चीनी राज्य परिषद के प्रधान मंत्री श्री वन च्या बाओ व जापानी प्रधान मंत्री श्री अबे शिंज़ो 12 तारीख को एक साथ जापान के जापान-चीन मैत्रिपूर्ण मंडल द्वारा आयोजित चीन-जापान राजनयिक संबंधों के सामानयीकरण की 35 वर्षगांठ को मनाने के लिये सत्कार समारोह में उपस्थित हुए, और एक साथ चीन द्वारा आयोजित चीन-जापान संस्कृति व खेल आदान-प्रदान वर्ष के उदघाटन समारोह में भी उपस्थित हुए।
श्री वन च्या बाओ ने सत्कार समारोह में कहा कि चीन-जापान संबंधों का सुधार व विकास दोनों देशों की सरकारों की कोशिशों और राजनीतिज्ञों के संकल्प पर निर्भर है, लेकिन चीन-जापान दोनों देशों की मित्रता की मजबूत बुनियाद जनता के बीच है, जनता के दिल में की मित्रता तो चिरस्थायी मित्रता होगी। श्री अबे ने अपनी भाषण में कहा कि उन्होंने श्री वन च्या बाओ के साथ वार्ता में कई महत्वपूर्ण सहमति प्राप्त की। यह साबित हुआ है कि दोनों देशों के संबंधों ने जापान-चीन रणनीतिक परापर लाभदायक संबंधों के निर्माण की ओर से नया कदम उठाया है। उन्होंने चीन के साथ जापान-चीन संबंधों के विकास के लिये कोशिश करने को प्रकट किया।
चीन-जापान राजनयिक संबंधों के सामानयीकरण की 35 वर्षगांठ को मनाने के लिये जापान व चीन दोनों देशों की सरकारों ने चीन-जापान संस्कृति व खेल आदान-प्रदान वर्ष का आयोजन करने का फैसला किया। ठीक उसी दिन में श्री वन च्या बाओ व श्री अबे एक साथ चीन द्वारा आयोजित चीन-जापान संस्कृति व खेल आदान-प्रदान वर्ष के उदघाटन समारोह में भी उपस्थित हुए। दोनों देशों के नेताओं ने अपने भाषण में एकमत होकर कहा कि संस्कृति दोनों देशों के संबंधों को संपर्क करने का पुल है। सांस्कृतिक आदान-प्रदान को मजबूत करना दोनों देशों के मैत्रिपूर्ण संबंधों का विकास करने के लिये लाभदायक है। उन्होंने एक साथ चीन-जापान संस्कृति व खेल आदान-प्रदान वर्ष की गतिविधियों को सफलता के साथ आयोजित करने की शुभकामना दी।
ठीक उसी दिन की सुबह श्री वन च्या बाओ ने जापानी संसद में मित्रता व सहयोग के लिये नामक एक भाषण दिया। आसाही शिमबुन आदि जापानी मीडियों ने कहा कि प्रधान मंत्री श्री वन च्या बाओ के भाषण को जापान की विभिन्न पार्टियों का उच्च मूल्यांकन मिला।
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