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(GMT+08:00) 2007-04-17 08:56:39    
तिब्बती लड़के और पाइ जाति की लड़की की शादी

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दक्षिण पश्चिमी चीन के युन्नान प्रांत के दिछिंग तिब्बती जातीय स्वायत्त प्रिफैक्चर में तिब्बती जाति, पाइ जाति और ली सू जाति आदि बीस से ज्यादा जातियों के लोग बसे हुए हैं । चीन की मशहूर नदी चिनशाच्यांग नदी यहां से बहती हुई गुज़रती है । आज के इस लेख में हम आप ले जाएंगे चिनशाच्यांग नदि के किनारे पर और हम भाग लेंगे एक तिब्बती लड़के और पाइ जाति की लड़की के शादी समारोह में।

सुबह-सुबह तिब्बती लड़के चालम अंजुर के परिवारजन जल्द ही उठकर तैयारी के काम में व्यस्त होने लगे। उस के घर का आंगन बहुत साफ सुथरा झाड़ा गया है और सुसज्जित किया गया । रंगबिरंगी शुभसूचक तिब्बती झंडियां हवा में फहराती रही हैं और हर जगह मंगलमय वातावरण छाया रहा है । चालम अंजुर के घर के पूजा कमरे में जौ, मक्का, सेब और अखरोट आदि खाद्य पदार्थ रखे हुए हैं, जिस से जाहिर हुआ है कि गत वर्ष दुल्हे के घर में एक बार फिर शानदार फ़सल काटी गयी । पास पड़ोसी के लोग खुशी खुशी में दुल्हे के घर आकर जाशिदले कहकर बधाई दे रहे हैं । तिब्बती भाषा में जाशिदले का मतलब है शुभकामनाएं । दुल्हे चालम अंजुर के माता-पिता घर के द्वार पर खड़े होकर दूर नजदीक से आए मेहमानों का स्वागत कर रहे हैं और उन्हें मंगल सूचक सफेद हाता भेंट कर रहे हैं । चालम अंजुर के माता पिता मुस्कराते हुए विभिन्न मेहमानों को धन्यावाद देते हैं । बड़े बड़े आंगन में शादी ब्याह के काम में मदद करने आई पड़ोसी महीलाएं मेहमानों को चाय पिलाती हैं और बच्चों को मिठाई खिलाती हैं, कुछ लोग तिब्बती पकवान पकाने में व्यस्त रही हैं । घर के हर कोने में खुशी का वातावरण व्याप्त हो रहा है ।

चालम अंजुर का घर दिछिंग तिब्बती जातीय प्रिफैक्चर के दिछिन कांउटी के पनचीलान कस्बे में बसा हुआ है । प्राचीन समय से ही पनचीलान कस्बा युन्नान प्रांत से तिब्बत स्वायत्त प्रदेश जाने वाला महत्वपूर्ण रास्ता रहा है और हमेशा बहुत पहल-चहल हुआ करता है । इस कस्बे में मुख्य तौर पर तिब्बती जाति रहती है, इस के अलावा पाइ जाति और नाशी जाति आदि अन्य अल्पसंख्यक जातियों के लोग भी रहते हैं । दुल्हन चांग होंग यान पाइ जाति की लड़की है, वह भी पनचीलान कस्बे में रहती है । शादी के दिन सुबह-सुबह दुल्हन चांग होंगयान ने कस्बे के ब्युटि शॉप में अपने को खूबसूरत संवार करवायी और पाइ जाति के परम्परागत विवाह वस्त्र व आभूषण बहने ।

सुबाह नौ बजे, दुल्हा अपने दोस्तों व रिश्तेदारों के साथ दुल्हन के घर आया। दुल्हन के रिश्तेदारों ने परम्परागत गीत गाते हुए बरात के साथ दुल्हन को दुल्हे के घर पहुंचाया ।

स्थानीय प्रथा के अनुसार दुल्हे के घर आने के बाद दुल्हन दुल्हे ने दोनों पक्षों के माता-पिता को सफेद हादा भेंट की , इस के बाद शादी का रस्म शुरू हुई। दुल्हे चालम अंजुर ने सर्व प्रथम रिश्तेदारों व दोस्तों को धन्यवाद देते हुए कहाः

"आज के मुहुर्त पर हम दोनों यहां शादी की रस्म आयोजित कर रहे हैं । दूर से भी हमारे दोस्त व रिश्तेदार हमारी मदद करने आए हैं । इस लिए मैं यहां आप सब लोगों को हार्दिक धन्यवाद देता हूँ ।"

दुल्हे चालम अंजुर की माता जी का नाम है आल्यान । 63 वर्षीय आल्यान पनचीलान कस्बे में मशहूर तिब्बती गायिका है । उन्होंने तिब्बती लोक कलाकार की हैसियत से जापान की यात्रा की थी । आज अपने बेटे की शादी का दिन है, सुश्री आल्यान बहुत खुश हैं, उन्होंने बड़ी प्रसन्नता के साथ तिब्बती गीत गा कर वर वधु को शुभकामनाएं दीं।

गीत---

गीत का भावार्थ कुछ इस प्रकार हैः दूर से रिस्तेदार आए हैं, हमारे यहां स्वर्ण पहाड़ का द्वार खुल जाएगा । सुखमय जीवन का रास्ता तुम दोनों के पास है । आशा है कि तुम दोनों स्वर्ण रास्ते पर आगे चलेंगे, आशा है कि तुम्हारा सुखमय जीवन चिनशाच्यांग नदी के पानी की तरह दूर दूर बहता रहेगा ।

दुल्हे चालम अंजुर की माता जी आल्यान के गाने की आवाज़ खत्म होने के बाद दुल्हन के रिश्तेदार एक साथ पाइ जाति के परम्परागत गीत भी गाने लगे । वे भी गीत के जरिए दुल्हन दुल्हे को शुभकामनाएं देते हैं । मधुर गीतों में तिब्बती युवक चालम अंजुर और पाइ जाति की युवती चांग होंगयान की शादी की रस्म में बारंबार खुशी की लहरें दौड़ीं । बधाई देने आए दोनों पक्षों के रिश्तेदार क्रमशः दुल्हन दुल्हे को सफेद हादा भेंट करते हैं, शराब पिलाते हैं, उपहार देते हैं और आशीर्वाद देते हैं ।