आर्थिक विकास के तेज विकास शहरों व बस्तियों की तुलना में, चीन के ग्रामीण इलाके की वित्तीय सेवा स्तर शुरू से ही नीचे रही है, जिस से ग्रामीण विकास की पूंजी का तदनरूप अभाव बना रहा है। इस लिए ग्रामीण वित्तीय सुधार के विकास व ग्रामीण वित्तीय व्यवस्था के परिपूर्ण को इस साल के चीन के आर्थिक कार्य के प्राथमिक कार्यों में से एक रखा गया है। आज के इस कार्यक्रम में हम आप को चीन दवारा वित्तीय माध्यम से ग्रामीण इलाकों के विकास पर उठाए कारगर कदम पर जानकारी देगें।
चीन के ग्रामीण वित्तीय व्यवस्था के पिछड़ेपन का अभिनय इस प्रकार हैः बड़े वाणिज्य बैंकों की शाखाए गांव में बहुत कम हैं, वर्तमान चीनी कृषि बैंक के अलावा, चीन के चार मुख्य राजकीय वाणिज्य बैंकों में से अन्य तीन बैंको ने ग्रामीण इलाकों में अपना व्यवसाय चलाना शुरू कर दिया है। इस के अतिरिक्त चीनी कृषि बीमा की किस्में व उनकी शाखाओं की व्यापकता में प्रगति करने की सख्त जरूरत है।
खुशी की बात है कि वित्तीय जगत से अनेक ग्रामीण वित्तीय विकास की खुश खबरियां सुनने को मिली है । पहले , ग्रामीण इलाकों में पूंजी के अभाव की मौजूदा स्थिति में बदलाव आने की उम्मीद है, चीन सरकार ने 40 खरब य्वान संसाधन से अधिक प्राप्त कृषि बैंक के सर्वोतोमुखी सुधार करने की पेशकश की है, जिस से भविष्य में कृषि बैंक अपने सुधार के बाद ग्रामीण व कृषि विकास व वित्तीय सेवा स्तर को उन्नत करने के लक्ष्य को साकारने में अपना योगदान कर सके।
पेइचिंग विश्वविद्यालय के चीनी अर्थतंत्र अनुसंधान केन्द्र के निदेशक प्रोफेसर लिंग इ फू ने कहा कि कृषि बैंक के सुधार से गावों को अधिकाधिक वित्तीय सहायता मिलेगी। उन्होने कहा चीनी बैंक, उद्योग व वाणिज्य बैंक व निर्माण बैंक मुख्य रूप से शहरों व औद्योगिक विकास का समर्थन करते आए है, ग्रामीण इलाकों को सचमुच कृषि, गांव व किसान की सेवा करने वाले एक बड़े बैंक की जरूरत है।
चीनी कृषि बैंक के सुधार के साथ 16 खरब य्वान जमा बचत की डाक बचत बैंक भी अपने सुधार में तेजी ला रही है। चीन सरकार की योजना के अनुसार, डाक बचत बैंक भविष्य में अपनी संस्थाओ की शाखाओं को चीन के शहरों व बस्तियों में फैलाने की सर्वेश्रेष्ठ भूमिका अदा करेगी , और गांव के अनेक आधारभूत संस्थापनाओं में वित्तीय सहायता प्रदान करने व किसानों को उच्च गुणवत्ता की वित्तीय सेवा प्रदान करने में कृषि बैंक का हाथ बटाएगी ।
ग्रामीण विकास सेवा की विशेष सेवा करने वाले बड़े वाणिज्य बैंकों के अलावा, विदेशी पूंजी व गैर सरकारी पूंजी को ग्रामीण इलाकों में अपनी अपनी बैंक शाखाओं की स्थापना करने की प्रवेश शर्तों में लगातार भी ढील लायी जा रही है। चीनी बैंक निगरानी व प्रबंधन कमेटी के नवीनतम नियमों के अनुसार, काउंटी स्तरीय प्रशासन इलाकों में किसानों व कृषि उत्पादन में वित्तीय सेवा प्रदान करने वाले कृषि बैंको को 30 लाख य्वान अधिक पूंजी का पंजीकरण करना होगा, जबकि समग्र व्यवसाय का संचालन करने वाले शहरी वाणिज्य बैंकों को कम से कम 10 करोड़ य्वान की पूंजी का पंजीकरण करना पड़ेगा। चीनी बैंक निगरानी कमेटी के अध्यक्ष ल्यू मिंग खान का मानना है कि इस कार्रवाई का मकसद अधिकाधिक पूंजी को ग्रामीण वित्तीय सेवा के क्षेत्रों में आयात करना है।
ल्यू मिंग खान ने कहा चीन सक्रियता से देश विदेश के बैंकों के पूंजी व उद्योगों के पूंजी व निजी पूंजी को ग्रामीण इलाकों में निवेश व नए ग्रामीण बैंक की स्थापना करने का निर्देशन व उन्हे सहायता प्रदान देगा , हम नए ग्रामीण बैंक संस्था की स्थापना के पंजीकरण पूंजी की मांग में उचित कमी करेगें और ग्रामीण वित्तीय संस्था के प्रवेश शर्तों व उनके पैमाने में ढील लाएगें और उन्हे सक्रियता से वित्तीय उत्पाद के विकास के लिए बेहतरीन सेवा भी प्रदान करेगें।
इस के साथ साथ , चीनी बैंक उद्योग निगरानी व प्रबंधन संस्था ग्रामीण इलाकों में विशेष रूप से किसान व ग्रामीण उद्योगों की सेवा करने वाले छोटी रकम का ऋण प्रदत्त कम्पनियों की निजी पूंजी को प्रोत्साहित करेगें और निजी ऋण को लेकर ब्याज की उदार नीति निर्धारित की योजना तैयार करेगें, ताकि इन तरीकों से ग्रामीण इलाकों को अधिकाधिक पूजीं हासिल हो सके।
हाल ही में संपन्न अखिल चीन वित्तीय कार्य सम्मेलन में कृषि बीमा उद्योग का सकारत्मक रूप से विकास करने व कृषि बीमा संस्था की नीति को समर्थन देने की शक्ति व कृषि उत्पादन व किसानों के जीवन से संबंधित विशेष किस्म की जोखिम बीमा को प्रगाढ़ करने के लिए कारगर कदम उठाएगा। चीनी बीमा निगरानी व प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष उ तिंग फू ने कहा कि इस साल ग्रामीण व कृषि विकास को प्राथमिक स्थान दिया जाएगा। उन्होने कहा इस साल गांव, कृषि व किसान के विकास को प्राथमिकता दी जाएगी, पहले, सकारत्मक रूप से संबंधित नीतियां तय की जाने के साथ संबंधित विभागों के साथ कृषि बीमा विधि नीतियों पर सोच विचार किया जाएगा। दूसरा, कृषि बीमा को भारी विपत्तियों से निपटने के लिए पूंजी एकत्र व्यवस्था कायम करेगी ताकि कृषि जोखिम को मिटाया जा सके। तीसरा, बीमा कम्पनियों को किसानों की जरूरतो को ध्यान में रखकर उत्पादों व सेवा में नया अविष्कार लाने का निर्देशन करेगी , ताकि किसानों के बुढ़ापे जीवन को सुनिश्चत कर उनकी स्वस्थ्य व आकास्मिक शारीरिक क्षति घटना आदि पहुलओं की बीमा आवश्यकता की मांग को पूरा किया जा सके।
ग्रामीण वित्तीय का कृषि को बढ़ावा देने व कृषि आर्थिक विकास व किसानों की आमदनी में वृद्धि लाने जैसे पहलुओं में महत्वपूर्ण स्थान है और अपनी विशेष भूमिका भी । चीनी राज्य परिषद के विकास अनुसंधान केन्द्र के वित्तीय अनुसंधान प्रतिष्ठान के निदेशक श्या बिंग ने कहा कि सरकार के समर्थन से चीन के गांवो को अधिकाधिक वित्तीय सहायता हासिल होगी और ग्रामीण वित्तीय नीति पर्यावरण के सुधार में भी मददगार सिद्ध होगी, ताकि एक परिपूर्ण ग्रामीण वित्तीय व्यवस्था का निर्माण किया जा सके। उन्होने कहा ये नीतियां चीन के ग्रामीण वित्तीय व्यवस्था को अधिक पूरिपूर्ण करेगी, उत्पादन के पहले व बाद में या उत्पादन के दौर में कृषि विकास को समर्थन देगी, ताकि किसानों की आमदनी में जल्द से जल्द वृद्धि लायी जा सके।
इस के साथ, वित्तीय विशेषज्ञों ने यह भी कहा है कि चीन की ग्रामीण वित्तीय सेवा स्तर के कमजोर होने के सवाल को एक दिन में ही नहीं सुधारा जा सकता है। वर्तमान में चीन के ग्रामीण वित्तीय उद्योग विकास के आगे अब भी भारी चुनौतियां खड़ी हुई हैं। मिसाल के लिए, चीनी कृषि बैंक की बुरी ऋण दर निरंतर उंची बनी रही है, उसके सर्वोतोमुखी सुधार को पूरा करने के लिए भारी पूंजी का निवेश करने की जरूरत है, और तो और चीन में फिलहाल पूर्ण कृषि बीमा कानून कायदे है जो लोगों की बीमा गतिविधियों के संबंध में समायोजन कर सके, यह कृषि बीमा की लोकप्रियता को चीन में बढ़ाने के लिए हितकारी नहीं है। विशेषज्ञों ने सुझाव रखा है कि चीन को निरंतर संबंधित विस्तृत कार्रवाईयों को अमल में लाकर कृषि वित्तीय की नीतियों को गावों में सुनिश्चता प्रदान करने के लिए कारगर कदम उठाने चाहिए।
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