
श्यु वे चीन की मुख्यभूमि का एक प्रसिद्ध गायक है। सन 1994 में श्यु वे अपनी जन्मभूमि शी आन से बाहर निकल कर अपने संगीत को विकसित करने और एक बड़ी दुनिया के सामने खड़े होने की चाह ले कर पेइचिंग पहुंचा। पेइचिंग पहुंच कर उसने अपने गायन और संगीत रचने की प्रतिभा से लोगों का ध्यान खींचना शुरू किया। 1997 में श्यु वे ने अपनी पहली एल्बम "दूसरी जगह "जारी की। इस एल्बम में सारे गीत उस के अपने जीवन के अनुभव, अकेलेपन की उदासी की भावना में रंगे हुए हैं। यह एल्बम जारी होते ही संगीत जगत में मानो अचानक एक तूफान आ गया। रातोंरात श्यु वे लोगों के दिलों का बेताज बादशाह बन गया और थोड़े ही समय में उस की एल्बम की पांच लाख प्रतियां बिक गईं।
कई वर्ष पहले "मेरा पतझड़"गीत के साथ चीन की मुख्यभूमि के गायक श्यु वे लोगों के सामने आए । श्यु वे अपने प्रशंसकों में "यात्री गायक""रॉक एंड रोल गायक"और"सांस्कृतिक गायक"कई नामों से प्रसिद्ध हैं। वास्तव में ये सब संबोधन इसी तथ्य की ओर इशारा करते हैं कि श्यु वे के दिल में सिर्फ संगीत की धारा बहती है। दस वर्षों से अधिक समय में श्यु वे संगीत रचना में जुटे हुए हैं और अनेक बार संगीत रचने की कई ऊंचाइयां हासिल करने में उन्होंने सफलता प्राप्त की है। इस तरह उन्होंने रॉक एंड रोल गायक बनने का अपना सपना साकार करने में सफलता हासिल की है। आज के कार्यक्रम में हम श्यु वे और उस के गीत-संगीत का परिचय देंगे।
गीत 1 मेरा पतझड़
दोस्तो, अब सुनिए इस एल्बम का मुख्य गीत "मेरा पतझड़"। गीत के बोल हैं—इस शहर के पतझड़ पर किसी का भी ध्यान नहीं गया। खिड़की के बाहर धूप खिली हुई है लेकिन मेरे दिल में प्यार की कोई उष्मा नहीं है। उदासी भरी इन रातों में मैं अकेला रास्ते पर चलता जा रहा हूं। सुख इतना दूर है कि उस की एक भी किरण दिखाई नहीं पड़ती।
आधुनिक दुनिया पैसे और भौतिकता के पीछे भाग रही है। रॉक एंड रोल संगीत उस की अपनी शैली और विशेषता में इस तरह संप्रेषित होता है कि लोग उस में अपने मन की भावना की अभिव्यक्ति महसूस करते हैं। श्यु वे आधुनिक समय में पैदा हुआ एक ऐसा श्रेष्ठ गायक है, जिसकी आधुनिक समय की नब्ज पर पूरी पकड़ है।
2000 में श्यु वे की दूसरी एल्बम सामने आई जिस का शीर्षक है"उस वर्ष"। संगीत आलोचकों के विचार में श्यु वे की यह एल्बम रॉक एंड रोल संगीत की शैली में अब तक की सबसे बेहतरीन एल्बमों में सर्वप्रमुख है। इस एल्बम से श्यु वे के संगीत ने सर्वोच्च कोटि की ऊंचाई हासिल करने में सफलता प्राप्त की है।
गीत 2 उस वर्ष
दोस्तो, अब सुनिए इस एल्बम का प्रमुख गीत"उस वर्ष"।
गीत के बोल हैं—कई वर्षों से तुम लगातार भाग रहे हो, आंखों में भविष्य साफ नहीं है, जीवन का सुंदर सपना चूर-चूर हो गया है। तुम इस व्यस्त चौराहे पर खड़े, फैसला नहीं कर पा रहे हो कि किस दिशा की ओर कदम उठाओ।
श्यु वे की पिछली दो एल्बमों में लोगों को अपने जीवन के दुख और अकेलेपन की भावना की अभिव्यक्ति दिखाई पड़ी थी। लेकिन वर्ष 2002 और 2004 में श्यु वे की जो दो नई एल्बम "धीरे-धीरे बढ़ता समय"और "हर वक्त नया वक्त है"आईं, उन में उदासी की भावना की जगह जीवन पर अनुभवों का ऐसा संसार है जिस में आशा, उम्मीद, शांति और सुख का भविष्य संजोया हुआ है।
गीत 4 उस समय जो तुम थे
दोस्तो, अब सुनिए श्यु वे द्वारा गाया गया एक गीत--"उस समय जो तुम थे"। यह गीत अपने बीते जीवन की यादों पर आधारित एक भावुक गीत है। गीत के बोल हैं—अतीत में मेरा एक सपना था, मैं रंगबिरंगी दुनिया की सैर करूं और उसे देखूं। उस समय मुझे लगता था मैं जो चाहे कर सकता हूं। उस समय मैं जिस लड़की से प्यार करता था, उस का प्यार अब गायब हुआ है । जीवन में आगे बढ़ने की राह में दुख के साथ-साथ सुख, पीड़ा के साथ-साथ आनंद भी मौजूद है। दुख भरे समय में तुम विशाल फैले हुए सागर को देखो तो तुम्हें दुख का सामना करने की शक्ति मिल जाती है।
2006 में श्यु वे ने एक संयुक्त एल्बम जारी की "राह पर"। इस एल्बम के सारे गीत श्यु वे ने लिखे हैं लेकिन उन्हें अन्य भिन्न-भिन्न गायक-गायिकाओं ने गाया है। यह एल्बम श्यु वे के संगीत की उपलब्धियों का प्रतिनिधित्व करती प्रतीत होती है। इस एल्बम के बाद श्यु वे संगीत में नए प्रयोगों की तरफ अग्रसर हुए हैं।
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