• हिन्दी सेवा• चाइना रेडियो इंटरनेशनल
China Radio International Thursday   Jul 24th   2025  
चीन की खबरें
विश्व समाचार
  आर्थिक समाचार
  संस्कृति
  विज्ञान व तकनीक
  खेल
  समाज

कारोबार-व्यापार

खेल और खिलाडी

चीन की अल्पसंख्यक जाति

विज्ञान, शिक्षा व स्वास्थ्य

सांस्कृतिक जीवन
(GMT+08:00) 2007-02-27 08:56:12    
सी .आर.आई के हिन्दी कार्यक्रमों की समीक्षा

cri

वह रायपुर छत्तीसगढ़ से श्री मनराखन लाल सादू का है । अब सुनिए , उन्हों ने पत्र में क्या क्या लिखा है । भाई मनराखन लाल सादू ने कहा कि आप के द्वारा संप्रेषित श्रोता वाटिका का अंक सात एवं थाइवान द्वीप के बारे में सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता की प्रश्नावली प्राप्त हुए । इस के लिए हमारे क्लब की ओर से हार्दिक धन्यावाद स्वीकार कीजिए । श्रोता वाटिका के इस अंक में बांडुंग सम्मेलन के ऐतिहासिक व अविस्मर्णीय एशिया अफ्रीका संबंध , भारत चीन की सांस्कृतिक आवाजाही जैसे संग्रहनीय आलेख है , साथ ही सी . आर.आई क्लब के दोस्तों द्वारा संप्रेषित कविताओं और चित्रों ने श्रोता वाटिका के इस अंक को और सुन्दर बना दिया है ।

हमें चीन का भ्रमण के अंतर्गत मनोरम घाटियों की सैर के साथ ही भारत चीन व्यापार केन्द्र के बारे में दी गई जानकारी बड़ी अच्छी लगी । वहीं आप से मिलिए के अंतर्गत चीन में अध्ययन हेतु गए एक भारतीय दोस्त से मुलाकात कर उन के चीनी अनुभवों की नई जानकारी मिली । थाइवान द्वीप के बारे में दी गई जानकारी बहुत अच्छी रही , हम लोग आप के प्रतियोगिता में जरूर भाग लेंगे ।

मनराखन लाल सादू को धन्यावाद हैकि आप ने पत्र भेज कर श्रोता वाटिका के नए अंक तथा हिन्दी कार्यक्रमों के बारे में अपनी अच्छी अच्छी राय बतायी है , जिस से हमें उस का सही आकलन प्राप्त हुआ ।

तो बहनो और भाइयो , अब मेरे हाथ में आया है रथगिरी महाराष्ट्र के सतीश लक्षमण बारास्कर का बहुत अच्छा लिखावट वाला पत्र , उन्हों ने इस में कहा कि चीन का भ्रमण में दक्षिण चीन के यो जाति की जानकारी बहुत अच्छी लगी । लाल कपड़े पहनने की वजह से उन्हें लाल यो जाति से संबोधित किया जाता है । यह सुन कर बहुत आश्चर्य लगा । 13 हजार से अधिक जन संख्या वाली इस जाति की लड़कियां 13 साल के बाद ही अपने बाल कटवाना बन्द करती हैं , जानकर काफी हैरानी हुई । ये लड़कियां अपने बालों को सुन्दरता और दीर्घायु का प्रतीक मानती है । तथा अपने बालों को जान से प्यार करती हैं और अपने लम्बे बालों की दर्शन केवल अपने पति को कराती है , यह सुन कर चीन की संस्कृति का एक अलग ही पहलु सामने आया । ये प्राचीन संस्कृति एवं सभ्यता ही चीन तथा विश्व की सच्ची दौलत है । ऐसी सांस्कृतिक परम्पराएं ही भारत व चीन को दुनिया से अलग करती है । 1.8 मीटर तक लम्बे बाल रख कर अपनी पम्परा का सम्मान करने वाली लाल यो जाति की यह युवती आज की इस पश्चमीकृत दुनिया में सचमुच नमस्कार के योग्य है। लम्बे बाल , चांदी के आभूषण एवं कशीदे के कपड़े ये तीन विशेषताँ लाल यो जाति की युवतियों को विश्व की अन्य युवतियों से अलग करती हैं । उन की सुरीली और मिठी आवाजों में सुनाए गए गाने भी पसंद आये । इतनी अच्छी जानकारी के लिए धन्यावाद । अगर हो सके , तो इन की अच्छी सी तस्वीर भेजे , भविष्य में कभी चीन आना हुआ , तो इस जगह जरूर जाऊंगा और चावल की सुगंधित मदीरा का स्वाद लूंगा ।

सतीश भाई ने चीन की लाल यो जाति के बारे में प्रसारित कार्यक्रम का विस्तार से उल्लेख किया और अपनी प्रतिक्रिया बतायी । इस प्रकार का विस्तृत चर्चा वाला पत्र लिख कर आप ने हमें यह जानने को संभव बनाया है कि हमारा साप्ताहिक कार्यक्रम किस कदर तक श्रोताओं को पसंद आता है । इस अच्छे पत्र के लिए मैं हिन्दी परिवार की ओर से आप को धन्यावाद देती हूं ।

Post Your Comments

Your Name:

E-mail:

Comments:

© China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040