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(GMT+08:00) 2007-04-12 18:46:00    
जापानी संसद में चीनी प्रधान मंत्री का अहम भाषण

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12 तारीख की सुबह, जापान की यात्रा कर रहे चीनी प्रधान मंत्री वन चा पाओ ने जापानी संसद में मैत्री व सहयोग के लिए शीर्षक भाषण दिया।

अपने भाषण में श्री वन चा पाओ ने बताया कि चीन व जापान के बीच राजनयिक संबंधों के सामान्यीकरण के पिछले 35 वर्षों में चीन व जापान के संबंधों में भारी विकास हुआ है और दोनों देशों की जनता का यथार्थ कल्याण भी हुआ है। चीन व जापान के बीच सहयोग से दोनों को लाभ मिलेगा, जबकि दोनों के बीच लड़ाई से दोनों को नुकसान पहुंचेगा।

श्री वन चापाओ ने कहा कि चीन और जापान दोनों एशिया व विश्व के महत्वपूर्ण देश हैं , चीन जापान संबंधों की हालत का क्षेत्र और विश्व तक पर अहम प्रभाव पड़ेगा,दोनों देशों को आपस में समन्वय व सहयोग करना चाहिए और समान रूप से उत्तर पूर्व एशिया की शांति व स्थिरता की रक्षा करना तथा उत्तर पूर्व एशिया की सहयोग प्रक्रिया को गति देते हुए एशिया के पुनरूत्थान के लिए कोशिश करना चाहिए ।

भाषण देने के बाद श्री वन चापाओ ने जापानी संसद के दोनों सदनों के अध्यक्ष श्री योहाई कोनो तथा सुश्री छिकागे ओगी से मुलाकात की और दोनों देशों के संबंधों व संसदों के बीच आवाजाही पर रायों का आदान प्रदान किया ।

इस के बाद जापानी सम्राट अकिहिटो ने राज महल में श्री वन चापाओ से भेंट की और दोनों पक्षों का यह समान विचार है कि चीनी व जापानी जनता का स्नेहपूर्वक रहना दोनों देशों के साथ साथ एशिया व विश्व के लिए भी लाभदायक है ।

12 तारीख को चीनी प्रधान मंत्री वन चा पाओ ने तोक्यो में जापानी प्रधान मंत्री एबे शिन्जो के साथ मिल कर चीन जापान उच्च आर्थिक तबकों की वार्तालाप व्यवस्था के आरंभ के सम्मेलन में भाग लिया और दोनों पक्षों ने यह विश्वास जताया कि वार्तालाप व्यवस्था की स्थापना दोनों देशों में आर्थिक सहयोग विस्तृत करने तथा चीन जापान संबंधों के संपूर्ण विकास को बढ़ाने के लिए अहम भूमिका निभाएगी ।

उसी दिन, श्री वन चापाओ ने अलग अलग तौर पर जापानी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी , कोमेइ पार्टी , द डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं से भी मुलाकातें कीं और दोनों देशों व पार्टियों के बीच आवाजाही व सहयोग के सवालों पर रायों का आदान प्रदान किया।