चीन के तिब्बत स्वायत प्रदेश का पोटाला महल, नोर्बू लिन्का और साग्या मठ आदि तीन प्रमुख महत्वपूर्ण सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण व मरम्मत परियोजना सुचारु रुप से चल रही है। पोटाला महल की पुरानी इमारतों की मरम्मत का काम पूरा होने वाला है। इस वर्ष मई माह में वह लोगों के लिए खुलेगा।
सातवीं शताब्दी में निर्मित पोटाला महल विश्व की सांस्कृतिक धरोहर माना जाता है। 1751 में निर्मित नोर्बू लिन्का तो विश्व में सब से ऊंची व बड़ी उद्यान इमारत है। जबकि साग्या मठ तिब्बती बौद्ध धर्म की साग्या शाखा का प्रमुख मठ है, जिस में अंगिनत मूल्यवान सांस्कृतिक धरोहर रखी हुई हैं। पुरानी इमारतों व सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण करने के लिए वर्ष 2002 के जून माह में चीन की केंद्रीय सरकार ने 33 करोड़ चीनी य्वान लगाकर उक्त तीन प्रमुख सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण व मरम्मत का काम किया।
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