चीनी श्रम व सामाजिक प्रतिभूति के अधिकारी इ च्येन खुन ने हमें बताया कि चीन सरकार ने शहरों में नौकरी ढूंढने आने वाले ग्रामीण किसानों की श्रमिक तकनीक को उन्नत करने के लिए संबंधित कार्य योजना पर जोर दिया है। उन्होने कहा हम ने गत वर्ष से ग्रामीण श्रम शक्ति तकनीक क्षमता रोजगार के नाम की एक योजना तैयार की थी।
इस योजना के तहत, 11 वीं पंच वर्षीय यानी 2006 से 2010 तक की योजना में , हम गावों के 4 करोड़ श्रमिकों का प्रशिक्षण करेगें, हर साल औसत 80 लाख किसानों का प्रशिक्षण किया जाएगा , ताकि गावों से शहरों में रोजगारी ढूंढने वालों की रोजगारी क्षमता को धीरे धीरे उन्नत किया जा सके।
इस साल 19 वर्षीय मा तुंग चीन के हेनान प्रांत के एक गावं के किसान है, गत वर्ष से उन्होने पूर्वी चीन के च्यांग सू में नौकरी करना शुरू किया। वहां मा तुंग को एक दूर संचार साज सामान के उद्योग में प्रिटिंग का काम मिला , काम से पहले उन्हे मुफत में प्रशिक्षण दिया गया। उन्होने हमें बताया इस कम्पनी में आने के बाद, पहले पांच दिनों में मैने कार्य से संबंधित तकनीकी ज्ञान व कम्पनी की संस्कृति सीखना शुरू किया, इस के साथ उत्पादन सुरक्षा, अग्नि बचाव सुरक्षा, परिवहन सुरक्षा आदि ज्ञान भी हासिल किए।
प्रशिक्षण क्लास के अध्यापकों ने हमें उत्पादन -स्थल में ले जाकर साज सामानों के इस्तेमाल की जानकारी भी दी। इस तरह नौकरी से पहले मैने अपने काम से संबंधित जरूरी ज्ञान प्राप्त कर एक अच्छी कार्य बुनियाद तैयार कर ली है।
कालेजों से स्नातक छात्रों व गांव से आए किसानों को नौकरी दिलाने में मदद देने के अलावा, चीन सरकार ने बेरोजगारों की रोजगारी के लिए भी सकारत्मक कदम उठाए हैं। मिसाल के लिए, सरकार ने बेरोजगारों को रोजगारी के अवसर प्रदान करने के लिए छोटी रकम ऋण व कर में कटौती व कर को माफ करने के साथ बेरोजगारों को नौकरी दिलाने वाले उद्योगों के कर में कटौती व कर को माफ करने की अनेक कारगर उदार नीतियां प्रदान की हैं।
संबंधित विभागों दवारा निर्धारित लक्ष्य के अनुसार, गत वर्ष चीन ने शहरों में 90 लाख लोगों को रोजगार अवसर प्रदान करने के साथ, करीब 50 लाख बेरोजगारों के लिए भी नए रोजगार के अवसर भी प्रदान किए हैं, शहरों की बेरोजगारी दर को 4.6 प्रतिशत तक नियंत्रण में रखा है। चीनी श्रम व सामाजिक प्रतिभूति मंत्रालय के अधिकारी इ च्येन खुन ने हमें बताया कि चीन सरकार रोजगार को प्रोत्साहन देने की चिरस्थायी व्यवस्था योजना तैयार कर रही है, यानी रोजगार व्यवस्था और आर्थिक व समाज के समन्वय विकास के बीच उम्दा तालमेल बना रहे ।
उन्होने जानकारी देते हुए कहा कि सर्वप्रथम हमें आर्थिक विकास व रोजगार विस्तार के बीच उम्दा प्रेरित व्यवस्था लागू करनी चाहिए, ताकि रोजगार का विस्तार कर आर्थिक विकास को बढ़ावा दिया जा सके। दूसरा, श्रमिकों के खुद अपनी रोजगारी ढूंढने व बाजार के रोजगारी की बीच में अच्छा समन्वय बिठाने , सरकार की रोजगार प्रेरित नीतियों को बेहतरीन रूप से एकजुट करने की कोशिश करनी चाहिए, इस व्यवस्था व नीति को कानून का रूप दिया जाना चाहिए। तीसरा , सार्वजनिक रोजगार सेवा व्यवस्था का परिपूर्ण कर शहर व ग्रामीण श्रमिकों को एक किस्म की कल्याण , मुफत व बुनियादी सार्वजनिक सेवा प्रदान की जानी चाहिए।
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