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(GMT+08:00) 2007-03-29 16:29:49    
चीन के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय में अध्ययन कर रहे श्री वेंकट रमन

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श्री वेंकट रमन चीन के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय---पेइचिंग विश्वविद्यालय के स्कूल ओफ गवर्मेंट विभाग में पी एच डी के प्रोग्राम में अध्ययन कर रहे भारतीय अनुसंधानकर्ता हैं । इधर के तीन चार वर्षों में उन्हों ने हमारे चाइना रेडियो के हिन्दी विभाग में भाषा से जुड़े संदर्भ में हमारी बहुत मदद की हैं । नीचे उन की पेइचिंग में कहानीः

मुझे सन् 2003 में पहली बार चीन आने का मौका मिला। पिछले चार वर्षों से मैं चीन की सुप्रसिद्ध विशवविद्यालय पेइचिंग विशवविद्यालय में डाक्टरेट कर रहा हूँ। इस महान् शिक्षा संस्थान का एक विद्यार्थी बनने से पूर्व मैं एक छोटे समय के लिए शांगहाई सामाजिक शास्त्र अकादमी में था। चीन आने से पूर्व मैं नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरु विशवविद्यालय से अपने एम.ए और एम.फिल की डिग्रियाँ प्राप्त की।

पिछले चार वर्षों में मैने कोशिश की है की मुझे मिली सुनहरे अवसर का मैं भरपूर फायदा उठाउँ। भारत और चीन के बीच सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत सन् 2003 में राजनीतिक शास्त्र के विषय में डाक्टरेट की पढ़ाई करने के लिए मुझे चुना गया था। इस स्कालरशीप के लिए चुना जाना मैं अपना सौभाग्य समझता हूँ।

जब मैं चीन में पहली बार आया तो मुझे इस बात की डर रहती थी की चीनी भाषा न जानने के कारण मुझे कई सारी कठिनाइयाँ का सामना करना पड़ेगा। लेकिन पहले साल में मुझे पहले से पढ़ाई और अध्ययन कर रहे भारतीय और चीनी दोस्तों की मदद मिली। लेकिन धीरे धीरे जैसे जैसे दिन बीतते गये वैसे वैसे आहिस्ता आहिस्ता मुझे चीनी भाषा में रुचि आने लगी और दो वर्षों की पढ़ाई करने के बाद पहले के मुकाबले आज मेरी चीनी भाषा में काफी सुधार हुई है।

दो वर्षों की चीनी भाषा की ट्रेनिंग के बाद मैं डाक्टरेट की पढ़ाई पूरी करने के लिए स्कूल ओफ गवरमेंट में प्रवेश किया। फिल्हाल मैं अपना थीसीस लिखने में व्यस्थ हूँ। चीन में अब तक मैं शांगहाई, हांगकांग, सुचोउ, हांगचोउ, वूषी, थिएनचीन, नानचिंग और भीतरी मंगोलिया की सैर की है।

मैं जब आया था तो यहां पर भारतीय काफी कम थे लेकिन आज पेइचिंग में पहले के तुलना काफी लोग काम कर रहे हैं और कई पढ़ाई करने के लिए, खास करके मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए चीन आ रहे हैं। वो चाहे भारतीय रेस्तरां हो या फिल्में या खाने पीने के समान, ये सभी काफी सुलभता से आज मिलते हैं। चीनी दोस्तों में आज भारत के प्रति जिज्ञासा बढ़ रही है।

इस छोटे से परिचय के अंत में मैं श्रोताओं को अपने अनुसंधान के बारे में बताना चाहूँगा। मेरा अनुसंधान का विषय चीन के राजनीति और अर्थशास्त्र दोनों से संबंधित है। मैं इस बात को जानना चाह रहा हूँ की चीन ने पीछले तीस वर्षों में जो उपलब्धियाँ आर्थिक क्षेत्रों में हासिल की है, उसके मुख्य कारण क्या हो सकते हैं। हर एक राज्य के आर्थिक रणनीति में कई सारे कारण होते हैं। मैं इस बात को गहराई से जानना चाहता हूँ की चीन के आर्थिक उपलब्धियों के पीछे राजनीतिक कारण क्या हैं?

इस अनुसंधान का एक लक्ष्य यह भी है की खुलेपन और सुधार से चीन को आर्थिक क्षेत्र में जो उपलब्धियाँ हासिल हुई हैं उससे विकासशील देशों को और खास करके भारत को क्या सीख मिलती हैं।