इस कार्यक्रम में हम आप को कुछ समकालीन चीनी गायकों व गायिकाओं के बारे में जानकारी देंगे।
"बुद्धू कहीं का "और"इतना अधिक प्यार "आदि प्रसिद्ध गीतों के द्वारा थाईवानी गायक वू छी श्यन पोप संगीत मंच पर बीस सालों तक अपने जादू को लगातार जीवित बनाए रख देते हैं। 20 से ज्यादा वर्षों में उस की 40 एल्बमें आईं हैं ,इसलिए उन के बहुत से दिवाने हैं। लेकिन हाल के वर्षों में टीवी पर कुछ कार्यक्रमों में उन्हें देख सकने के अलावा उस की कोई नई एल्बम जारी नहीं हुई है। उन के दिवानों को बेसब्री से उस की नई एल्बम की इंतजार है। श्री वू छी श्यन ने पिछले छह सालों में कोई नया गीत नहीं प्रस्तुत किया , किंतु हाल ही में एक नया गीत लेकर वह गीत प्रेमियों के सामने आए, गीत का शीर्षक है"मैं तुमसे प्यार करता हूं"।
गीत 1 मैं तुमसे प्यार करता हूं
यह गीत भी वू छी श्यन की अपनी पुरानी शैली में है। यह गीत प्रेम भावना से भरा हुआ है। गीत के बोल हैं—सारी दुनिया में रात का अंधेरा फैला है, थकान और ऊंनींदेपन से मेरी पलकें भारी हो रही हैं। मेरी प्रिय, कृप्या मेरे लिए चिंता मत करो। मैं अपना ख्याल रख सकता हूं। मैं बहुत व्यस्त हूं, दिनभर काम करता हूं और शाम को देर से घर वापिस लौटता हूं। तुम जानती हो , मैं किस के लिए यह सब कर रहा हूं। तुम मेरे साथ हो—आओ, सुंदर भविष्य के लिए एकसाथ आगे बढें। क्योंकि मैं तुम्हें प्यार करता हूं ,इसलिए ज्यादा मेहनत करने से मैं नहीं घबराता।
चार साल पहले थाईवानी गायिका सुश्री आ सांग एक दुखभरा गीत"पत्ते"के साथ लोगों के सामने आई और रातोंरात प्रसिद्घ हो गईं। उसकी खनकती हुई आवाज है और वह धीमे चुंबकीय सुरों में गाती है। लोगों को उस की आवाज बहुत पसंद है। "पत्ते" नामक गीत में आ सांग ने आधुनिक शहरों में रहने वाले लोगों के प्यार की भावना को दर्शाने की कोशिश की है। यह गीत एक दुखभरा गीत है। दुखभरी आवाज में यह गीत लोगों पर दुगुना असर डालता है।
गीत 2 पत्ते
गीत के बोल हैं—मैं अकेली खाना खाती हूं और घूमती हूं, जगह जगह मैं घूमी हूं, मैं अकेली किताब पढ़ती हूं अकेली पत्र लिखती हूं। अपने आप से बातचीत करती हूं, लेकिन मेरा दिल कहां है, मुझे मालूम नहीं है।
कुछ समय पहले , हांगकांग गायिका सुश्री ल्यांग युंग छी अपनी नई एल्बम "अपने को प्यार का गीत"ले कर सामने आई। इस एल्बम में ली स सुंग, चाओ च्ये लुअन और छन चन घुअन जैसे प्रसिद्ध संगीतकारों के रचित गीत शामिल हैं। एल्बम में दस रोमांटिक प्रेम गीत हैं। इन गीतों में शहर में रहने वाले लोगों के जीवन में प्यार ,विरह , प्रेम के प्रति निराशा आदि के भाव अभिव्यक्त हुए हैं। हालांकि हर गीत की लय और शैली अलग-अलग है, पर हरेक गीत ल्यांग युंग छी की मधुर आवाज में कुशल प्रस्तुति से श्रोताओं को अपने जादू में बांधने में सक्षम है। अब इस एल्बम का मुख्य गीत सुनिए। गीत का शीर्षक है-"अपने को प्यार का गीत"।
गीत 3 अपने को प्यार का गीत
"अपने को प्यार का गीत"नामक इस गीत के बोल श्री छन चन घुअन ने लिखे हैं, यह गीत एक लड़की के दिल में अपने प्रेमी के प्रति अपेक्षा और प्यार का सपना टूटने की दास्तान बयान करता है। गीत के बोल हैं— पहले के वाक्य से अकेलेपन का स्थान भर गया है, जवानीपन की अज्ञानता से इस का कोई सरोकार नहीं है, हर कोई प्यार के मूल्य को बहुत बड़ा समझता है , हर लड़की प्यार से कभी जानकार रहती है , कभी भ्रमित । किन्तु "फिर मिलेंगे"कहने की हस्त मुद्रा से मालूम हुआ है कि हमारे बीच का संबंध बस यहीं तक रह गया।
सुश्री ल्यांग युंग छी का कहना है कि यह गीत ऐसे लोगों के लिए है जिन के जीवन में प्यार का अभाव है, जिन्हें कई बार कोशिश करने पर भी प्यार नहीं मिला है। यद्यपि ऐसे लोगों ने प्यार खोजने की पूरी कोशिश की है, तथापि असफल रहने पर यह गीत उन्हें राहत दे सकता है और उन के चेहरे पर एक मुस्कराहट ला देता है। वे गीत सुनते हैं और अपने नए प्यार के इंतजार में उम्मीद बांधे रहते हैं।
सुश्री ल्यांग युंग छी की यह एल्बम प्रेम की भावना से भरपूर है। गीतों के बोल सुनने वालों को भावुक कर देते हैं। ल्यांग युंग छी की आवाज बहुत सुरीली, मधुर और दिलकश है। ल्यांग युंग छी के गायन की अपनी शैली और अलग पहचान है।
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