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(GMT+08:00) 2007-04-04 14:39:57    
चीन में रोबोट तकनीक का तीव्रता से विकास

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रोबोट तकनीक पर हमेशा से विश्व के विभिन्न देशों का ध्यान आकर्षित रहा है । चीन भी रोबोट तकनीक के विकास को बहुत महत्व देता है । चीन में रोबोट तकनीक के विकास में न सिर्फ सरकारी संस्थाओं की भूमिका है , बहुत से व्यक्तियों और लोक दलों ने भी रोबोट बनाने में भारी रुचि रखी है । इस तरह रोबोट तकनीक का चीन में तीव्रता से विकास किया जा रहा है ।

चीनी विज्ञान अकादमी के स्वचलित प्रतिष्ठान ने हाल में थूंग-थूंग नामक एक काफी बुद्धिमान रोबोट के अनुसंधान व निर्माण में सफलता हासिल की है। थूंग-थूंग मनुष्य के आकार वाला रोबोट है , वह देखने में कार्टूंन फिल्म का मुख्य पात्र जैसा लगता है ,बच्चे जिसे बहुत पसंद करते हैं ।

पता चला है कि चीनी विज्ञान अकादमी ने थूंग-थूंग का निर्माण करते समय धुन व चित्रों की पहचान करने, बुद्धि-नियंत्रण तथा मानव-मशीन आदान-प्रदान के संदर्भ में अनेक नयी तकनीकों का इस्तेमाल किया है । यह रोबोट बाघ, मुर्गी, बैल की आवाज़ निकाल सकता है और आदमियों के साथ संक्षेप में बातचीत कर सकता है । वह बातचीत करते समय अपनी भौंहे, आंखें तथा होठ आदि चला सकता है ।

इस रोबोट के निर्माता , चीनी विज्ञान अकादमी के प्रोफेसर ली छंग रूं ने संवाददाता को बताया कि थूंग-थूंग चीन निर्मित एक मात्र ऐसा रोबोट है , जो अपने चेहरे पर मनुष्य जैसे भाव अभिव्यक्त कर सकता है ।

मनुष्य के चेहरे पर हजारों किस्म के भाव आ सकते हैं । लेकिन उन में केवल दर्जनों किस्म के भाव ही महत्वपूर्ण होते हैं । रोबोट के शरीर में कुछ विशेष यंत्र रखे हुए हैं , जो उस के चेहरे के भावों को तय करते हैं । थूंग-थूंग के मुख के पीछे दसेक लघु यंत्र भी हैं , जो मुंह,नाक और आंखों आदि का नियंत्रण करते हैं । इस से जुड़ी विशेष प्रणाली भी है, जो सिर हिलाने आदि के लिए जिम्मेदार है । इसी के माध्यम से चीन निर्मित रोबोट थूंग-थूंग मुस्करा सकता है , क्रोध , उदास, खुशी तथा मजाक आदि दर्जनों किस्म के भाव दिखा सकता है।

पेइचिंग के एक हाई स्कूल में पढ़ने वाले 16 वर्षीय लड़के चेनचेन ने कहा कि थूंग-थूंग का प्रदर्शन देखने के बाद उस में रोबोट के डिज़ाइंग व निर्माण के प्रति गहरी रुचि जागी है ।

मैं ने टीवी प्रोग्राम में थूंग-थूंग का प्रदर्शन देखा , जो बहुत दिल्चस्प है। मैं स्कूल में कंप्यूटर तथा मशीनरी आदि की उपाधि के लिए अध्ययन कर रहा हूं, मैं इस संदर्भ में अधिकाधिक जानकारियां हासिल करना चाहता हूं ।

चीनी विज्ञान अकादमी के प्रोफेसर ली ने कहा कि वर्ष 1960 में विश्व का प्रथम रोबोट अमेरिका में बना , तबसे अब तक विश्व में दस लाख रोबोट निर्मित हो चुके हैं । विकसित देशों की तुलना में चीन में रोबोट का अनुसंधान बहुत देर से शुरू हुआ । वर्ष 1980 के दशक में ही चीन का प्रथम रोबोट का निर्माण किया जा सका , जो वर्कशाप में बिजली की वैल्डिंग आदि के काम करता था । वर्ष 1990 के दशक से चीन में रोबोट के अनुसंधान व निर्माण कार्यों में तेज़ी आई। चीन के शेन्यांग, पेइचिंग और शांघाई आदि शहरों में रोबोट अनुसंधान केंद्र स्थापित हो चुके हैं । उन्हों ने कुछ खतरनाक कार्य जैसे आतंकविरोध और ऊंची इमारतों के बाहर ग्लास की सफाई आदि करने वाले रोबोटों के निर्माण में सफलता हासिल की है ।

चीन ने रोबोट के अनुसंधान व निर्माण में व्यापक अंतर्राष्ट्रीय सहयोग किया है । चीन ने रूस के साथ मिल कर समुद्री सतह के नीचे 6000 मीटर की गहराई में काम करने वाला रोबोट निर्मित किया , और जापान के साथ दीवार पर रेंगने वाला रोबोट बनाने में सहयोग किया । अब चीन ने कुछ विकसित देशों से गठित अंतर्राष्ट्रीय उन्नतिशील रोबोट विकास योजना संगठन में भाग लिया है । वैज्ञानिक संस्थाओं के सिवा चीन के कुछ सामाजिक संगठनों ने भिन्न-भिन्न स्तरों पर रोबोट प्रतियोगिताओं का आयोजन किया । रोबोट फुटबाल , रोबोट उड़ान , बुद्धिमान रोबोट आदि की प्रतिस्पर्द्धाओं पर समाज का व्यापक ध्यान आकर्षित हुआ है ।

इसमें यह भी चर्चित है कि पेइचिंग के उपनगर में रहने वाले एक किसान श्री वू ने इधर 20 सालों में 26 रोबोटों का निर्माण किया है। उन में कुछ सरल कामकाज करते हैं और कुछ दूसरे रिक्शा खींच सकते हैं । श्री वू ने कहा कि अनेक उन्नतिशील तकनीकों से लैस जटिल रोबोटों की तुलना में उन के रोबोट सरल हैं , लेकिन उन के रोबोट अपना काम करने में काफी समर्थ हैं ।

श्री वू ने कहा कि उन के रोबोट बुद्धिमान नहीं हैं , सब मशीन ही हैं। पर वे सब चल सकते हैं,दौड़ भी सकते हैं , सीढ़ियों पर चढ़ने या दोनों तरफ मुड़ कर चल सकते हैं । श्री वू ने कहा कि उन का बेटा अब हाई स्कूल में सोफ्ट वेयर आदि की उपाधि के लिए पढ़ रहा है । भविष्य में वे बेटे के साथ बुद्धिमान रोबोटों का अनुसंधान व निर्माण करना चाहते हैं ।

विशेषज्ञों का मानना है कि अब चीन में निर्मित रोबोट विकसित देशों की तुलना में कम हैं । पर चीनी राष्ट्रीय अर्थतंत्र के तेज़ विकास तथा चीनी औद्योगिक स्तर के उन्नत होने के चलते चीन में रोबोट निर्माण तकनीकों का तेज़ विकास होने में देर नहीं लगेगी ।