुर सवाल के राजनीतिक समाधान के लिए भरसक कोशिश करती आयी है और चीन ने इस मुद्दे पर अमरीका समेत संबंधित पक्षों के साथ सार्थक संपर्क व सहयोग बना कर रखा है । चीन इस क्षेत्र में मानवतावाद व सुरक्षा की स्थिति को महत्व देता है और इसी संदर्भ में चीन ने क्रमशः दारफुर क्षेत्र तथा अफ्रीकी संघ के विशेष मंडल को चंदे के रूप में मानवतावादी साजोसामान तथा धन राशि प्रदान की है। चीन ने दारफुर सवाल के समाधान के लिए एक विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किया है और वहां शांति स्थापन के के लिए सैनिक भेजे हैं।
उन्होंने कहा कि अमरीकी प्रतिनिधि सदन द्वारा उक्त प्रस्ताव पारित करने से दारफुर सवाल पर दोनों पक्षों में सहयोग के लिए लाभकारी नहीं है, न ही इस सवाल के समाधान के लिए यह हितकारी है । चीन ने अमरीका से अपनी गलती को मानने और इस तरह की कार्यवाही भविष्य में न करने का आग्रह किया है ।
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