
तिब्बत में पहला मंदिर-वाचनालय हाल ही में ल्हासा के ज़ैबुंग मंदिर में स्थापित हुआ। इस वाचनालय में एक हजार से ज्यादा प्रकार की पुस्तकें व पत्रिकाएं हैं, और पुस्तकों व पत्रिकाओं की कुल संख्या तीन हजार से ज्यादा है।
परिचय के अनुसार इस वाचनालय का क्षेत्रफल लगभग 40 वर्ग मीटर है। इस में तिब्बती, चीनी व अंग्रेज़ी में इतिहास, दर्शन-शास्त्र, धर्म, प्राचीन पुस्तकों को संरक्षित करने तथा आर्थिक प्रबंध से संबंधित तरह-तरह की पुस्तकें,पत्रिकाएं शामिल हैं। ज़ैबुंग मंदिर की प्रबंध कमेटी के संबंधित प्रधान ने परिचय देते हुए कहा कि वाचनालय की स्थापना के बाद हर दिन बहुत से भिक्षु यहां आकर पुस्तकें पढ़ते हैं, और पुस्तकें उधार लेते हैं। वाचनालय उन का दूसरा सूत्र भवन बन गया है। भविष्य में मंदिर वाचनालय पर्यटकों के लिये भी खोला जाएगा।
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