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(GMT+08:00) 2007-04-11 17:16:38    
आर्थिक व्यापारिक सहयोग बढ़ाना चीन कोरिया गणराज्य की समान अभिलाषा

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चीनी प्रधान मंत्री वन चापाओ ने 11 तारीख की सुबह कोरिया गणराज्य की राजधानी सोल में चीन और कोरिया गणराज्य के आर्थिक व व्यापारिक संबंधों के विकास पर बयान दिया । उन्हों ने दोनों देशों के आर्थिक व्यापारिक सहयोग के विकास के लिए चार सूत्रीय सुझाव भी रखा और कहा कि आर्थिक व्यापारिक सहयोग का विकास करना दोनों देशों की जनता की समान अभिलाषा है ।

इस साल चीन और कोरिया गणराज्य के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 15 वीं वर्षगांठ है । पिछले 15 सालों में दोनों देशों के मैत्रीपूर्ण संबंधों का चौतरफा विकास हुआ और आर्थिक व व्यापारिक सहयोग लगातार गहरा होता जा रहा है , जिस से दोनों देशों की जनता को ठोस लाभ मिला है । आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2006 में दोनों देशों की व्यापार रकम एक खरब 34 अरब 30 करोड़ अमरीकी डालर तक पहुंची , जो 15 साल पहले से 26 गुनी बढ़ी है । अब दोनों देश एक दूसरे के अहम व्यापारिक साझेदार बन गए हैं । वैश्वियीकरण की वर्तमान स्थिति में दोनों के बीच आर्थिक व्यापारिक सहयोग बढ़ाना दोनों सरकारों व जनता की समान अभिलाषा बन गया है ।

श्री वन चापाओ ने 11 तारीख को दोनों देशों के आर्थिक व्यापारिक तबकों से आए 300 लोगों के सामने बयान देते हुए कहा कि उन की आशा है कि दोनों पक्षों के समान प्रयासों से दोनों देशों के आर्थिक व्यापारिक संबंध और गहराई में विकसित होगा । उन्हों ने कहाः

आर्थिक व्यापारिक सहयोग चीन कोरिया गणराज्य के संबंधों का अहम भाग है । दोनों के आर्थिक व्यापारिक सहयोग में अतूल्य अनुकूल स्थिति और भारी निहित शक्ति है । दोनों देश भौगोलिक रूप से नजदीक है , यातायात सुविधापूर्ण है और आर्थिक आपूर्ति की अच्छी स्थिति है । हमें सहयोग का विकास करते हुए सहयोग के क्षेत्रों का विस्तार करना चाहिए और सहयोग का स्तर उन्नत करना चाहिए ।

श्री वन चापाओ ने कहा कि चीन और कोरिया गणराज्य को व्यापार के पैमाने का विस्तार करना चाहिए , एक दूसरे के वहां निवेश बढाना चाहिए , विज्ञान तकनीक क्षेत्र में सहयोग मजबूत करना चाहिए और मुक्त व्यापार क्षेत्र की स्थापना पर संयुक्त अध्ययन करना चाहिए । उन्हों ने कहाः

दोनों पक्षों को व्यापारिक ढांचे को श्रेष्ठ करना चाहिए और मशीनरी व बिद्युत यंत्रों के व्यापार को तेज गति देने के आधार पर कृषि उत्पादों , हाई व नवीन तकनीक उत्पादों व सेवा उद्योग के उत्पादों पर व्यापार बढाना चाहिए । चीन कोरिया गणराज्य के लिए अपने बाजार को और खोलेगा और कोरिया गणराज्य के उत्पादों का ज्यादा आयात करेगा । हमारी आशा है कि कोरिया गणराज्य भी आयात के लिए खड़ी भित्ती को घटाएगा और चीनी मालों के वहां प्रवेश के लिए सुविधा प्रदान करेगा । चीन कोरिया गणराज्य के समुन्नत अनुभवों से सीखने , तकनीकी आदान प्रदान करने तथा पर्यावरण संरक्षण व ऊर्जा किफायत के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने को तैयार है ।

श्री वन चापाओ ने अपने बयान में यह दोहराया कि चीन शांति विकास के रास्ते पर कायम रहेगा । उन्हों ने कहा कि एक और अधिक समृद्ध व खुला चीन विश्व के विभिन्न देशों , खास कर पास पड़ोसी के देशों के लिए विकास के भारी मौके लाएगा और विश्व व क्षेत्रीय शांति के लिए और बड़ा योगदान करेगा । अपने बयान के अंत में श्री वन चापाओ ने कहा कि उन की संक्षिप्त यात्रा में समृद्ध उपल्बधियां प्राप्त हुई है और उन्हों ने विश्वास जताया ति उन की यात्रा से चीन और कोरियो गणराज्य के मैत्री व सहयोग और अधिक विकसित होंगे तथा दोनों के आर्थिक व व्यापारिक संबंधों का और विकास होगा तथा दोनों देशों की जनता की दोस्ती और बढ़ेगी ।

श्री वन चापाओ के बयान पर उपस्थित चीनी व दक्षिण कोरियाई लोगों ने तालियां बजा बजा कर उस का खूब स्वागत किया । कोरिया गणराज्य के प्रभावशाली गैरसरकारी आर्थिक संगठन की . सी. सी .आई के प्रधान सोन क्वांग शिक ने कहाः

प्रधान मंत्री वन चापाओ की मौजूदा यात्रा से जाहिर है कि चीन सरकार कोरिया गणराज्य के साथ सहयोग संबंधों के विकास पर बड़ा महत्व देती है । हमारी उम्मीद है कि उन की इस यात्रा का लाभ उठा कर दोनों देशों के आर्थिक व्यापारिक संबंधों का और अच्छा विकास होगा ।