खुंतितोरपा झाड़खंड के सुकर हेमरोम ने हमें पत्र लिख कर कहा कि हिन्दी विभाग से प्रकाशित श्रोता वाटिका और सी .आर .आई के बिना टिकट लगाने वाला लिफाफा पा कर मैं गदगद हो गया , अब मैं पहले की अपेक्षा अधिक पत्र लिखूंगा । मुझे भारतीय पोप गाने एवं चाइना संगीत बहुत अच्छा लगता है , मैं सी .आर .आई को वर्ष 1992 से सुनता आ रहा हूं । बेशक मैं चाइना भाषा नहीं समझता हूं , पर जब रेडियो पर चाइना संगीत सुनता हूं , तो मैं एक पल के लिए अपने आप को भूल कर सिर्फ चाइना संगीत सुनता रहता हूं । चाइना संगीत में एक किस्म का सुरीला दर्द जैसा महसूस करता हूं । गाना तो गम का रहता है या खुशी का , पर मुझे सिर्फ संगीत बहुत ही अच्छा लगता है । इसी वजह से मैं चाइना रेडियो सुनता हूं । मैं सी .आर .आई हिन्दी सेवा का पुराना श्रोता हूं , हिन्दी के अलावा मैं अंग्रेजी , बंगाली और नेपाली भाषा के कार्यक्रम भी सुनता हूं । चाइना रेडियो इंटरनेशनल के कार्यक्रम बहुत अच्छे लगते हैं । मुझे चाइना संगीत से बहुत लगाव है और मैं चाइना संगीत का फैन बन गया हूं ।
बहनो और भाइयो, अब आप के सामने है पुरनिया बिहार के विजय कुमार का पत्र । उन्हों ने अपने पत्र में लिखा है कि हमारे क्लब के जितने भी सदस्य हैं , आप के कार्यक्रम को बड़ी चाव से और मजे ले ले कर सुनते हैं । हमारे क्लब के जितने सदस्य हैं , वे चाहते हैं कि आप अपने कार्यक्रमों में चीनी फिल्म को हिन्दी भाषा में रूपांतरित करके सुनवाएं, हम लोगों को चीनी कलाकार , जैकी छन की फिल्में ज्यादा अच्छी लगती है । और हम यह भी चाहते हैं कि हिन्दी फिल्मों के गाने आप अपने कार्यक्रम में शामिल करें । हमारे क्लब के सदस्य लगभग सभी युवा अवस्था के हैं , अतः हमारे क्लब का सुझाव है कि आप अपने कार्यक्रम में एक युवा स्वास्थ्य संबंधी कार्यक्रम पेश करें , जिस में चीन की युवा अवस्था के स्वास्थ्य की जानकारी दी जाए , जिस से चीन और भारत की युवाओं की दोस्ती बढ़े ।
विजय कुमार और क्लब के सभी सदस्य , यह जान कर हमें बड़ी खुशी हुई है कि आप लोगों को सी .आर .आई कार्यक्रम बहुत पसंद आये और बड़े चाव से सुनते रहते हैं । आप ने सी आर आई के हिन्दी कार्यक्रमों के सुधार के लिए यह बेहतर सुझाव पेश किया कि चीनी फिल्मों को हिन्दी भाषा में रूपांतरित कर रेडियो पर सुनायी जाए । दरअसल , सी .आर.आई हिन्दी सेवा आज से तीस साल पहले ऐसा कार्यक्रम बनाया कर प्रसारित करती थी , उस जमाने में हम ने अनेक मशहूर चीनी फिल्मों और नाटकों को हिन्दी में रूपांतरित कर प्रसारित किया था जिसे श्रोताओं ने बहुत पसंद किया था । लेकिन इधर के सालों में हमारे हिन्दी विभाग के कर्मचारियों की संख्या कम होने के कारण ऐसा प्रोग्राम बनाना नामुमकिन बन गया , क्यों कि इस प्रकार के फिल्मों को डबिंग करने के कार्यक्रम बनाने में लम्बे समय और ज्यादा उद्घोषकों की आवश्यकता है । शायद आप को मालूम नहीं है कि इन दो तीन सालों में हमारे हिन्दी विभाग के पांच छै कर्मचारी उम्र के कारण सेवानिवृत हो गए है , जिन में चाओ हवा दीदी , ल्यू ह्वी दीदी , शाओ हो दीदी, श्री पीन , श्री शाओलिन और श्री चिनफङ आदि शामिल हैं । इन के रिटायर होने के कारण सी .आर .आई हिन्दी विभाग में बहुत कम स्टाफ रह गए , वे भी ज्यादातर रेडियो प्रसारण क्षेत्र में नए नए चेहरे हैं । रेडियो के काम , खास कर फिल्मों के रूपांतरण जैसे काम करने के अनुभव जुटाने के लिए उन्हें कुछ समय की जरूरत है । हां , अगर भविष्य में उन की कार्यक्षमता परिपक्कव हुई और अनुभव समृद्ध हुए ,तो आप लोगों के सुझावों पर ध्यान दे सकते हैं । वैसे आप के युवा स्वास्थ्य कार्यक्रम खोलने के सुझाव पर भी अभी हमारा यह मत है कि भविष्य में देखा जाए । अच्छे अच्छे सुझाव के लिए आप लोगों को बहुत बहुत धन्यावाद ।

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