चीनी प्रधान मंत्री वन चा पाओ ने 13 तारीख को जापान की तीन दिवसीय औपचारिक यात्रा समाप्त की। इधर के दिनों में विदेशी मीडिया ने अलग अलग तौर पर लेख प्रकाशित करके श्री वन चा पाओ की बर्फ को पिघालने वाली मौजूदा यात्रा पर महत्व दिया।
सिंगापुर के ल्यानहजाओपाओ की रिपोर्ट में कहा गया कि श्री वन चा पाओ की यात्रा में राजनीति, अर्थतंत्र, संस्कृति और समाज आदि अनेक क्षेत्र शामिल हैं। श्री वन चा पाओ ने अपनी पद यात्रा , वार्तालाप व मुस्कराहट से चीन-जापान संबंध के भविषय के प्रति जापान के विभिन्न तबकों में मौजूद तरह तरह के संदेहों को दूर करने की कोशिश की, जबकि जापान ने भी सक्रिय प्रतिक्रिया की। इस सब से दोनों देशों द्वारा अपने पड़ोसी के साथ संबंधों को सुधारने की तीव्र इच्छा प्रतिबिंबित हुई है।
फ्रांसिसी ले फिगारो की रिपोर्ट में कहा गया कि श्री वन चा पाओ की वर्तमान जापान यात्रा का गहरा महत्व होता है। चीन-जापान संबंध अनेक वर्षों के बाद पुनः घनिष्ट होने लगा है, यह दोनों देशों के उच्च स्तरीय आवाजाही का परिणाम है।
पुर्तगाल के जर्नल दे नोटिशिल आदि मीडिया ने भी चीनी प्रधान मंत्री वन चा पाओ की जापान यात्रा की रिपोर्टें दीं।
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